Varanasi: ज्ञानवापी सर्वे का आदेश देने वाले जज को मिली धमकी, पत्र में लिखी गईं ये सब बातें
वाराणसी के सिविल जज (सीनियर डिवीजन) रवि कुमार दिवाकर ने उत्तर प्रदेश सरकार के गृह मंत्रालय के मुख्य सचिव को चिट्ठी लिख कर न्यायपालिका पर…
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वाराणसी के सिविल जज (सीनियर डिवीजन) रवि कुमार दिवाकर ने उत्तर प्रदेश सरकार के गृह मंत्रालय के मुख्य सचिव को चिट्ठी लिख कर न्यायपालिका पर लगाए जा रहे आरोपों को बाबत बताया. आपको बता कि बीते दिनों जज दिवाकर ने ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi Mosque) के सर्वे का आदेश दिया था, जिसके बाद एडवोकेट कमीशन की कार्रवाही की गई थी.
जज दिवाकर ने लिखा है कि रजिस्टर्ड डाक से मिला ये पत्र इस्लामिक आगाज मूवमेंट की ओर से कासिफ अहमद सिद्दीकी ने भेजा है. इसमें कई आपत्तिजनक बातें लिखी गई हैं. बार बार विभाजित भारत शब्द का इस्तेमाल काया गया है. विभाजित भारत के मुसलमान और हिंदुओं के ध्रुवीकरण की बात कही गई है.
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जज दिवाकर ने प्रधान सचिव, गृह मंत्रालय से इस बाबत कार्रवाई करने की बात चिट्ठी में कही है.
जज दिवाकर को मिली चिट्ठी के लिफाफे पर पता के 16/19 बहादुरशाह जफर मार्ग, नई दिल्ली 110 002 लिखा है. 04.06.2022 को लिखी इस चिट्ठी में भेजने वाले ने अपना नाम कासिफ अहमद सिद्दीकी लिखा है. उसने खुद को इस्लामिक आगाज मूवमेंट का अध्यक्ष बताया है.
कासिफ अहमद सिद्दीकी ने चिट्ठी में लिखा है कि ‘80% हिंदू आबादी को 20% मुसलमानों से डर कैसा?’ चिट्ठी लिखने वाले ने देश की सरकार और प्रधानमंत्री के बारे में भी कई जगह आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया है. कई जगह धमकी जैसी भाषा भी है.
ज्ञानवापी परिसर में सर्वे करने गए फोटोग्राफर ने सुनाई वो कहानी जब उन्हें अंदर लगने लगा डर