वनडे वर्ल्ड कप का फाइनल में हारने के बाद डिप्रेशन में था और...कानपुर पहुंचे कुलदीप यादव ने किया बड़ा खुलासा
Kanpur News : भारतीय टीम 17 साल बाद टी20 विश्व चैंपियन बनी हैं. ऐसे में फैंस ने विश्व चैंपियन खिलाड़ियों के साथ जश्व मनाने का एक भी मौका नहीं गंवा रहे हैं और उनका स्वागत दिल खोलकर कर रहे हैं.
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Kanpur News : भारतीय टीम 17 साल बाद टी20 विश्व चैंपियन बनी हैं. ऐसे में फैंस ने विश्व चैंपियन खिलाड़ियों के साथ जश्व मनाने का एक भी मौका नहीं गंवा रहे हैं और उनका स्वागत दिल खोलकर कर रहे हैं. वहीं वर्ल्ड चैंपियन भारतीय टीम के खिलाड़ी वतन वापसी के बाद अपने-अपने शहर वापस लौट रहे हैं. घर पहुंचते ही खिलाड़ियों का जोरदार स्वागत किया जा रहा है. उत्तर प्रदेश के कानपुर में कुलदीप यादव के साथ भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला.
कानपुर लौटे कुलदीप ने किया बड़ा खुलासा
कानपुर के लोकल ब्वॉय कुलदीप यादव अपने शहर वापस लौटे तो जिस एकेडमी में उन्होंने ट्रेनिंग ली वहां के सैकड़ों बच्चों ने उनका जमकर स्वागत किया. पूरा इंतज़ाम उनके बचपन के कोच कपिल पांडेय द्वारा किया गया था. कानपुर पहुंचे कुलदीप यादव ने कहा कि, 'मुझे लगता है कि मैं ऐसा काम करूं कि जिससे मेरे ग्राउंड के यह बच्चे प्राउड महसूस करें. भारत के लिए खेलना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है, लेकिन मैं कभी ऐसा सोचता नहीं था. जब मैं भारत के लिए खेला तो मुझे लगा जब मैं वर्ल्ड कप उठाऊंगा तभी मेरा यह सपना पूरा होगा. पिछली बार वर्ल्ड कप हारे तो इतना दुख हुआ उसको मैं बयां भी नहीं कर सकता. उस समय बहुत डिप्रेशन में था. उसे हम लोगों ने काफी सीख ली और आगे बढ़े.'
उन्होंने कहा कि, 'जब से मैं क्रिकेट स्टार्ट किया है, तब से मुझे अपने शहर वासियों से काफी प्रेम मिला है. इसके लिए मैं सभी का धन्यवाद करना चाहता हूं. मुंबई की जो रैली थी उसको तो मैं आखिरी सांस तक याद रखूंगा. 10 लाख लोगों के बीच जब गुजरा तो वह मेरे लिए यादगार पल बन गया था. जिस जगह आज मैं खड़ा हूं, उस जगह पर चल कोई और लड़का खड़ा हो यही मैं चाहता हूं.'
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बताई दिल की बात
कुलदीप यादव ने कहा कि,' वर्ल्ड कप के फाइनल में जिस तरह से हार्दिक ने क्लासेन को आउट किया उससे कहीं ना कहीं लग रहा था कि मैच हम ही जीतेंगे. जो प्लान था उसमें हम लोग सक्सेसफुल रहे.लास्ट के जो दो ओवर बुमराह ने फिर अर्शदीप ने डाला वह भी काफी महत्वपूर्ण थे.मैं अपने कोच कपिल सर को थैंक्स बोलना चाहूंगा, जिन्होंने मुझे बड़े-बड़े सपने दिखाए और इसके साथ ही उन्होंने मुझे खेल के टिप्स दिए. जब भी मैं मैच खेलता हूं तो मैं सोचता हूं कि मेरे रोवर्स ग्राउंड के बच्चे मुझे देख रहे हैं तो मैं यह सोचकर उनके लिए खेलता हूं. उनकी दुआएं मेरे साथ रहती है इसलिए मैं एक्स्ट्रा मोटिवेट होता हूं.'
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