खूबसूरत सना के चक्कर में पीयूष पवार बन गया मोहम्मद अली, सुन्नत भी करवाई फिर कहानी ने लिया रॉन्ग टर्न

अरविंद शर्मा

UP News: आगरा के चर्चित धर्मांतरण रैकेट में हर दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं. दरअसल पीयूष पवार मोहम्मद अली बन गया. अब उसे आगरा से पकड़ा गया है. जानिए पूरा मामला.

ADVERTISEMENT

Agra, Agra news, Agra viral news, Agra crime news, up news, up crime news, आगरा, आगरा न्यूज, यूपी न्यूज
Agra news
social share
google news

UP News: आगरा के चर्चित धर्मांतरण रैकेट में रोजाना नए-नए खुलासे हो रहे हैं. इस मामले की व्यापकता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उत्तर प्रदेश के अलावा भी 6 राज्यों से युवतिययों को जबरन धर्म परिवर्तन कराने के मामलों का खुलासा हुआ है. अब इस मामले में राजस्थान से जुड़ी एक ऐसी जानकारी सामने आई है, जो आपके होश उड़ा देगी.

पुलिस ने इस केस में राजस्थान के रहने वाले मोहम्मद अली को भी अरेस्ट किया है. मोहम्मद अली खुद पीयूष पवार से कन्वर्टेड होकर मुस्लिम बना था. बाद में यह धर्मांतरण कराने के नेटवर्क का हिस्सा बन गया. इसके धर्मांतरण की कहानी ने खुलासा किया है कि इसमें युवकों को बरगलाने के लिए खूबसूरत मुस्लिम लड़कियों का भी सहारा लिया जाता था. 

सना के चक्कर में पीयूष पवार बना मोहम्मद अली

इंडिया टुडे के राजस्थान ब्यूरो की रिपोर्ट के मुताबिक धर्मांतरण के रैकेट में सुंदर मुस्लिम लड़कियां भी हनी ट्रैप का काम करती थीं. इसी का शिकार बना जयपुर का पीयूष उर्फ मोहम्मद अली. आगरा से गिरफ़्तार मोहम्मद अली दरअसल जयपुर का रहने वाला पीयूष पवार है. इसे सना नाम की एक लड़की ने अपने प्यार में फंसा लिया.

यह भी पढ़ें...

सना ने उससे शादी करने के लिए मुसलमान बनने की शर्त रखी. सना ने उसका सुन्नत करवाया फिर मस्जिदों में ठहराया और जमात में शामिल करवाया. 

जब पांच वक्त का नमाजी बन गया पीयूष तो सना पलट गई

जब पीयूष पवार से मोहम्मद अली बना शख्स पांचों वक़्त का नमाज़ पढ़ने लगा तो सना ने कहा कि वह किसी असली मुस्लिम से निकाह करेगी. सना ने उसे तसल्ली दी कि वो उसका निकाह किसी दूसरी लड़की से करवा देगी. इसके बाद सना जो गायब हुई, आजतक नहीं लौटी. 

इस नेटवर्क की अहम कड़ी और इस फंड करने वाली आयशा ने बाद में इसका निकाह करवा दिया. इसके बाद दोनों धर्मांतरण में मदद करने लगे. मोहम्मद अली बना पीयूष अब वापस हिंदू धर्म में लौटना चाहता है. उसने अपने परिवार वालों को बताया है कि वह वापस हिंदू बनकर अपने घर आना चाहता है. पीयूष का परिवार जयपुर के हसनपूरा में रहता था जो अपना मकान बेच गायक कहीं चला गया है. सना पियुष से टोक रोड पर कॉलेज पढ़ने के दौरान मिली थी. उसने बताया था कि वो टोंक की रहने वाली है. 

आगरा में पकड़ाया है धर्मांतरण का विशाल नेटवर्क

देश के विभिन्न राज्यों की दर्जनों युवतियों को जबरन धर्म परिवर्तन के दलदल में धकेलने का मामला सामने आया हैय ये युवतियां महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, झारखंड और दिल्ली और उत्तर प्रदेश की रहने वाली हैं.

इस मामले में 14 आरोपी अरेस्ट हुए हैं. आरोपियों से पूछताछ में पुलिस को जानकारी मिली है कि उत्तर प्रदेश के बरेली, अलीगढ़, रायबरेली और गाजियाबाद की लड़कियां इस रैकेट का शिकार बनी हैं. इनमें से कई युवतियों के परिजनों से पुलिस ने संपर्क भी स्थापित कर लिया है और बाकी से संपर्क का प्रयास जारी है. 

मिशन अस्मिता केस में अबतक क्या-क्या हुआ? 

उत्तर प्रदेश का यह बहुचर्चित धर्मांतरण का केस आगरा में ‘मिशन अस्मिता’ के तहत थाना सदर बाजार में दर्ज हुआ है. इस केस में अब तक देश के अलग-अलग 6 राज्यों से कुल 14 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. सबसे हालिया कार्रवाई 23 जुलाई को दिल्ली से तीन और आरोपियों को गिरफ्तारी की हुई है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में- 

- जुनैद कुरैशी पुत्र मोहब्बे अली, निवासी दयालपुर, नॉर्थ ईस्ट दिल्ली, उम्र 30 वर्ष
- अब्दुल्ला पुत्र अब्दुल रहमान उर्फ महेन्द्र पाल, निवासी मुस्तफाबाद, नॉर्थ ईस्ट दिल्ली, उम्र 20 वर्ष
- अब्दुल रहीम पुत्र अब्दुल रहमान उर्फ महेन्द्र पाल, निवासी मुस्तफाबाद, नॉर्थ ईस्ट दिल्ली, उम्र 27 वर्ष

तीनों आरोपियों से पूछताछ के दौरान कई अन्य युवतियों के जबरन धर्मांतरण की कहानी पता चली है. इन युवतियों को बहला-फुसलाकर, झांसा देकर या दबाव बनाकर धर्मांतरण के लिए मजबूर किया गया.

    follow whatsapp