लखनऊ: बच्चे चुराकर बेचने वाले गिरोह का खुलासा, 23 दिन के बच्चे को दो लाख में बेचा
राजधानी लखनऊ बच्चों को चुराकर बेचने वाले गिरोह का खुलासा हो गया है. पुलिस ने गिरोह का संचालन करने वाले हिस्ट्रीशीटर समेत तीन लोगों को…
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राजधानी लखनऊ बच्चों को चुराकर बेचने वाले गिरोह का खुलासा हो गया है. पुलिस ने गिरोह का संचालन करने वाले हिस्ट्रीशीटर समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरोह की एक सदस्य को पुलिस तलाश रही है. गिरोह ने एक 23 दिन के बच्चे को उसकी मां के गोद से छीनकर अगवा कर लिया था. बच्चे को 2 लाख रुपए में एक निसंतान दंपति को बेच दिया था. पुलिस 13 दिन में बच्चे को बरामद कर उसकी मां को सुपुर्द कर दिया है. बच्चे को पाकर मां के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं.
लखनऊ के पारा थाना क्षेत्र में एक 23 दिन के नवजात बच्चे को अगवा करके उसे बेचने वाले गिरोह का खुलासा लखनऊ की पारा पुलिस ने किया है. पुलिस ने गिरोह का संचालन करने वाले हिस्ट्रीशीटर सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. वहीं गिरोह की गीता नाम की महिला सदस्य को पुलिस की तलाश है जोकि फरार चल रही है.
डिप्टी पुलिस कमिश्नर दक्षिणी जोन, गोपाल चौधरी ने बताया कि शातिर अपराधी अफजाल ने अपनी महिला मित्र के साथ एक 23 दिन के मासूम बच्चे को अगवा कर उसे 2 लाख रुपए में बेच दिया था. इस घटना को अंजाम देने के लिए बकायदा इन लोगों ने योजना बनाई थी. अपराधी अफजाल और उसकी महिला साथी गीता के अलावा जो तीसरा अभियुक्त आशीष तिवारी है उसकी बहन प्रीति निसंतान है. प्रीति लखनऊ के बाजार खाला के टिकटराय तालाब के पास बने एलडीए कॉलोनी में रहती है.
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बहन की गोद भरने के लिए भाई ने गिरोह से साधा संपर्क
आशीष ने अपने जानने वाले एक साथी अफजाल से संपर्क किया जो कि लखनऊ के तालकटोरा का रहने वाला है. उससे मिलकर उसने बताया कि उसकी बहन को कोई संतान नहीं है. उसे एक बच्चा कहीं से दिला दे और बच्चा दिलाने की जो भी कीमत होगी उसे दिया जाएगा. दोनों के बीच सौदा 2 लाख में तय हुआ. जिसके बाद शातिर अपराधी अपनी जानने वाली एक महिला साथी से संपर्क किया. दोनों ने सीतापुर से योजना बनाकर लखनऊ के रानी लक्ष्मीबाई अस्पताल पहुंचे.
आरोपी गीता अस्पताल के बाहर रेकी करने लगी. इसी दौरान गीता ने देखा कि एक महिला की गोद में बच्चा है जो ई-रिक्शे पर सवार है. ये देखते ही गीता तुरंत उस ई-रिक्शा पर सवार हो गई. उसका साथी अफजाल अपनी डिस्कवर मोटरसाइकिल को ई-रिक्शे के पीछे लगा दिया. जब ई-रिक्शा रेलवे क्रॉसिंग के पास पहुंचा तभी गीता ने रिक्शे पर बैठी महिला की गोद से बच्चे को ले लिया और मोटरसाइकिल से पीछा कर रहे अपने साथी अफजाल के साथ नौ दो ग्यारह हो गई. वहीं हिस्ट्रीशीटर अफजाल और उसकी महिला साथी द्वारा अगवा किए गए मासूम को आशीष तिवारी को सौंप दिया गया. सौदे के 2 लाख लेकर अफजाल और गीता रफूचक्कर हो गए.
हिस्ट्रीशीटर है मुख्य आरोपी
डीसीपी गोपाल चौधरी ने बताया कि शातिर अपराधी अफजाल के खिलाफ लखनऊ के अलग-अलग थानों में कुल 6 मुकदमे दर्ज हैं. जिसमें महानगर, सरोजिनी नगर और तालकटोरा थाना शामिल है. हिस्ट्रीशीटर अफजाल 6 मुकदमों में जेल जा चुका है और वर्तमान में जमानत पर है. इतना ही नहीं शातिर अपराधी पर गैंगस्टर की कार्रवाई भी की जा चुकी है.
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गोपाल चौधरी ने बताया कि अभियुक्त अफजाल के पास से हिस्से में मिले 50 हज़ार में से बचे 5 हज़ार और एक डिस्कवर बाइक बरामद की गई है. वहीं इस घटना में शामिल उसकी महिला साथी गीता के पास डेढ़ लाख रुपए है जिसे गिरफ्तार किया जाना बाकी है. पुलिस उसके पीछे लगा दी गई है. जल्द ही वह पुलिस के गिरफ्त में होगा.
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