आगरा से पकड़े गए जुनैद, अब्दुल्ला और अब्दुल रहीम... इनके पास बंधक बनी मिली दलित महिला ने सुनाई धर्मांतरण की ये कहानी

अरविंद शर्मा

उत्तर प्रदेश के आगरा में चल रहे 'मिशन अस्मिता' के तहत धर्मांतरण सिंडिकेट की जांच में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. देश के विभिन्न राज्यों की दर्जनों युवतियों को जबरन धर्म परिवर्तन के दलदल में धकेलने का मामला सामने आया है.

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उत्तर प्रदेश के आगरा में चल रहे 'मिशन अस्मिता' के तहत धर्मांतरण सिंडिकेट की जांच में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. देश के विभिन्न राज्यों की दर्जनों युवतियों को जबरन धर्म परिवर्तन के दलदल में धकेलने का मामला सामने आया है. ये युवतियों महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड, झारखंड और दिल्ली और उत्तर प्रदेश की रहने वाली हैं. इस सनसनीखेज मामले में अब तक कुल 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. यह खुलासा आगरा के चर्चित धर्मांतरण कांड की ताजा पुलिस जांच में हुआ है.

बता दें कि हाल ही में पुलिस कार्रवाई में तीन और आरोपी जुनैद कुरैशी, अब्दुल्ला और अब्दुल रहीम को आगरा के अंतर राज्य बस अड्डे से से गिरफ्तार किया गया है. इन तीनों से पूछताछ के दौरान कई अन्य युवतियों के जबरन धर्मांतरण की जानकारी भी सामने आई है. ये युवतियां बहला-फुसलाकर और दबाव बनाकर धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर की गईं थीं.

आगरा के थाना सदर बाजार में 4 मई को दर्ज हुई एफआईआर के बाद जांच में धर्मांतरण का यह बड़ा नेटवर्क सामने आया है. पुलिस पूछताछ में पता चला है कि उत्तर प्रदेश के बरेली, अलीगढ़, रायबरेली और गाजियाबाद से कई लड़कियां इस धर्मांतरण गिरोह का शिकार बनी हैं. इनमें से कई युवतियों के परिजनों से पुलिस ने संपर्क भी स्थापित कर लिया है और बाकी से संपर्क का प्रयास जारी है. यह खुलासा आगरा के चर्चित धर्मांतरण कांड की ताजा पुलिस जांच में हुआ है.

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सबसे हालिया कार्रवाई में 23 जुलाई को दिल्ली से तीन और आरोपी जुनैद कुरैशी, अब्दुल्ला और अब्दुल रहीम को गिरफ्तार किया गया है. इन तीनों से पूछताछ के दौरान कई अन्य युवतियों के जबरन धर्मांतरण की जानकारी भी सामने आई है. ये युवतियां बहला-फुसलाकर और दबाव बनाकर धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर की गईं थीं.

हरियाणा की दलित महिला की कहानी

पुलिस ने इस जांच के दौरान हरियाणा की एक दलित महिला को बंधक हालात में बरामद किया है. यह महिला पिछले 8 महीने से आरोपी अब्दुल रहमान के घर पर बंधक बनाकर रखी गई थी. पुलिस पूछताछ में महिला ने बताया कि पहले उसका जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कराया गया और फिर झांसा देकर जुनैद के साथ उसका निकाह कर दिया गया.

पीड़िता के पिता ने बताया कि उनकी बेटी 12 नवंबर को लापता हो गई थी जिसके बाद उन्होंने हरियाणा के नजदीकी थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. महीनों की तलाश के बाद भी कोई सुराग नहीं मिला. बेटी से मिलने के बाद उन्होंने बताया कि उसे जबरन निकाह के लिए मजबूर किया गया था.बेटी को सुरक्षित पाकर पिता भावुक हो उठे और उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का आभार जताते हुए कहा, "हमारी बेटी को चंगुल से आजाद कराया गया. इसके लिए हम योगी जी और पुलिस के बड़े अधिकारियों का धन्यवाद करते हैं. हमारी बेटी अब हमारे साथ घर जाना चाहती है."

 

 

महिला ने यह भी बताया कि वह सोशल मीडिया के जरिए जुनैद के संपर्क में आई थी. उसकी शादी 12 दिन पहले तय हो गई थी. लेकिन वह रोहतक स्थित अपने घर से निकलकर दिल्ली में जुनैद के पास पहुंच गई. जुनैद ने उसे पहले शाहीन बाग के एक हॉस्टल में रुकवाया जहां उसे धर्म परिवर्तन करने के लिए तरह-तरह से कोशिश की गई. हॉस्टल से ले जाकर जुनैद ने युवती को अब्दुल रहमान के घर पर रखा. यहां उसका धर्म परिवर्तन कराया गया और फिर निकाह कराया गया. पुलिस अभिरक्षा में आने के बाद युवती ने इस पूरे नेटवर्क के बारे में कई अहम जानकारियां दी हैं.

पुलिस का एक्शन और आगे की जांच

आगरा पुलिस की टीमें अन्य पीड़ित युवतियों और उनके परिजनों से भी संपर्क स्थापित करने में जुटी हैं. इस मामले की जांच में अन्य राज्यों की पुलिस और साइबर टीमें भी सहयोग कर रही हैं. गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपियों को 24 जुलाई को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है. पुलिस का कहना है कि जांच गहनता से जारी है और जल्द ही नए नामों के खुलासे के साथ और गिरफ्तारियां होने की संभावना है जिससे धर्मांतरण कांड से जुड़े कई और राज उजागर हो सकते हैं.

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