एक कटी उंगली और बेटे की गवाही ने मां के हत्यारे पिता को दिलवाई सजा, इंसाफ की ये जंग अनोखी है
कानपुर में एक बेटे ने ही अपने पिता को उसके कर्मों की सजा दिलवाने में अहम भूमिका निभाई. इस केस में एक कटी उंगली ने भी मृतका को इंसाफ दिलवाने में बड़ा रोल निभाया.
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Kanpur News: कानपुर में एक बेटे ने ही अपने पिता को उसके कर्मों की सजा दिलवाने में अहम भूमिका निभाई. बेटे ने कोर्ट में कहा कि मेरे पिता ने ही मेरी मां का कत्ल किया. पिता ने ही मेरी उस मां का कत्ल किया, जिसने मुझे जन्म दिया था. इसके बाद कोर्ट ने पिता को दोषी मानते हुई, उसे आजीवन कारावास की सजा सुना दी. इस केस में जहां बेटे की गवाही अहम रही तो वहीं दोषी शख्स की कटी उंगली ने भी मृतका को इंसाफ दिलवाने में अहम भूमिका निभाई.
पति ने की थी अपनी सिपाही पत्नी की हत्या
दरअसल ये पूरा मामला 5 साल पुराना है. यहां एक शख्स ने अपनी ही सिपाही पत्नी को काट डाला था और उसकी हत्या कर फरार हो गया था. मगर जब वह इस जुर्म को अंजाम दे रहा था तो उसके बेटे ने उसे देख लिया था. अपनी पत्नी की हत्या करते हुए शख्स की खुद की एक उंगली भी गलती से कट गई थी, जिसे पुलिस ने घटना स्थल से बरामद किया था. इस केस में उस उंगली ने भी आरोपी पति का दोष साबित करने में बड़ी भूमिका निभाई है.
दरअसल 20 नवंबर 2018 के दिन कानपुर के नौबस्ता से ये मामला सामने आया था. यहां महिला सिपाही शारदा सिंह जो उन्नाव में हेड कांस्टेबल थी, उनकी उनके पति वीरेंद्र सिंह भदोरिया ने ही हत्या कर दी थी. पति ने पत्नी पर धारदार हथियार से वार किया था और उसकी हत्या कर डाली थी. जिस समय पति अपनी पत्नी की हत्या कर रहा था, उसी समय उसका बेटे शिवा सिंह वहां आ गया और उसने ये भयानक जुर्म होते हुए अपनी आंखों से देख लिया था.
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पत्नी पर शक करता था पति
मृतक सिपाही की बहनों का आरोप था कि वीरेंद्र अपनी पत्नी पर शक करता था. वह अपनी पत्नी के साथ हर दिन मारपीट करता था. मृतक की बहनों का कहना था कि जिस दिन उनकी बहन की हत्या की गई, उस दिन भी उसके पति ने उसे खूब मारा था. आरोप था कि जब बहन ने इस मारपीट का विरोध किया तो वीरेंद्र ने गुस्से में आकर उसकी हत्या कर दी.
कट कर गिर गई थी उंगली
बता दें कि जब मृतका सिपाही अपने पति के हमलों से बचने की कोशिश कर रही थी, इसी दौरान गलती से पति वीरेंद्र की एक उंगली उसके ही धारदार हथियार से कट कर नीचे गिर गई थी. जब वीरेंद्र अपनी पत्नी की हत्या करके वहां से भाग निकला तो उसकी एक उंगली घटना स्थल पर ही पड़ी रह गई.
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बेटे ने दिलवाया मां को इंसाफ
इस केस में बेटे ने ही अपने पिता के खिलाफ केस लड़कर अपनी मां को इंसाफ दिलवाया है. बता दें कि मृतक महिला सिपाही के बेटे ने ही अपने पिता के खिलाफ केस दर्ज करवाया था. बेटे ने कोर्ट में अपने ही पिता के खिलफ गवाही दी और उस दिन का पूरा घटना क्रम कोर्ट को बताया. बेटे ने कोर्ट को ये भी बताया कि कैसे उसके पिता उसकी मां के साथ मारपीट करते थे और उनको गालियां देते थे.
पुलिस ने ये कहा
इस पूरे मामले पर नौबस्ता थाने के इंचार्ज सतीश कुमार पांडे ने कहा, “पुलिस ने मौके पर कातिल की कटी हुई उंगली को बरामद किया था. उसके बाद उसको सबूत के तौर पर पेश किया. आरोपी के खिलाफ उसके बेटे के साथ-साथ मृतका की बहन समेत 10 लोगों ने कोर्ट में गवाही दी थी. कोर्ट ने बेटे समेत सभी की गवाही और पुलिस की जांच में जो सबूत पाए गए, उसे आधार मानते हुए आरोपी वीरेंद्र सिंह को अपनी पत्नी की हत्या का दोषी माना और आजीवन कारावास की सजा सुना दी.
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‘ठान लिया था कि पिता को सजा दिलवाकर रहूंगा’
अपनी मां को इंसाफ मिलने के बाद बेटा काफी खुश है. बेटे का कहना है कि मेरी मां पिता को हमेशा समझाया करती थी. मेरे पिता हम लोगों के सामने अक्सर मां को मारा करते थे. वह ड्यूटी करने भी जाती थी तब भी पिता उनके साथ मारपीट और गाली-गलौज करते थे. एक दिन मेरे पिता ने मेरी आंखों के सामने मां का कत्ल कर दिया. मैंने तभी ठान लिया था कि मैं अपनी मां को इंसाफ दिलवा कर रहूंगा. इसलिए मैंने कोर्ट में जोरदार पैरवी की. परिवार के लोग भी हमारे साथ थे. आज जब इंसाफ मिला है तो लगता है कि मां को सुकून मिला होगा. वह भले ही मेरा पिता है, लेकिन हत्यारा सिर्फ हत्यारा होता है. उन्होंने जिसका कत्ल किया था वह मेरी मां थी, जिसने मुझे जन्म दिया था.
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