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रुचि पति राजेंद्र को दहेज हत्या में फंसा, खुद को मृत दिखाकर हो गई गायब, गाजीपुर की सनसनीखेज वारदात

विनय कुमार सिंह

गाजीपुर में दहेज हत्या का झूठा मामला सामने आया. पुलिस ने मृत बताई गई रुचि को मध्य प्रदेश ग्वालियर से उसके प्रेमी गजेंद्र यादव के साथ जिंदा बरामद किया. पहले पति राजेंद्र यादव समेत ससुराल पक्ष के खिलाफ दर्ज मामला फर्जी साबित हुआ.

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उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने सभी को हैरान कर दिया. यहां दहेज हत्या की मृतका बताई गई विवाहिता पुलिस को जिंदा मिली. पुलिस ने उसे मध्य प्रदेश के ग्वालियर से उसके प्रेमी गजेंद्र यादव के साथ बरामद किया. विवाहिता अपने प्रेमी के साथ दूसरी शादी कर खुशी-खुशी रह रही थी जबकि उसके ससुराल पक्ष के छह लोगों के खिलाफ दहेज हत्या और शव गायब करने का गंभीर मुकदमा दर्ज था. गाजीपुर पुलिस की जांच में मामला पूरी तरह से झूठा निकला. 

प्रार्थना पत्र के आधार पर दर्ज हुआ था मामला

मामला गाजीपुर के भोजू राय गांव का है जहां की राजवंती देवी ने अपनी बेटी रुचि की शादी साल 2023 में राजेंद्र यादव के साथ की थी. 3 अक्टूबर को राजवंती देवी ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया कि उनकी बेटी की हत्या कर दी गई और शव को गायब कर दिया गया. इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने पति राजेंद्र यादव, सास कमली देवी समेत छह अन्य ससुराल पक्ष के लोगों के खिलाफ दहेज हत्या, शव गायब करने और अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया. 

मामले की गंभीरता को देखते हुए सीओ सैदपुर रामकृष्ण तिवारी ने जांच शुरू की. सर्विलांस टीम की मदद से रुचि का लोकेशन ट्रेस किया गया, जिसमें पता चला कि वह जिंदा है और मध्य प्रदेश के ग्वालियर में अपने प्रेमी गजेंद्र यादव के साथ रह रही है. पुलिस टीम ने 7 अक्टूबर को वहां जाकर विवाहिता को बरामद किया और गाजीपुर लेकर आई.

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विवाहिता का बयान

पूछताछ में रुचि ने बताया कि उसकी शादी उसकी मर्जी के खिलाफ हुई थी. वह क्लास 10 से ही गजेंद्र यादव से प्यार करती थी और मौका मिलते ही वह भागकर उससे दूसरी शादी कर ली. रुचि ने साफ किया कि उसे किसी भी तरह की प्रताड़ना का सामना नहीं करना पड़ा, और उसने अपने निर्णय से अपने प्रेमी के साथ रहने का विकल्प चुना. 

पहले पति ने कही ये बात 

रुचि के पहले पति, राजेंद्र यादव ने पुलिस और मीडिया को बताया कि वे पूरी तरह निर्दोष हैं और झूठे केस में फंसा दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि उनकी शादी जून 2023 में हुई थी लेकिन रुचि उनके साथ नहीं रहती थी और हमेशा झगड़ा करती थी. वे जानते थे कि रुचि किसी और से प्यार करती है लेकिन फिर भी जानबूझकर उन्हें फंसाया गया. 

राजेंद्र ने बताया कि शादी रीति-रिवाज के अनुसार हुई थी, लेकिन विवाहिता उन्हें स्वीकार नहीं कर रही थी और मारपीट करती थी. रुचि बार-बार कह रही थी कि वह उनके साथ नहीं रहेगी और अपने प्रेमी के पास जाना चाहती है. राजेंद्र ने आगे बताया कि उन्होंने परिवार सहित उसे समझाने और उसकी इज्जत रखने की पूरी कोशिश की लेकिन रुचि चली गई. शादी के कुछ ही समय बाद, वह बिना बताए अपने प्रेमी गजेंद्र यादव के साथ चली गई.

पुलिस की कार्रवाई और जांच

पुलिस ने बताया कि रुचि की बरामदगी के बाद सभी तथ्यों की छानबीन की गई.जांच में यह स्पष्ट हुआ कि रुचि ने अपनी शादी के कुछ ही दिनों बाद अपने प्रेमी के पास जाने का निर्णय लिया था. किसी भी तरह की प्रताड़ना का मामला सामने नहीं आया. पुलिस ने विवाहिता को मेडिकल जांच के बाद न्यायालय के समक्ष पेश किया. अधिकारियों के मुताबिक, फर्जी मुकदमा दर्ज कराने वालों के खिलाफ दंडात्मक कार्यवाही की तैयारी चल रही है. अब देखना यह होगा कि मृतका के जिंदा मिलने के बाद पुलिस झूठे आरोपियों पर क्या कार्रवाई करती है.

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