पुलिस कस्टडी में बलवंत की मौत? जिनके साथ लूट हुई थी उन चाचा ने सुनाई बिल्कुल अलग कहानी

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Kanpur News: उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में लूट के शक में हिरासत में लिए गए व्यापारी बलवंत सिंह की पुलिस कस्टडी में कथित तौर पर मौत हो गई थी. व्यापारी की मौत के बाद इलाके में हड़कंप मच गया था. खुद बलवंत सिंह की पत्नी शालीनी सिंह ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को पत्र लिख कर न्याय की गुहार लगाई थी. इसके बाद अखिलेश ने मौके पर पहुंचकर मृतक की पत्नी से मुलाकात की थी. इस दौरान अखिलेख यादव ने सरकार से पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और मारे गए कारोबारी बलवंत सिंह की पत्नी को सरकारी नौकरी देने की मांग की थी. वहीं, इस बीच यूपी तक ने बलवंत सिंह के चाचा चंद्रभान से बातचीत की है, जिनके साथ लूट हुई थी. खबर में आगे जानिए उन्होंने क्या-क्या बताया?

बलवंत सिंह के चाचा ने कहा,

“हम गए थे थाने. हमने कहा था कि यह हमारा भतीजा है और यह ऐसा नहीं कर सकता है. आप इसको छोड़ दीजिए. हमको बोला गया कि आप चलिए इनको मैथा पुलिस स्टेशन पर छोड़ देंगे. हमको नहीं पता फिर वो कहां चले गए लेकर. हमने नामजद नहीं, अज्ञात मुकदमा लिखवाया था. हमको बाद में पता चला कि हमारे भतीजे को मारा गया है. न हमारी और न ही बलवंत की पुलिस से कोई रंजिश थी.”

चंद्रभान

आपके साथ क्या कांड हुए था? इसपर चंद्रभान ने बताया, “मैथा बाजार में हमारी दुकान है. हम उसे बंद करके आ रहे थे. बैग में करीब 2 लाख रुपये कैश था. तीन बदमाशों ने घेरकर हमारा कैश लूट लिया.”

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बलवंत सिंह पर कैसे आरोप लगा? इस पर मृतक के चाचा ने कहा, “अब यह हम नहीं बता सकते कि पुलिस को उनपर कैसे शक हुआ. अगर पता होता कि पुलिस ये सब करेगी तो हम कभी रिपोर्ट लिखाने भी नहीं जाते.”

चंद्रभान ने आगे कहा,

  • “हमारी मुख्यमंत्री से मांग है कि हमारे भतीजे के छोटे-छोटे बच्चे हैं और उसकी पत्नी है उन्हें आर्थिक सहायता मिले. हमारी बहू को नौकरी मिल जाए.”

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  • “अखिलेश यादव ने कहा था कि हम शासन से और सदन में आपकी बात रखेंगे.”

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