गोरखपुर: पुलिस की पिटाई से मौत? जानें पत्नी से आखिरी कॉल पर क्या हुई थी बात

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गोरखपुर के एक होटल में पुलिस दबिश के बाद कानपुर के युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत ने पुलिस को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. देर रात ‘दबिश देने के लिए होटल आए’ गोरखपुर के पुलिसकर्मियों पर आरोप है कि उन्होंने कानपुर से यहां आने वाले मनीष कुमार गुप्ता की इस तरह पिटाई की कि गुप्ता की जान चली गई. इस मामले में स्थानीय थाने के प्रभारी निरीक्षक समेत छह पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है.

इस बीच, मनीष के पिता और उनकी पत्नी ने मीडिया के सामने आकर घटना को लेकर अपना पक्ष सिलसिलेवार तरीके से सामने रखा है. आइए मनीष के परिजनों के हवाले से जानते हैं कि गोरखपुर में मनीष के साथ क्या हुआ था.

पत्नी बोलीं- ”पूरा रूम खून से भरा था”

मनीष की पत्नी गोरखपुर के रामगढ़ताल थाना क्षेत्र के उस होटल पहुंचीं, जहां कथित तौर पर पिटाई से उनके पति की मौत हुई. उन्होंने बताया

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”कानपुर से आई हूं. मेरे पति कल सुबह यहां आ गए थे. इसी होटल में रुके थे. रूम नंबर 512 में रुके थे. सुबह से शाम तक रुके. फिर ढाबा में खाना खाकर होटेल के रूम में आए. बातों बातों में (फोन पर) बताया कि बेटा कोई आ गया है, मैं 10 मिनट में करता हूं. उनकी बातों में हड़बड़ाहट थी. मुझे लगा कोई आ गया है. मैं 10 मिनट में बात कर लूंगी. उसी 10 मिनट के अंदर उन्होंने दुर्गेश को कॉल की है. बोला है कि बेटा यहां पुलिसवाले मुझसे जबर्दस्ती कर रहे हैं. मुझे मार रहे हैं. टॉर्चर कर रहे हैं. जबर्दस्ती थाने लेकर जा रहे हैं, जबकि मैंने कोई अपराध नहीं किया है.”

मनीष की पत्नी

और फिर पति से फोन पर संपर्क टूटा

मनीष की पत्नी ने आगे बताया, ‘दुर्गेश ने तुरंत उनको (मनीष को) बोला कि बगल वाले इंस्पेक्टर, हवलदार जो भी हैं, उनसे बात करा दीजिए. फिर फोन कट गया. फोन उठा ही नहीं. दुर्गेश ने मुझे फोन किया कि मामी ऐसा ऐसा हो रहा है. मैंने भी लगातार कॉल की. मेरा भी फोन कट रहा था.”

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उन्होंने मीडिया के कैमरे को होटल रूम की तरफ दिखाकर कहा कि घटना के बाद ”पूरा रूम खून से भरा था, पूरा फ्लोर गीला था, फ्लोर खून से लथपथ था. बाद में सफाई करा दी गई.”

उन्होंने कहा कि सफाई हो गई है, लेकिन स्लीपर नहीं हटाया है, ये बताने के लिए कि सफाई नहीं हुई है. मनीष की पत्नी ने रोते हुए कहा कि मैंने पति खोया, मेरे चार साल के बच्चे ने पिता खोया.

फफकते हुए पिता ने सुनाया अपने हिस्से का सच

मनीष के पिता नंद किशोर गुप्ता भी बहू के साथ गोरखपुर पहुंचे. बेटे के साथ जो घटा उसे सुनाते हुए वह रो पड़ते हैं.

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नंद किशोर गुप्ता ने बताया, ”7-8 पुलिसवाले आईडी चेक करने आए. बेटे ने सवाल किया कि आप रात में नींद खराब कर रहे हो, दिन में चेक करते. फिर पुलिसवाले गाली बकने लगे. फिर बैग चेक किया उसमें भी कुछ नहीं मिला तो मारना शुरू कर दिया. राइफल की बट सिर पर लगी, आंख और नाक पर लगी, खून आया. उसी दौरान मौत हो गई.”

पिता ने रोते हुए बताया कि उनसे तो मनीष की बात भी नहीं हुई, ”परसों बस पैर छूकर वह घर से निकल आया था.”

क्या है पूरा मामला?

बताया जा रहा है कि गोरखपुर पुलिस सोमवार-मंगलवार की दरम्यानी रात होटल और सरायों में रुकने वाले लोगों की जांच के लिए निकली थी. पुलिस का दावा है कि ‘संदिग्‍धों के ठहरने की सूचना पर’ रामगढ़ताल थाना क्षेत्र के देवरिया बाईपास रोड पर स्‍थित एक होटल के कमरे को खुलवाया गया. यहीं रुके कानपुर के रहने वाले मनीष कुमार गुप्‍ता की इस मामले में मौत हुई है. उनके साथ रुके उनके दोस्त गुरुग्राम के रहने वाले अरविंद सिंह ने बताया कि वे होटल कृष्‍णा पैलेस के अपने रूम नंबर 512 में सो रहे थे.

अरविंद ने बताया कि देर रात पुलिसवालों ने दरवाजा खुलवाया और आईडी चेक करने लगे, मनीष ने देर रात की जांच पर सवाल उठाए, पुलिसवाले सामान तक चेक करने के बाद पीटने लगे. अरविंद का आरोप है कि पुलिसवाले शराब के नशे में भी थे, देर रात में की जा रही चेकिंग को लेकर सवाल पूछने पर उन्होंने पीटा.

अरविंद का कहना है कि प्रभारी निरीक्षक जगत नारायण सिंह और सब्‍जी मंडी चौकी इंचार्ज अक्षय कुमार मिश्रा लगातार थप्‍पड़ मारते हुए नीचे लेकर चले आए.

”पुलिसवाले मनीष को घसीटते हुए लिफ्ट से नीचे ला रहे थे”

अरविंद ने आगे बताया कि इसी बीच उन्‍होंने देखा कि पुलिसवाले मनीष गुप्‍ता को घसीटते हुए लिफ्ट से नीचे लेकर आ रहे हैं और उनके सिर से खून बह रहा था, उन्‍होंने अपनी पीसीआर वैन में मनीष गुप्‍ता को डाला और उन्‍हें पीछे बिठाया.

पुलिस का क्या कहना है?

गोरखपुर के एसएसपी विपिन ताडा ने बताया कि अपराधियों की चेकिंग के दौरान रामगढ़ताल पुलिस एक होटल में गई, वहां पर तीन संदिग्‍ध युवक अलग-अलग शहरों से आए थे, पुलिस होटल मैनेजर को साथ में लेकर युवकों से पूछताछ करने के लिए गई थी, इसी दौरान हड़बड़ाहट में कमरे में गिरने से एक शख्स को चोट लग गई. उन्होंने बताया कि बीआरडी में इलाज के दौरान शख्स की मौत हो गई. हालांकि पुलिस ने इस मामले में कुल छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया है.

गोरखपुर: पुलिस की पिटाई से युवक की मौत? 6 पुलिसकर्मी सस्पेंड

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