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मेरठ में रामभद्राचार्य की कथा के बाद फंसे कारोबारी अनुज अग्रवाल के 42 लाख? अब मां लाड़ली बोलीं- उसे उल्टे 27 लाख देने हैं

उस्मान चौधरी

UP News: गाजियाबाद में जगद्गुरु रामभद्राचार्य की कथा को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. टेंट कारोबारी ने 42 लाख रुपये बकाया होने का आरोप लगाया है, जबकि मां लाडली नंद सरस्वती ने उलटा टेंट कारोबारी पर 27 लाख रुपये का हिसाब बाकी होने का दावा किया है.

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UP Tak
तुलसी पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामभद्राचार्य
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UP News: जगद्गुरु महाराज रामभद्राचार्य की कथा के बाद गाजियाबाद के टेंट व्यापारी अनुज अग्रवाल ने आरोप लगाया कि उसके बकाया 42 लाख रुपये उसे अभी तक नहीं मिले हैं. टेंट व्यापारी ने आरोप लगाया था कि मां लाडली नंद सरस्वती जी महाराज द्वारा टेंट का काम दिया गया था. पूरा काम 87 लाख रुपए में तय हुआ था. जबकि उसको सिर्फ 45 लाख रुपए मिले हैं और उसको बकाया 42 लाख रुपए नहीं दिए जा रहे हैं. टेंट व्यापारी अनुज अग्रवाल का आरोप है कि जब भी वह पैसे मांगता है, तो उसके साथ लाडली नंद सरस्वती जी के गार्ड बदतमीजी करते हैं और वह खुद फोन नहीं उठा रही हैं. अब इस मामले में मां लाडली नंद सरस्वती जी महाराज ने पलटवार किया है. मां लाडली ने उलटा अनुज अग्रवाल पर आरोप लगाया है कि उसे 27 लाख रुपये उन्हें देने हैं. 

जानें उन्होंने क्या-क्या कहा?

मामले में विवाद बढ़ने के बाद मां लाडली नंद सरस्वती जी ने अपनी सफाई पेश की है. उनका कहना है कि टेंट कारोबारी ने मानक के अनुसार काम नहीं किया और जिस तरीके से काम किया है उल्टा 27 लाख रुपए उस पर निकल रहे हैं. उसे पैसे ना देने पड़ें इसलिए वह आरोप लगा रहा है. उन्होंने कहा कि वह इस मामले में टेंट व्यापारी अनुज अग्रवाल पर मानहानि का दावा करेंगी.

प्रेस के सामने उन्होंने बताया कि 'हमने 60 लाख रुपये दिए हैं. हमने कहा कि आपने इतना काम नहीं किया है और हमारे 27 लाख रुपए उनके ऊपर बैलेंस निकाला. वह वापस हमें दे दो, क्योंकि आपने पूरा काम नहीं किया है. पैसा वापस न देने पड़े, इस चक्कर में यह प्रोपोगंडा रचा गया है. 60 लाख ही तय हुआ था. 45 लाखा रुपए मैंने दिए थे और गुरुजी जब आए तो इसने जनरेटर बंद कर दिया और बीच-बीच में धमकियां दीं कि हम काम नहीं करेंगे. हवन करते टाइम भी इसने हंगामा किया था और फिर उस को और पैसे दिए गए.'

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उन्होंने आगे कहा, 'टेंट वाले ने एक करोड़ 21 लाख रुपए का कोटेशन दिया था. हमने बार्गेनिंग नहीं की. जो इनको लेकर आया था, उसके और इनके बीच कोई आपस में विवाद हो गया है. अजीत प्रधान जी इनको लेकर के आए थे. मैं काम नहीं दे रही थी. हमने दूसरे टेंट वाले को बुलाया था. लेकिन गुरु जी के मैनेजमेंट देखने वाले विवेक जी को बोलकर इसने काम लिया था. अनुज के द्वारा बताया गया कि अब हम सीधे आपसे काम ले रहे हैं. 30 लाख रुपए हमसे अजीत प्रधान कमीशन ले रहा था. यह टेंट कारोबारी ने कहा था.'

बकौल मां लाडली नंद सरस्वती जी महाराज, 'कमीशन 30 लाख थी तो और कम हुआ न पैसा. मैं इस से 27 लाख रुपए वापस मांग रही हूं. 120 कूलर लगाने था लेकिन उन्होंने सिर्फ 22 लगाए थे. मेरी जितनी पेमेंट गई हुई है, उसके हिसाब से 27 लाख रुपए मेरे निकल रहे हैं. हम इस मामले में लीगल कार्रवाई करेंगे. मानहानि का दावा जरूर करूंगी. मैं साध्वी हूं. मैं वैसे कोई आरोप नहीं लगा सकती हूं. मुझे 27 लाख रुपए इनसे लेने हैं.'

टेंट व्यापारी ने क्या-क्या कहा उसे इस लिंक पर टैप/क्लिक कर पढ़ें.

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