रात में दबे पांव आकर...बच्चों को बनाता है निशाना, बहराइच में भेड़ियों का आतंक, भाला और मशाल लेकर सड़कों पर लोग

अभिषेक मिश्रा

Bahraich Wolves News : उत्तर प्रदेश के बहराइच के लोग इस समय एक अलग खौफ में जी रहे हैं और वो खौफ है आदमखोर भेड़ियों का. इन आदमखोर भेड़ियों ने एक महीने के अंदर 9 लोगों को अपना शिकार बना चुका है.

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Bahraich Wolves News : उत्तर प्रदेश के बहराइच के लोग इस समय एक अलग खौफ में जी रहे हैं और वो खौफ है आदमखोर भेड़ियों का. इन आदमखोर भेड़ियों ने एक महीने के अंदर 9 लोगों को अपना शिकार बना चुका है, जिसमें पांच बच्चे भी शामिल हैं. इन भेड़ियों का आतंक ऐसा है कि सूरज ढलते ही लोग अपने बच्चों को लेकर घरों में ही रह रहे हैं और बाहर नहीं निकल रहे हैं. रात में लोग हाथ में मशाल-भाला और लाठी-डंडे लेकर निकल रहे हैं. गांव वालों के बीच डर का माहौल बन गया है, जिले के कई गांवों हजारों लोग खौफ में रात बिता रहे हैं.

बहराइच के गांवों मे दिखा जंग जैसा नजारा

वहीं बहराइच में भेड़ियों का खौफ कितना है, फिलहाल लोग वहां कैसे अपना गुजारा कर रहे हैं और प्रशासन उन आदमखोरों को पकड़ने के लिए क्या-क्या कर रहा है...इन सब जानने के लिए यूपी तक बहराइच पहुंचा.  पिछले 35 दिनों से महसी तहसील क्षेत्र अंतर्गत हरदी थाना क्षेत्र के दो दर्जन गांवों में आदमखोर भेड़ियों का आतंक बना हुआ है. यूपी तक इसी इलाके में पहुंचा और लोगों से बात की. यूपी तक की टीम रात में जब गांव में पहुंचा तो वहां का नजारा काफी हैरान कर देने वाला दिखा. ऐसा लगा लोग किसी जंग की तैयारी कर रहे हो. 

मशाल और भाले लेकर गश्त कर रहे लोग

गांव के एक साथ कई लोग रात में हाथों में मशाल लेकर सड़कों पर टहलते दिखे.लोगों के हाथ में मशाल के साथ लाठी, डंडे और भाले भी थे. हथियारों के साथ लैस होकर लोग भेड़ियों को दूर भगाने के लिए तरह-तरह के आवाजें भी निकालते नजर आए. लोग रात भर अपने घरों और गांव की रखवाली कर रहे हैं.यूपी तक से बात करते हुए गांव के लोगों ने बताया कि, 'हम अलग-अलग टोलियां बनाकर रात भर ऐसे ही गश्त कर रहे हैं. यहां भेड़िए अब अदमखोर हो गए हैं और किसी पर हमला कर दे रहे हैं. देर रात दबे पांव खेत से लगे घरों में आते हैं और बच्चों को अपना निशाना बना रहे हैं.'

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गांव के एक बुजुर्ग ने यूपी तक को बताया कि, 'हमने चार दिन पहले अपने दुकान के बाहर भेड़ियों को देखा था. हन दिनभर काम कर रहे हैं और रातभर अपने परिवार- घर की रखवाली कर रहे हैं.' 

ड्रोन से हो रही भेड़ियों की तलाश

फिलहाल भेड़ियों को पकड़ने के लिए प्रशासन काफी मशक्कत कर रहा है. वन विभाग की टीम भी दिन रत काम कर रही है. ड्रोन के माध्यम से भी भेड़ियों की तलाश की जा रही है. प्रभावित गांवों में पुलिस, प्रशासन, वन विभाग व गांव वासियों की टीमें अलग-अलग टोलियों में दिन रात गश्त लगा रहे हैं. भेड़ियों से निपटने के लिए यूपी के पांच वन प्रभागों बहराइच, कतर्नियाघाट वाइल्ड लाइफ, श्रावस्ती, गोंडा व बाराबंकी की 20 टीमें दिन-रात गश्त कर रही हैं. वहीं भेड़ियों को रिहायशी इलाकों से दूर भगाने के हाथियों के मल और मूत्र का इस्तेमाल भी किया जा रहा है. अधिकारियों ने बताया कि हाथियों के मल और मूत्र की गंध से उनकी मौजूदगी का भ्रम बनता है और भेड़िये दूर भाग जाते हैं. 'हाई फ्रीक्वेंसी ड्रोन कैमरों से छह भेड़ियों को चिन्हित किया गया है जिनमें से तीन भेड़िए पहले ही पकड़े जा चुके हैं और बचे हुए तीन भेड़ियों को पकड़ने की कवायद जारी है.

वहीं उत्तर प्रदेश की मुख्य वन संरक्षक-मध्य क्षेत्र रेणु सिंह ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि, 'ये जरूर है कि बहराइच में भेड़ियों और आदमियों के बीच टकराव ज्यादा खतरनाक लेवल पर पंहुच गया है.हम लोग की जांच के मुताबिक पांच बच्चों को आदमखोर भेड़ियों ने मारा है. ऐसा लगता है भेडियों की यह पूरी फैमिली आदमखोर हो गई है. फिलहाल तीन भेड़िए पकड़े गए हैं और पूरी तैयारी है जल्द बाकी के भी पकड़े जाएंगे.सभी लोगों को सलाह दी जा रही है कि फिलहाल रात में बच्चों को लेकर न निकलें, घर के भीतर दरवाजा बंद कर सोएं'

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