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हरदोई में पुलिस कस्टडी में 22 साल के रवि राजपूत की मौत! घरवाले बोले- हमारे लड़के को पुलिसवालों ने मार डाला

प्रशांत पाठक

उत्तर प्रदेश के हरदोई में रविवार रात पुलिस हिरासत में एक 22 वर्षीय युवक की संदिग्ध मौत ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है. युवक को एक नाबालिग लड़की भगाने के मामले में पुलिस ने हिरासत में रखा था.

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Hardoi News
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उत्तर प्रदेश के हरदोई में रविवार रात पुलिस हिरासत में एक 22 वर्षीय युवक की संदिग्ध मौत ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है. युवक को एक नाबालिग लड़की भगाने के मामले में पुलिस ने हिरासत में रखा था. परिजनों को आरोप है कि उसे थाने में पांच दिन तक रोके रखा गया और पुलिसवालों ने लड़की पक्ष से मिलकर उसकी हत्या कर दी. वहीं पुलिस का दावा है कि लड़के ने थाने में ही किसी चीज से फांसी लगा जान दे दी है. फिलहाल मामले ने तूल पकड़ रखा है और आरोपी पुलिसवालों पर केस दर्ज कर एक दारोगा को सस्पेंड भी किया गया है. 

ये मामला हरदोई की कोतवाली शाहाबाद का है. पुलिस हिरासत में मरने वाले युवक की पहचान रवि राजपूत (22 वर्ष) पुत्र रामराज राजपूत निवासी ग्राम अहमदनगर के तौर पर हुई है. रवि पर गांव की ही एक 16 वर्षीय किशोरी को बहला-फुसलाकर भगाने का मामला दर्ज किया गया था. 28 अगस्त को रवि को डायल 112 के जरिये हिरासत में लेकर पुलिस थाने लाया गया. परिजनों के मुताबिक तबसे रवि पुलिस थाने में ही बंद था, जबकि किशोरी को भी पुलिस थाने में रखा गया गया था. 

पुलिस के दावे से उलट परिवार का आरोप

पुलिस का दावा है कि रविवार रात में रवि ने थाने में आत्महत्या की कोशिश की. जब पुलिस कर्मियों की नजर पड़ी तो हालत बिगड़ने के बाद रवि को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया. यहां ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. इसके बाद पुलिस कर्मियों के हाथ पांव फूल गए और पुलिस कर्मी शव को सीएचसी छोड़कर थाने लौट आये. परिजनों का आरोप है कि उसके बाद उन्हें सूचना दी गई कि तुम्हारे लड़के की तबीयत ख़राब है. परिजन जब पुलिस थाने पहुंचे तब उन्हें रवि की मौत की जानकारी हुई. 

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जैसे ही रवि की पुलिस हिरासत में मौत की सूचना गांव पहुंची परिजनों और ग्रामीणों में भारी आक्रोश फैल गया. इसके बाद  गुस्साए परिजनों और ग्रामीणों ने थाने का घेराव कर पुलिसकर्मियों पर हत्या का आरोप लगाया. परिजनों का आरोप है कि पिछले पांच दिन से उसे पुलिस थाने में रोके हुए थी और मामले की विवेचना कर रहे विवेचक और सिपाहियों ने किशोरी और उसके परिजनों से मिलकर रवि की हत्या कर दी. मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी, एडिशनल एसपी समेत कई अफसर मौके पर पहुंचे और परिजनों को सभी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. 

पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर किशोरी के परिजनों, विवेचक समेत अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया है. हरदोई के एसपी नीरज जादौन के मुताबिक डाक्टरों के पैनल के माध्यम से मृतक का पोस्टमार्टम कराया जाएगा और पूरे मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक को सौंपी गई है. एसपी ने मामले के विवेचक दरोगा वरुण कुमार को निलंबित भी किया है. फिलहाल पुलिस हिरासत में मौत ने एक बार फिर से पुलिस की कार्यप्रणाली पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं.

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