शादी कार्ड और मर्डर…धनंजय के करीबी BJP नेता प्रमोद यादव की हत्या के इस पहलू ने जौनपुर को चौंकाया

राजकुमार सिंह

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म़तक भाजपा नेता का फोटो और उनके समर्थक
Jaunpur
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Jaunpur News: उत्तर प्रदेश का जौनपुर जिला पिछले कुछ दिनों से लगातार चर्चाओं में बना हुआ है. पहले बाहुबली धनंजय सिंह को सजा मिली और फिर भाजपा नेता प्रमोद यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई, इन दो घटनाओं से जौनपुर दहल गया है. बता दें कि पुलिस अब इस पूरे मामले की जांच कर रही है. जिस तरह से भाजपा नेता प्रमोद यादव की हत्या को अंजाम दिया गया है, उसे जान पुलिस भी सन्न है.

दरअसल भाजपा नेता प्रमोद यादव की गोली मारकर हत्या की गई है. आस-पास के लोग उन्हें फौरन अस्पताल भी लेकर गए. मगर उन्हें बचाया नहीं जा सका और डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. जिस तरह से हत्यारों ने हत्याकांड को अंजाम दिया है, वह चौंका देने वाला है.

शादी के कार्ड का बहाना और मार दी गोलियां 

मिली जानकारी के मुताबिक, जौनपुर जिले के सिकरारा थाना क्षेत्र अंतर्गत बोधापुर गांव निवासी प्रमोद यादव गुरुवार की सुबह 9:30 बजे अपनी ब्रेजा कार से घर से निकले. वह जौनपुर-प्रयागराज मार्ग पर पहुंचने ही वाले थे, तभी उन्हें दो लोगों ने रोका.

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दोनों युवकों ने कहा कि उन्हें प्रमोद यादव को शादी का कार्ड देना है. शादी का कार्ड लेने के लिए प्रमोद यादव ने गाड़ी का शीशा नीचे किया. जैसे ही प्रमोद यादव ने गाड़ी का शीशा नीचे किया, तभी दोनों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाई और प्रमोद यादव की हत्या कर दी. बता दें कि प्रमोद यादव को 6 गोलियां मारी गई हैं.

ईट-पत्थर भी फेंके मगर भाग निकले बदमाश

मिली जानकारी के मुताबिक, जिस समय हत्यारों ने प्रमोद यादव को गोलियां मारी, उस समय वहां आस-पास अन्य लोग भी मौजूद थे. गोलियां चलाते देख सभी लोग सन्न रह गए. लोगों ने बदमाशों को रोकने और पकड़ने के लिए ईट-पत्थर भी चलाए. मगर कोई भी बदमाशों को रोक नहीं पाया. बदमाशों ने हथियार दिखाया और लोगों को डरा कर भाग निकले.

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बता दें कि जैसे ही भाजपा नेता प्रमोद यादव की हत्या की खबर फैली, हड़कंप मच गया. भाजपा उम्मीदवार कृपाशंकर सिंह, भाजपा प्रवक्ता ओम प्रकाश सिंह समेत कई भाजपा नेता जिला अस्पताल पहुंचे. तब तक डॉक्टरों ने प्रमोद यादव को मृत घोषित कर दिय था.

घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक कई पुलिस अधिकारियों और भारी पुलिस फोर्स के साथ जिला अस्पताल पहुंच गए. पुलिस ने शव का पंचनामा करके तत्काल पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया. बता दें कि पुलिस सर्विलांस के जरिए अपराधियों तक जल्द पहुंचने का दावा कर रही है. परिवार के लोगों के अनुसार प्रमोद यादव की किसी से कोई रंजिश नहीं थी.

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धनंजय सिंह के करीबी रह चुके हैं प्रमोद यादव

बता दें कि भाजपा नेता प्रमोद यादव का पूरा परिवार जनसंघ के समय से ही जुड़ा हुआ है. प्रमोद यादव को धनंजय सिंह का करीबी भी समझा जाता था. साल 2012 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने प्रमोद यादव को मल्हनी विधानसभा सीट से प्रत्याशी भी बनाया था. मगर नॉमिनेशन में कुछ दस्तावेजों की कमी की वजह से इनका नामांकन पत्र निर्वाचन अधिकारी ने निरस्त कर दिया था. 

उस दौरान ये भी कहा गया था कि धनंजय सिंह ने ही प्रमोद यादव को भाजपा का टिकट दिलवाने में अहम भूमिका निभाई थी. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.

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