यूपी बोर्ड परीक्षा में पहली बार होने जा रहा है ये बदलाव, नकल रोकने के लिए होगी इतनी सुरक्षा
यूपी बोर्ड के दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षाएं 22 फ़रवरी से 9 मार्च तक होनी है. नक़ल विहीन परीक्षा सम्पन्न कराने के लिए इस साल पहले से कहीं ज्यादा सख्ती होगी.
ADVERTISEMENT
UP Board Exam : यूपी बोर्ड की हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में इस बार कक्ष निरीक्षक (Invigilators) छात्रों को नक़ल न करा पाएं इसके लिए पहली बार यूपी सरकार कक्ष निरीक्षकों का विशेष आई कॉर्ड बना रही है. इसमें बार कोड के जरिए पहचान होगी. 22 फ़रवरी से शुरू हो रही हाई स्कूल और इंटरमीडीएट की परीक्षा को नकल विहीन सम्पन्न कराने के लिए पहली बार यूपी बोर्ड ने न सिर्फ़ परीक्षार्थियों बल्कि कक्ष निरीक्षकों पर भी सख़्ती बरतते हुए ये अहम फ़ैसला लिया है. इसके साथ ही पांच स्तर की मॉनिटरिंग भी की जाएगी जो पूरी तरह से फूलप्रूफ परीक्षा सुनिश्चित करेगी.
पहली बार उठाया गया है ये कदम
माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश द्वारा संचालित दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षाएं 22 फ़रवरी से 9 मार्च तक होनी है. नक़ल विहीन परीक्षा सम्पन्न कराने के लिए इस साल पहले से कहीं ज्यादा सख्ती होगी. माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ यूपी पुलिस भी लगातार बैठकें करके व्यवस्था को सुनिश्चित कर रही है. मुख्य सचिव स्तर से इसकी मॉनिटरिंग की जा रही है. बोर्ड के इतिहास में पहली बार कक्ष निरीक्षकों (Invigilators) का परीक्षा के लिए परिचय पत्र (I- card) बनाया गया है. परीक्षक की डिटेल्स को बार कोड(Bar Code) के माध्यम से जांचा जा सकेगा. शिक्षा निदेशक डॉ महेंद्र देव ने बताया कि 'पिछले वर्षों में इस बात को लेकर शिकायत मिलती रही थी कि फ़र्ज़ी कक्ष निरीक्षक ड्यूटी करते हैं।परीक्षा की शुचिता के लिए ये महत्वपूर्ण कदम है.'
परीक्षा केंद्रों की होगी पांच स्तरीय मॉनिटरिंग
इस बार एक नयी पहल केंद्र व्यवस्थापकों को लेकर भी की गयी है. केंद्र व्यवस्थापकों की ट्रेनिंग करायी गयी है. इसके साथ ही बोर्ड परीक्षा में नक़ल रोकने के लिए 5 स्तरीय मॉनिटरिंग (five layered monitoring) भी की जाएगी. लखनऊ में माध्यमिक शिक्षा विभाग के कार्यालय में बने कंट्रोल रूम से मॉनिटरिंग होगी तो वहीं लखनऊ में एक अन्य कंट्रोल रूम भी स्थापित किया जाएगा. ज़िलों में भी मॉनिटरिंग होगी. वहीं 5 प्रदेश में क्षेत्रीय केंद्रों (Regional centres) से भी मॉनिटरिंग होगी. इस बार प्रदेश में 8265 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. सभी केंद्रों की निगरानी की जाएगी.
यह भी पढ़ें...
ADVERTISEMENT
नकल रोकने के लिए होगी इतनी सुरक्षा
बोर्ड परीक्षा में पिछली बार की तरह इस बार भी प्रश्न पत्रों को कड़ी सुरक्षा में रखा जाएगा. इसमें भी एक नई पहल की गयी है. प्रश्न पत्र को जहां स्ट्रांग रूम में रखा जाएगा वहां अंदर भी कैमरा लगाया जाएगा. जिससे किसी भी गड़बड़ी को रोका जा सके. शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने लगातार यूपी पुलिस के साथ बैठकें कर सुरक्षा इंतज़ाम को लेकर तैयारी की है. एलआईयू भी परीक्षा पर नजर रखेगी. STF नक़ल मफियाओं पर नज़र रखेगी. माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ महेंद्र देव कहते हैं कि 'पिछली बार नक़ल विहीन परीक्षा सम्पन्न हुई थी।ये बोर्ड के लिए भी उपलब्धि है. इसलिए इस बार चुनौती बड़ी है. नकल विहीन परीक्षा कराने की पूरी तैयारी है.'
इतने छात्र देंगे एग्जाम
माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश परीक्षा कराने वाला सबसे बड़ा बोर्ड है. इस बार 55 लाख 25 हज़ार 290 छात्रों ने हाई स्कूल और इंटर की परीक्षाओं के लिए रेजिस्ट्रेशन कराया है. इसमें 29,47,325 छात्र हैं जबकि इंटरमीडिएट में 25, 77, 965 छात्रों ने रेजिस्ट्रेशन कराया है. पूरे यूपी में 8265 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं.
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT