कांग्रेस से आए कृपाशंकर सिंह को जौनपुर से कैसे मिल गया BJP का टिकट? खुद बताई पूरी कहानी
भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश के 80 में से 51 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है. जिसमें
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Uttar Pradesh News : भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश के 80 में से 51 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है. पार्टी के शीर्ष नेता पीएम नरेंद्र मोदी यूपी की वाराणसी लोकसभा सीट से तीसरी बार चुनावी मैदान में उतरेंगे. वहीं वाराणसी के बगल के सीट जौनपुर से भाजपा ने जिस प्रत्याशी को मैदान में उतारा है उनके काफी चर्चे हैं. जौनपुर सीट से महाराष्ट्र के पूर्व गृह राज्यमंत्री कृपाशंकर सिंह (Kripa Shankar Singh) को टिकट दिया है. कृपाशंकर सिंह ने कांग्रेस को छोड़ 2021 में बीजेपी ज्वाइन की थी. वहीं प्रत्याशी बनाए जाने के बाद कृपाशंकर सिंह ने यूपी तक बात करते हुए तमाम मुद्दों पर अपनी बात रखी.
बीजेपी ने जताया भरोसा
बीजेपी उम्मीदवार कृपाशंकर सिंह ने यूपीतक से बात करते हुए कहा कि इस बार यूपी में सभी 80 सीटों पर बीजेपी जीतेगी. मैं बहुत खुश हूं कि पार्टी ने मुझ पर भरोसा दिखाया. मैं जौनपुर की जनता का भी विश्वास जीतूंगा. इस बार 400 से अधिक सीटें होंगी और जौनपुर उनमें से एक होग. उन्होंने आगे कहा कि, 'मैंने कांग्रेस में भी बहुत मेहनत की थी, जब मुंबई की सभी 6 सीटें कांग्रेस ने जीती थीं. मेरे शब्दकोष में थका हुआ नाम का कोई शब्द नहीं है. मैंने देवेन्द्र फड़नवीस के नेतृत्व में काम किया है, उन्होंने मुझे बताया कि मैं कितनी मेहनत करता हूं.'
भाजपा उम्मीदवार ने आगे कहा कि मुझे नहीं पता था कि मेरे नाम की घोषणा होने वाली है लेकिन पिछले दो दिनों से मुझे फोन आ रहे थे कि मुझे टिकट दिया जाएगा. कुछ लोगों ने जौनपुर में पटाखे भी फोड़े.
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कांंग्रेस छोड़ थामा था भाजपा का दामन
जौनपुर जिले के सहोदरपुर ग्राम सभा के सामान्य किसान परिवार में जन्मे कृपा शंकर सिंह ने 21 साल की उम्र में मुंबई की ओर रुख किया था. इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. 1972 से फार्मास्यूटिकल कंपनी में लैब असिस्टेंट के रूप में कार्य शुरू करने वाले कृपा शंकर सिंह ने 1977 में महाराष्ट्र कांग्रेस से राजनीतिक पारी शुरू की. 4 साल पहले ही जम्मू कश्मीर से धारा-370 हटाने के मुद्दे से प्रभावित होकर उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया और भाजपा में शामिल हो गए.हांलाकि कृपा शंकर सिंह पर आय से अधिक संपत्ति रखने का आरोप है और उनके बेटे का नाम 2जी घोटाले से जुड़ चुका है.
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