कौन हैं बाहुबली हरिशंकर तिवारी के बेटे भीष्म शंकर जिन्हें अखिलेश ने डुमरियागंज से दिया टिकट?

अनिल तिवारी

ADVERTISEMENT

UPTAK
social share
google news

Samajwadi Party Candidate List: समाजवादी पार्टी ने रविवार 7 और लोकसभा सीटों पर प्रत्‍याशियों के नामों की घोषणा की. इसमें जौनपुर, डुमरियागंज, संतकबीरनगर, सलेमपुर, मछलीशहर और श्रावस्‍ती लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की गई है.  डुमरियागंज से अखिलेश ने एक ऐसी प्रत्याशी को टिकट दिया है, जिससे सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई है. अखिलेश बता दें कि अखिलेश ने यहां से बाहुबली नेता हरिशंकर तिवारी के बेटे भीष्म शंकर तिवारी पर दांव खेला है. 

कौन हैं भीष्म शंकर तिवारी?

 

भीष्म शंकर तिवारी का जन्म गोरखपुर के टांडा गांव में 30 सितम्बर 1960 को हुआ था. इनके पिता का पंडित हरिशंकर तिवारी और मां का नाम रामलली देवी था. इन्होंने इंटरमीडिएट तक शिक्षा प्राप्त की और भारतीय जनता पार्टी के सदस्य के रूप में राजनीति में जुड़ गए. भीष्म तिवारी का विवाह 6 जून 1986 को रीना तिवारी से हुआ. इनके 2 बेटे और 2 बेटियां हैं. 

 

 

राजनीतिक इतिहास:

भीष्म शंकर तिवारी ने बीजेपी के सदस्य के रूप में राजनीतिक शुरुआत की. सबसे पहले बलरामपुर लोकसभा से 1999 में इन्होंने भाजपा प्रत्याशी के रूप में  चुनाव लड़ा और 34.7% मत पाकर दूसरे स्थान पर रहे. इस चुनाव में हार के बाद यह सपा से जुड़ गए और 2004 में खलीलाबाद लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में आए लेकिन यहां भी वह बसपा के भाल चंद यादव से चुनाव हार गए. इस चुनाव में भालचंद यादव को 2,34,712 मत मिले. वहीं 2,07,689 मत पाकर तिवारी दूसरे स्थान पर रहे.

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

2007 में भीष्म तिवारी ने सपा का दामन छोड़ा और बहुजन समाज पार्टी से जुड़ गए. इसके बाद खलीलाबाद में हुए उपचुनाव में बसपा प्रत्यासी के रूप में चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की. 2009 में खलीलाबाद सीट का नाम संतकबीर नगर लोकसभा सीट किया गया. संतकबीरनगर सीट से इन्होंने 2009 में फिर से बीएसपी के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा और भाजपा के शरद त्रिपाठी को 29496 मतों से हराकर विजयी हुए. फिर 2014 में हुए चुनाव में तिवारी ने बीएसपी के सिंबल पर फिर से संतकबीरनगर से चुनाव लड़ा लेकिन इस बार शरद त्रिपाठी ने इन्हें चुनाव में हराकर जीत दर्ज की.

 

 

2019 में हुए लोकसभा चुनाव में तिवारी ने सपा और बसपा गठबंधन के प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा. मगर इस बार भाजपा के प्रवीण निषाद से तिवारी चुनाव हार गए. 2019 के चुनाव में प्रवीण निषाद को 4,64,998 मत मिले तो वही भीष्म शंकर तिवारी  4,29,507 मत पाकर दूसरे स्थान पर रहे.

    follow whatsapp

    ADVERTISEMENT