छोटी उम्र में बड़े सपने देखने के हौसले हों, तो उन्हें पूरा भी किया जा सकता है. इसी की मिसाल हैं लखनऊ की वंडर गर्ल काव्या. काव्या को छोटी उम्र से ही साइक्लिंग का ऐसा शौक लगा कि आज यही उनकी पहचान बन गई है. काव्या आने वाले दिनों में लखनऊ में 100 किमी साइकिल चलाने वाली हैं. उन्होंने पिछले दिनों एक प्रैक्टिस में 92 किमी साइकिल चला भी ली है. काव्या पिछले दो सालों से लखनऊ के मेजर साइक्लिंग इवेंट में शामिल हो रही हैं. कम उम्र में ही काव्या को उनकी साइक्लिंग के लिए एक पहचान के अलावा कई मंचों से सम्मान भी मिल चुका है. काव्या के कोच उनके पिता मनीष श्रीवास्तव ही हैं. अब काव्या का सपना ओलिंपिक जीतने का है और इसके लिए वो अभी से जुट गई हैं.