पीलीभीत: उधार के पैसे वापस न करने पर युवक ने दोस्त को घर बुलाया फिर उतारा मौत के घाट

सौरभ पांडेय

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उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले (Pilibhit News) में उधार के पैसे वापस न करने पर एक युवक ने अपने दोस्त को घर बुलाया फिर परिजनों के साथ मिलकर उसकी धारदार हथियार से कथित तौर पर हत्या कर दी. इसके बाद शव को अपने ही घर में 8 फीट गहरे गड्ढे में छुपा दिया. दो दिन बाद बुधवार को पुलिस ने शव बरामद कर आरोपी दोस्त सहित चार लोगों को हिरासत में लेकर जेल भेज दिया.

मंगलवार को को मृतक की पत्नी पूनम यादव ने थाना न्यूरिया में एक शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके मुताबिक, उसके पति कमलेश यादव दिनांक सोमवार शाम को घर से दवाई लेने को कहकर गए थे और बताया था कि दीनदयाल के साथ जा रहे हैं, लेकिन वापस नहीं आए.

पत्नी की लिखित शिकायत के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. मामले में पुलिस अधीक्षक पीलीभीत दिनेश पी द्वारा टीमें गठित कर मामले में जांच के निर्देश दिए गए थे. जैसा कि पत्नी द्वारा पुलिस से कहा गया था कि उसके पति अपने दोस्त दीनदयाल के साथ गए थे. इस आधार पर पुलिस द्वारा दीनदयाल से गहनता से पूछताछ की गई.

पूछताछ में जानकारी हुई कि कमलेश यादव जो भमौरा अड्डे के पास रेलवे फाटक पर गेट मैन की नौकरी करता था, जिसने दीनदयाल से करीब एक साल पहले 35 हजार रुपये एक महीने बाद वापस करने का वादा कर उधार लिए थे, लेकिन दीनदयाल के बार-बार मांगने पर भी कमलेश यादव ने पैसे वापस नहीं दिए.

सोमवार को मृतक कमलेश यादव दीनदयाल के घर पर गया था. दीनदयाल नें उससे अपने रुपये वापस मांगे तो वह टाल-मटोल करने लगा. इसके बाद दीनदयाल, उसके भाई दयाराम, मोहनलाल उर्फ हीरालाल और तीनों की पत्नियों ने कमलेश को शराब पिलाई और उसके बाद कथित तौर पर बांके से काटकर उसकी हत्या कर दी. हत्या के बाद शव को घर के आंगन में नल के पास गड्डा खोदकर दबा दिया और हत्या से सम्बन्धित सामान को छिपा दिया.

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दीनदयाल की निशादेही पर उसके घर के आंगन में गड्डा खोदकर मृतक कमलेश का शव और हत्या से सम्बन्धित सामान फिल्ड यूनिट टीम की मदद से बरामद किया गया. शव को परिजनों की मौजूदगी मे पंचायतनामा भरकर पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया गया.

मामले में पुलिस ने आरोपी दोस्त दीनदयाल और उसकी पत्नी, उसके भाइयों की पत्नी मीना देवी, सुशीला देवी और नन्ही देवी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वहीं दो आरोपी दयाराम और मोहनलाल अभी फरार चल रहे हैं.

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वहीं मामले में जिले के अपर पुलिस अधीक्षक डॉक्टर पवित्र मोहन त्रिपाठी ने बताया कि कमलेश देवी यादव और दीनदयाल का पैसे को लेकर आपस में लेनदेन था, जिसपर दीनदयाल ने कमलेश यादव को अपने घर बुलाया और शराब पिलाई फिर अपने भाई और अपनी पत्नी और भाइयों के पत्नी के साथ मिलकर कमलेश यादव को मार दिया. मामले में चार आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया. वहीं 2 लोग फरार चल रहे हैं.

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