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मनीष की मौत कैसे हुई? पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मिले चोट के निशान, जानें और क्या पता चला

संतोष शर्मा

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कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता की गोरखपुर में हुई संदिग्ध मौत में पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से काफी अहम जानकारियां सामने आ रही हैं. इस मामले में पुलिस पर आरोप हैं कि उनकी पिटाई की वजह से मनीष की मौत हुई है. अब मनीष की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से ऐसी जानकारियां सामने आई हैं, जो काफी गंभीर सवाल खड़े कर रही हैं.

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट की बड़ी बातें: मनीष गुप्ता की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उनके शरीर में 4 गंभीर चोटों के निशान मिले हैं. इसमें सिर के बीच में आई चोट को जानलेवा बताया जा रहा है. मनीष के सिर के बीच में 5×4 सेमी की चोट आई है. इसके अलावा दाहिने हाथ की कलाई पर भी चोट है. ऐसी आशंका है कि यह चोट डंडा मारने से लगी है. दाहिने हाथ की बांह पर भी चोट के निशान मिले हैं. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में बाईं आंख की ऊपरी परत पर भी चोट मिली है.

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मिले चोट के निशान इस ओर इशारा कर रहे हैं कि मनीष गुप्ता की मौत सामान्य परिस्थितियों में तो नहीं ही हुई है. इसके अलावा यह रिपोर्ट पुलिस की थिअरी पर भी सवाल खड़े कर रही है.

जानें, क्या है पुलिस की थिअरी

कानपुर के रियल एस्टेट कारोबारी मनीष गुप्ता अपने दोस्तों संग गोरखपुर गए थे. वे लोग गोरखपुर के रामगढ़ ताल थाना क्षेत्र के होटल कृष्णा पैलेस के रूम नंबर 512 में रुके थे. पुलिस का दावा है कि वह सोमवार-मंगलवार की दरम्यानी रात होटल और सरायों में रुकने वाले लोगों की जांच के लिए निकली थी, इसी क्रम में ‘संदिग्‍धों के ठहरने की सूचना पर’ रामगढ़ताल थाना क्षेत्र के देवरिया बाईपास रोड पर स्‍थित होटल के कमरे को खुलवाया गया. कमरे में मौजूद लोगों के पहचान पत्र चेक किए जा रहे थे. गोरखपुर एसएसपी ने घटना के बाद में बयान दिया था कि दबिश के दौरान हड़बड़ाहट में गिरने से मनीष के सिर में चोट लग गई और बाद में उनकी मौत हो गई. हालांकि बाद में जब मामले ने तूल पकड़ा तो एसएसपी ने थाने के प्रभारी निरीक्षक जगत नारायण सिंह समेत छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया.

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ऐसे में अब जब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में शरीर पर चोटों की पुष्टि हो गई है, तो पुलिस की यह थिअरी भी सवालों के घेरे में है कि मनीष हड़बड़ाहट में गिर गए.

पत्नी का दावा- पुलिसवालों ने मेरे पति को मार डाला

मनीष की मौत की खबर के बाद उनकी पत्नी मीनाक्षी अपने ससुर के साथ गोरखपुर पहुंची थीं. मीनाक्षी ने होटल प्रबंधन पर आरोप लगाए थे कि कमरे और लॉबी में खून के निशान को साफ कर दिया गया. मीनाक्षी ने 6 पुलिसवालों के खिलाफ गोरखपुर में FIR भी कराई है, जिनमें से 3 नामजद हैं. FIR में आईपीसी की धारा 302 लगाई गई है.

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अब क्या कह रही है पुलिस

एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने गुरुवार को इस मुद्दे पर पुलिस का पक्ष रखा और कहा कि दोषी कोई हो उसे छोड़ा नहीं जाएगा. प्रशांत कुमार के मुताबिक, ‘शुरुआत में यह बताया गया कि पुलिस वहां होटल में जांच करने पहुंची थी. वहां पर भगदड़ हुई और गिरने में चोट आई है. हालांकि इस मामले में तफ्तीश की जा रही है.’

उनके मुताबिक, ‘गोरखपुर में आदेश के हिसाब से पुलिस होटलों में ठहरने वालों की सामान्य चेकिंग करती है. इसी क्रम में पुलिस की एक टीम गई थी, लेकिन वहां ऐसा क्या हुआ की मौत हो गई, अब इसकी जांच हो रही है.’ प्रशांत कुमार ने कहा, ‘पोस्टमॉर्टम में भी सर में चोट लगने का मामला सामने आया है. पीड़ित परिवार ने जो भी लिख कर दिया है उसे ही FIR में तब्दील किया गया है. धारा 302 के तहत पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. मुख्यमंत्री के स्तर से जो भी सहायता होगी वह कराई जाएगी.’

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