आगरा में भाजपा MLA भगवान कुशवाहा के चाचा ने नगर निगम के कर्मियों से की मारपीट? FIR उनपर हुई जिनकी हुई पिटाई
उत्तर प्रदेश के आगरा में भाजपा विधायक भगवान सिंह कुशवाहा के चाचा की दुकान पर नगर निगम की कार्रवाई के बाद हुए विवाद ने तूल पकड़ लिया है.
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उत्तर प्रदेश के आगरा में भाजपा विधायक भगवान सिंह कुशवाहा के चाचा की दुकान पर नगर निगम की कार्रवाई के बाद हुए विवाद ने तूल पकड़ लिया है. कार्रवाई के बाद हुए बवाल में मारपीट और तोड़फोड़ के आरोप में पुलिस ने सेनेटरी इंस्पेक्टर सहित नगर निगम के 20 कर्मचारियों पर मुकदमा दर्ज कर लिया. इसके विरोध में शुक्रवार सुबह नगर निगम कर्मचारी हड़ताल पर उतर आए और नगर निगम कार्यालय में तालाबंदी कर दी.
घटना बुधवार की है जब नगर निगम की टीम पॉलिथीन के खिलाफ अभियान के तहत खेरिया मोड़ (शाहगंज) स्थित सराय ख्वाजा पहुंची. वहां नथ्थी मिष्ठान भंडार पर प्लास्टिक गिलासों का उपयोग होते देखा गया जिस पर टीम ने चालान काटा. आरोप है कि कार्रवाई से नाराज दुकानदार ने टीम के एक सदस्य को थप्पड़ मार दिया. इस पर नगर निगम की टीम गुस्से में आ गई और मारपीट हो गई. दुकानदार का आरोप है कि सेनेटरी इंस्पेक्टर प्रदीप गौतम ने बिना किसी नोटिस के बुलडोजर से दुकान का काउंटर और शटर तोड़ डाला. यह पूरी घटना कैमरे में कैद हो गई और फिलहाल सोशल मीडिया पर वायरल है. वायरल वीडियो में नगर निगम कर्मचारी मारपीट करते और बुलडोजर से दुकान का शटर तोड़ते दिख रहे हैं.
इस वीडियो के आधार पर पुलिस ने दुकानदार जगदीश कुशवाह की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस के मुताबिक एफआईआर में नगर निगम के सेनेटरी इंस्पेक्टर और एक अन्य कर्मचारी नामजद हैं जबकि 20 अन्य अज्ञात कर्मचारियों को भी आरोपी बनाया गया है. इन पर बवाल मारपीट, जानलेवा हमला, छेड़छाड़ और लूट जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा लिखा गया है.
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सुबह से नगर निगम में ताले, शहर में नहीं उठ रहा कूड़ा
एफआईआर के विरोध में शुक्रवार सुबह से नगर निगम के सभी संगठनों ने हड़ताल शुरू कर दी. सफाईकर्मी से लेकर अन्य विभागों के कर्मचारी नगर निगम परिसर में जुटे और अधिकारियों के कमरों में ताले जड़ दिए. इस दौरान पुलिस और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई. कर्मचारियों ने चेतावनी दी कि जब तक दर्ज मुकदमे वापस नहीं लिए जाते तब तक सफाई व्यवस्था ठप रहेगी. उन्होंने विधायक भगवान सिंह कुशवाहा के घर का घेराव करने की चेतावनी भी दी है.
व्यापारी वर्ग भी उतरा समर्थन में
इस विवाद के बाद स्थानीय व्यापारी भी भाजपा विधायक के चाचा और दुकानदार के समर्थन में आ गए हैं. शुक्रवार को व्यापारी वर्ग एकजुट होकर उनके घर पहुंचा और नगर निगम की कार्रवाई को गलत ठहराया. वहीं एक व्यापारी नेता ने कहा कि 'जो नगर निगम के अधिकारी हैं उन्होंने हमारे दुकानदार के साथ कानून प्रक्रिया के तहत चालान किया उसके बाद में मारपीट हुई और दुकान को बुरी तरह से जेसीबी से तोड़ा गया. हम इसकी निंदा करते हैं.'
वहीं आगरा नगर निगम के सफाई कर्मचारी नेता सिकंदर वाल्मीकि ने कहा कि 'हमारे कर्मचारियों और एक एसएफआई के साथ विधायक भगवान सिंह कुशवाहा के गुंडो के द्वारा जो मारपीट की गई और उन पर तानाशाही रवैया अपनाते हुए पुलिस ने उल्टा उन्हीं पर मुकदमा लगाने का काम किया है. इसके विरोध में हम लोगों ने आगरा नगर निगम की तालाबंदी की है और पूरे आगरा में सफाई कार्यरत किया गया है.
आगरा नगर निगम के सफाई कर्मचारी नेता विनोद इलाहाबादी ने कहा कि 'हमारे अधिकारियों की ढील रही है. हमें विश्वास में लेकर हमें आंदोलन न करने के लिए बात किया गया. अब हमारी आर पार की लड़ाई है. सारे कर्मचारी के संगठनों ने एकजुट होकर शहर की सफाई व्यवस्था बंद कर दी है और नगर निगम की भी तालाबंदी कर दी है.