कानपुर उपद्रव के मुख्य आरोपियों को अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा जेल

रंजय सिंह

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कानपुर उपद्रव के मुख्य आरोपी जफर हाशमी और उसके तीन साथियों को अदालत ने चौदह दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. रविवार को उनकी पेशी के दौरान अदालत से लेकर जेल के अंदर जाने तक सुरक्षा के कड़े इंतजाम थे. इधर मामले में पीएफआई कनेक्शन की जांच के लिए एटीएस कानपुर पहुंच चुकी है.

कानपुर में पुलिस ने रविवार को शहर में बंद के नाम पर बवाल की रूपरेखा रचने वाले मुख्य साजिशकर्ता जफर हयात हाशमी और उनके साथी सुफियान, राहील और जावेद को अदालत ने चौदह दिन की न्यायक हिरासत में जेल भेज दिया है. अदालत में पुलिस ने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए आरएएफ फोर्स तैनात की थी. इस दौरान पुलिस ने दो-दो करके बारी-बारी से आरोपियों को अदालत में पेश किया.

पहले जफर और राहील को पुलिस कोर्ट लेकर पहुंची फिर कुछ देर बाद दूसरी जीप से सुफियान और जावेद को लेकर पुलिस कोर्ट पहुंची. जहां अदालत ने चारों आरोपियों को 14 दिन न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. जेल जाते समय जेल गेट पर भी पुलिस का भारी जाब्ता मौजूद था. जीप में जाते समय यूपी तक की टीम ने आरोपी सुफियान और यू-ट्यूब चैनल चलाने वाले जावेद से आरोपों पर सवाल पूछा तो सुफियान ने सिर हिलाकर सभी आरोपों से इनकार कर दिया.

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एटीएस की टीम कानपुर पहुंची

उधर कानपुर हिंसा में पीएफआई जैसे संगठनों की साजिश की जांच के लिए यूपी एटीएस की टीम भी आज कानपुर पहुंच गई. यूपी एटीएस के एडीजी नवीन अरोरा के साथ एटीएस के कमांडो भी थे. एडीजी एटीएस ने चंदेश्वर हाता जहां बावलियों ने हमला करके हिंसा की शुरुआत की थी, वहां की पुलिस चौकी पहुंच कर ज्वाइंट कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी से पूरी जानकारी ली. इस दौरान जब उनसे बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. वैसे एटीएस के मामले में आ जाने से यह साफ हो गया कि कानपुर बवाल में किसी बड़ी साजिश की आशंका बन रही थी.

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