राजा भैया से उलट बाहुबली धनंजय सिंह ने BJP का साथ देने का किया ऐलान, बोले- हम तटस्थ नहीं
राजपूत वोटर्स की बीजेपी से कथित नाराजगी की चर्चाओं के बीच पूर्वांचल के दो बाहुबली नेताओं ने लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ा ऐलान कर दिया है.
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Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के चार चरण की वोटिंग होने के बाद पांचवें चरण से पहले सियासी गर्मी अचानक से बढ़ गई है. राजपूत वोटर्स की बीजेपी से कथित नाराजगी की चर्चाओं के बीच पूर्वांचल के दो बाहुबली नेताओं ने लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ा ऐलान कर दिया है. एक हैं जनसत्ता दल के मुखिया और कुंडा विधायक राजा भैया और दूसरे हैं पूर्व सांसद धनंजय सिंह. बेंगलुरु में गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात और फिर मंगलवार को अपने आवास पर बीजेपी के कौशांबी प्रत्याशी विनोद सोनकर संग केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान से मुलाकात करने के बावजूद राजा भैया खुलकर बीजेपी के साथ नहीं आए. लेकिन धनंजय सिंह ने सोमवार देर शाम जौनपुर में बीजेपी को समर्थन देने का ऐलान कर दिया.
धनंजय सिंह का बड़ा एलान
धनंजय सिंह ने अपने कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करने के बाद उन्हें संबोधित करते हुए बीजेपी के समर्थन का ऐलान किया. धनंजय सिंह ने कहा कि वो औरों की तरह इस चुनाव में तटस्थ नहीं हैं. उन्होंने लगे हाथ यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि प्रदेश में एक अच्छी सरकार चल रही है. आपको बता दें कि धनंजय सिंह के सुर में ये बदलाव अचानक देखने को मिला है. ऐसा इसलिए क्योंकि बहुजन समाज पार्टी ने धनंजय सिंह के जेल जाने के बाद उनकी पत्नी श्रीकला सिंह को जौनपुर से टिकट दिया था. पिछले दिनों एक नाटकीय घटनाक्रम में श्रीकला का टिकट बसपा ने काट दिया. दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर धोखा देने का आरोप लगाया.
श्रीकला के लड़ने से जौनपुर के चुनाव के त्रिकोणीय होने की उम्मीद थी. ऐसा माना जा रहा था कि जौनपुर में बीजेपी के लिए श्रीकला की दावेदारी खतरा बन सकती है. ऐसे में उनके टिकट कटने की तमाम चर्चाएं अभी थमी नहीं थीं कि धनंजय सिंह ने बीजेपी के साथ जाने का ऐलान कर दिया. जबकि टिकट कटने से पहले तक श्रीकला मुखर रूप से बीजेपी का विरोध कर रही थीं.
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आप यहां नीचे सुन सकते हैं कि धनंजय सिंह ने अपने कार्यकर्ताओं से क्या-क्या कहा है.
पर राजा भैया तो किसी के साथ नहीं!
भले ही धनंजय सिंह ने साफ तौर पर बीजेपी का साथ देने का ऐलान कर दिया हो, लेकिन राजा भैया ने ऐसा नहीं किया है. इस लोकसभा चुनाव में राजा भैया ने किसी भी पार्टी को अपना समर्थन देने से किया इनकार कर दिया है. मंगलवार को राजा भैया ने प्रतापगढ़ में अपने बेंती पैलेस पर जनसत्ता दल के नेताओं की बैठक बुलाई थी. बैठक में राजा भैया ने पार्टी के कार्यकर्ता से कहा कि वो किसी भी पार्टी को वोटिंग करने के लिए स्वतंत्र हैं. राजा भैया ने कहा है कि कार्यकर्ताओं और समर्थकों को जो ठीक लगे, वह फैसला ले सकते हैं. इससे पहले केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान और कौशांबी से भाजपा के प्रत्याशी और निवर्तमान सांसद विनोद सोनकर राजा भैया का समर्थन हासिल करने के लिए उनके कुंडा स्थित बेंती पैलेस पर पहुंचे थे.
सांसद विनोद सोनकर लगातार तीसरी बार कौशांबी सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार बनाए गए हैं. राजा भैया के प्रभाव वाला कुंडा इलाका इसी कौशांबी लोकसभा सीट में आता है. हालांकि अपने प्रभाव वाले इलाके में 2 दिन पहले हुई केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की जनसभा में राजा भैया शामिल नहीं हुए थे. बीते दिनों बेंगलुरु में राजा भैया की गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि राजा भैया प्रतापगढ़ और खासकर कौशांबी सीट पर भाजपा के समर्थन का ऐलान कर सकते हैं. पर राजा भैया ने एक अलग ही सियासी रुख दिखाया है.