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गोंडा में BSA अतुल तिवारी ने इतनी बड़ी रिश्वत मांग ली कि उड़ जाएंगे होश! एडवांस रुपया भी उठा लिया

अंचल श्रीवास्तव

गोंडा के बेसिक शिक्षा विभाग (BSA) के एक अधिकारी अतुल तिवारी रिश्वखोरी के आरोप को लेकर सर्खियो में हैं. अतुल तिवारी पर एक फर्म से फर्नीचर सप्लाई के टेंडर में कथित तौर पर 2.25 करोड़ रुपये मांगने का आरोप है.

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BSA Atul Tiwari
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गोंडा के बेसिक शिक्षा विभाग (BSA) के एक अधिकारी अतुल तिवारी रिश्वखोरी के आरोप को लेकर सर्खियो में हैं. अतुल तिवारी पर एक फर्म से फर्नीचर सप्लाई के टेंडर में कथित तौर पर 2.25 करोड़ रुपये मांगने का आरोप है. इसके साथ ही उनपर 30 लाख रुपये एडवांस लेने के भी गंभीर आरोप लगे हैं. BSA पर लगे रिश्वतखोरी के आरोप ने पूरे विभाग में हड़कंप मचा दिया. प्रशासन ने BSA अतुल तिवारी के खिलाफ एक्शन लेते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है.

क्या है मामला

गोंडा के BSA अतुल तिवारी के खिलाफ मोतीगंज के ग्राम किनकी के रहने वाले मनोज पांडेय नाम के एक व्यक्ति ने शिकायत दर्ज कराई थी. मनोज पांडेय हरियाणा के गुरुग्राम स्थित नीमन सीटिंग सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के एमडी हैं. मनोज पांडेय की तहरीर पर न्यायालय के आदेश पर नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया था. मनोज पांडेय ने आरोप लगाया था कि 564 उच्च प्राथमिक और संकुल विद्यालयों में फर्नीचर आपूर्ति के लिए हुए टेंडर में उनकी कंपनी को L-1 (न्यूनतम बोली लगाने वाली) घोषित किया गया था.

कमीशन की मांग

मनोज पांडेय ने बताया कि फर्नीचर सप्लाई के टेंडर का काम करीब 15 से 16 करोड़ रुपये का था. आरोप है कि बीएसए अतुल तिवारी, जिला समन्वयक प्रेमशंकर मिश्र और जिला समन्वयक (सिविल) विद्याभूषण मिश्र ने उनसे 15 प्रतिशत कमीशन यानी लगभग 2.25 करोड़ रुपये की मांग की थी. मनोज पांडेय के अनुसार उन्होंने 4 जनवरी 2025 को 22 लाख रुपये बीएसए को और चार-चार लाख रुपये दोनों समन्वयकों को दिए थे. इस तरह उन्होंने 30 लाख रुपये एडवांस में दिए थे. लेकिन बाकी का अमाउंट न देने पर बीएसए ने उनकी कंपनी का 50.38 लाख रुपये का डिमांड ड्राफ्ट वापस लेकर रद्द कर दिया. इसके बाद उनकी फर्म को दो वर्ष के लिए ब्लैकलिस्ट भी कर दिया गया.

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आरोपों को खारिज करते हुए बीएसए अतुल तिवारी ने हाईकोर्ट में याचिका भी दायर की थी. लेकिन बाद में उन्होंने वह याचिका वापस ले ली. मुकदमा दर्ज होते ही बीएसए अवकाश पर चले गए थे. मामले की गंभीरता और अधिकारी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को देखते हुए शासन ने इस पर संज्ञान लिया और तत्काल प्रभाव से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल तिवारी को निलंबित कर दिया है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.

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