लखनऊ में मामी मंजू को हो गया था भांजे आकाश के इश्क, फिर दोनों ने मिलकर कर डाला ये बड़ा कांड
Lucknow Crime News: लखनऊ में रेलवे कर्मचारी सिद्धि प्रसाद लोधी की हत्या का सनसनीखेज खुलासा! पत्नी मंजू देवी और रिश्ते के भांजे आकाश वर्मा ने मिलकर प्रेम-प्रसंग के चलते की हत्या. जानें पूरी खौफनाक साजिश और पुलिस की कार्रवाई.
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Lucknow Crime News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के बंथरा थाना क्षेत्र में एक सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा हुआ है, जिसने रिश्तों की मर्यादा को तार-तार कर दिया है. रेलवे कर्मचारी सिद्धि प्रसाद लोधी की हत्या का मामला अब प्रेम-प्रसंग और साजिश का एक खौफनाक अध्याय बन गया है. पुलिस ने दावा किया है कि इस जघन्य वारदात के पीछे खुद मृतक की पत्नी मंजू देवी और उसके रिश्ते के भांजे आकाश वर्मा उर्फ लकी का हाथ है. पुलिस ने मंजू और आकाश को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि वारदात में शामिल तीसरा आरोपी संजय कश्यप अभी फरार है, जिसकी तलाश में छापेमारी जारी है.
घर के पीछे झाड़ियों में मिला था शव, बिखरे पड़े थे सामान
25 मई की शाम करीब 6 बजे बंथरा के दरियापुर निवासी सिद्धि प्रसाद लोधी का शव उनके घर से महज 50 मीटर दूर तालाब के किनारे झाड़ियों में औंधे मुंह पड़ा मिला था. सिद्धि प्रसाद रेलवे के आलमबाग स्टोर में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर कार्यरत थे. घटनास्थल पर उनकी चप्पल, मोबाइल, शर्ट और पैंट बिखरे हुए थे, और उनके सिर से खून बह रहा था. शरीर पर भी कई चोटों के निशान थे, जो हत्या की पुष्टि कर रहे थे. गांव के एक युवक ने जब शव देखा तो तत्काल परिवार और पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा और मंजू देवी की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी.
पुलिस जांच में सामने आया 'अवैध संबंध' का खौफनाक सच
पुलिस की गहन जांच-पड़ताल में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए. पारा निवासी आकाश वर्मा उर्फ लकी का नाम सामने आने के बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लिया. पूछताछ के दौरान आकाश ने सिद्धि की हत्या की पूरी साजिश का खुलासा किया. उसने बताया कि सिद्धि उसका रिश्ते का मामा था और उसका अक्सर मामा के घर आना-जाना लगा रहता था. इसी दौरान उसकी मंजू देवी (मामी) से दोस्ती हो गई और धीरे-धीरे दोनों के बीच फोन पर बातचीत बढ़ने लगी, जो बाद में अवैध संबंधों में बदल गई.
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मामी का 'उकसाना' और भांजे की खूनी साजिश
आकाश ने पुलिस को बताया कि मंजू देवी ने उसे बताया कि सिद्धि शराब और जुए का आदी था. इतना ही नहीं, मंजू ने आकाश को यह भी बताया कि सिद्धि के गांव की एक विधवा से अवैध संबंध थे और वह अपनी बड़ी बेटी पर भी गलत नजर रखता था. मंजू ने आकाश को सिद्धि को रास्ते से हटाने के लिए उकसाया और धमकी दी कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो वह और उसके बच्चे जहर खा लेंगे. इसके बाद, आकाश ने गोंडा निवासी अपने दोस्त संजय कश्यप को इस खूनी साजिश में शामिल किया. संजय सरोजनी नगर के नादरगंज में एक दालमोठ कंपनी में आकाश के साथ काम करता था. आकाश ने संजय को सिद्धि की हत्या के लिए 40 हजार रुपये का लालच दिया.
वारदात का दिन: मौका देखकर की निर्मम हत्या
24 मई को मंजू ने आकाश को फोन कर बताया कि घर के सभी लोग शादी में गए हुए हैं और यह सिद्धि को मारने का सबसे सही मौका है. योजना के अनुसार, आकाश और संजय ने सिद्धि के घर पहुंचकर प्लास्टिक की रस्सी से उसका गला घोंट दिया. इतना ही नहीं, आकाश ने सिद्धि के जिंदा न बचने के लिए लोहे के पाइप से उसके सिर पर कई वार भी किए. हत्या के बाद, उन्होंने सिद्धि के शव को घर के पीछे तालाब के सूखे गड्ढे में झाड़ियों के बीच फेंक दिया.
मामी-भांजा गिरफ्तार, तीसरे आरोपी की तलाश जारी
पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए मंजू देवी और आकाश वर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. पुलिस का दावा है कि मंजू ने भी पूछताछ में हत्या की साजिश में शामिल होने की बात कबूल कर ली है. फरार चल रहे संजय कश्यप की तलाश में पुलिस की टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं.
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