गंगा आरती करते-करते पास कर लिया NEET एग्जाम, जानिए बदायूं के विभु उपाध्याय की कहानी
Badaun News: राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने मंगलवार को इस साल की नीट-यूजी परीक्षा के परिणाम घोषित कर दिए. इस बार लगभग 20.38 लाख में…
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Badaun News: राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने मंगलवार को इस साल की नीट-यूजी परीक्षा के परिणाम घोषित कर दिए. इस बार लगभग 20.38 लाख में से कुल 11.45 लाख परीक्षार्थियों ने परीक्षा उत्तीर्ण की है. इनमें सबसे ज्यादा 1.39 लाख परीक्षार्थी उत्तर प्रदेश से हैं. वहीं, यूपी के बदायूं जिला निवासी विभु उपाध्याय ने भी इस परीक्षा को पास कर लिया है. खास बात यह है कि विभु नियमित तौर पर कछला गंगा घाट पर गंगा आरती करते हैं और इसके साथ ही उन्होंने इस सफलता को हासिल किया है.
बदायूं स्थित कछला नगर पंचायत के रहने वाले विभु उपाध्याय ने कोटा में रहकर भी नीट की तैयारी की थी. साथ ही वह साल 2019 से गंगा घाट पर गंगा आरती कर रहे हैं. विभु ने कहा, “2019 में आरती की शुरुआत हुई थी. तभी से मैं, मेरे भाई और साथीगण जुटे हुए हैं. मेरे खानदान में चलता आया कि हम मेडिकल कोर्स में आगे बढ़ें, उसे मैंने आगे बढ़ाने का जिम्मा उठाया है. इसी के तहत मैं MBBS डॉक्टर बनना चाहता हूं. 9वीं-10वीं कक्षा से नीट की तैयारी शुरू दी थी. इसी वजह से 12वीं की बाद मुझे कम समय लगा और मैंने यह एग्जाम क्लियर कर दिया. गंगा मां की कृपा है कि आज मैं MBBS डॉक्टर बनने जा रहा हूं.”
उन्होंने आगे कहा, “अभी भी मैं गंगा आरती करता हूं और आगे जब भी मुझे समय मिलेगा मैं गंगा आरती करता रहूंगा. जिन लोगों ने भी मुझे सपोर्ट किया, उनका धन्यवाद.” विभु के परिजनों ने कहा कि गंगा मां के आशीर्वाद से उनके घर में खुशियां हैं, जिसकी वजह से उनके बच्चे ने नीट की परीक्षा पास कर ली है.
गौरतलब है कि एनटीए ने सात मई को भारत के 499 शहरों और दूसरे देशों के 14 शहरों में स्थित 4,097 केंद्रों पर राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (स्नातक) आयोजित की थी. परीक्षा 13 भाषाओं असमिया, बांग्ला, अंग्रेजी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, मलयालम, मराठी, ओडिया, पंजाबी, तमिल, तेलुगु और उर्दू में आयोजित की गई थी. बता दें कि नीट-यूजी के अंकों के आधार पर चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश दिया जाता है.
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(न्यूज एजेंसी एएनआई के इनपुट्स के साथ)
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