लखनऊ: अलाया अपार्टमेंट गिरने के मामले में एक और आरोपी गिरफ्तार, बिल्डर अभी भी फरार
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अलाया अपार्टमेंट गिरने के मामले में पुलिस ने शुक्रवार को और एक आरोपी शख्स को गिरफ्तार किया. पुलिस ने…
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उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अलाया अपार्टमेंट गिरने के मामले में पुलिस ने शुक्रवार को और एक आरोपी शख्स को गिरफ्तार किया.
पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार किए गए व्यक्ति की पहचान मोहम्मद तारिक (42) के रूप में की गई है जो मेरठ जिले का रहने वाला है. यह इस मामले में दूसरी गिरफ्तारी है.
इससे पहले बुधवार को समाजवादी पार्टी के एक विधायक के बेटे को गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने बताया था कि सपा विधायक नवाजिश शाहिद को मेरठ से पकड़ा गया और इसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया.
मोहम्मद तारिक, सपा नेता शाहिद मंजूर का रिश्तेदार बताया जाता है. वहीं मामले का एक आरोपी बिल्डर फहद यजदानी अब तक फरार है.
शाहिद इस मामले में दर्ज प्राथमिकी में नामजद तीन व्यक्तियों में से एक है. दो अन्य व्यक्ति मोहम्मद तारिक और फहद याजदानी हैं. नवाजिश शाहिद कथित तौर पर उस जमीन का मालिक है जहां याजदान बिल्डर्स द्वारा उस इमारत का निर्माण किया गया था.
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बता दें कि शुक्रवार शाम को बिल्डर फहद याजदान की ओर से एक वीडियो जारी किया गया है. इस वीडियो के जरिए फहद ने कहा कि मुझे बदनाम करने और माननीय मुख्यमंत्री को भ्रमित करने की साजिश रची जा रही है. इस घटना के 2 दिन बाद सबकी बातें सुनने के बाद में अपना बयान आप लोगों के सामने जाहिर कर रहा हूं.
वीडियो जारी कर फहद ने कहा कि इस बिल्डिंग से याजदान बिल्डर का कोई लेना देना या सरोकार कभी नहीं रहा. उस बिल्डिंग की किसी भी चीज से शाहिद मंजूर के बेटे और भतीजे का भी कोई लेना देना नहीं है. उन्होंने फ्लैट बेचे हैं, रजिस्ट्री की है. इस हादसे के वह दोनों लोग भी जिम्मेदार नहीं हैं.
फहद याजदान ने कहा कि पार्किंग में कैमरे लगे थे. मेरी सभी अफसरों से गुजारिश है कि वह मलबे से कैमरे निकाल कर देखें कि उस बिल्डिंग में ड्रिलिंग का जो काम हो रहा था, वह काम खुद शाहिद मंजूर खड़े होकर करवा रहे थे, जिसको लेकर बिल्डिंग में रहने वाले लोगों से शाहिद मंजूर की तीखी नोकझोंक और बहस भी हुई थी.
फहद याजदान ने कहा कि अपने आप को बचाने के लिए इसकी सारी जिम्मेदारी मेरे ऊपर डाली जा रही है, जबकि मेरा इस बिल्डिंग से कभी कोई लेना-देना नहीं रहा. जब यह बिल्डिंग 2009 और 2010 में बन रही थी, तो मैंने शाहिद मंजूर से ताल्लुक होने के चलते 3 फ्लैट उस बिल्डिंग के बिकवाए थे, जिसका कमीशन मुझे मिला था. बाकी मेरा कोई मतलब नहीं था.
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अलाया अपार्टमेंट: फरार चल रहे बिल्डर ने वीडियो जारी कहा- मुझे बदनाम करने की साजिश हो रही
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