UP की सड़कों का रिएलिटी चेक: ’28 साल के हिमांशु के लिए काल बन गए हरदोई के गड्ढे’
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले 15 नवंबर तक प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए संबंधित…
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उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले 15 नवंबर तक प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए संबंधित…
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले 15 नवंबर तक प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं. इससे पहले भी योगी सरकार ने कई बार प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने की बातें कही हैं.
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इस बीच, मौजूदा वक्त में यूपी की सड़कों का असल हाल क्या है? ये जानने के लिए यूपी तक सड़कों का रिएलिटी चेक कर रहा है. हम आपको पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की सड़कों का हाल बता चुके हैं. इसी कड़ी में अब हम आपको हरदोई जिले की सड़कों का हाल बता रहे हैं. यहां सड़कों के गड्ढे जानलेवा हो चुके हैं. पिछले दिनों ऐसी ही एक घटना सामने आई, जिसमें बताया गया कि गड्ढे में एक बाइक सवार गिरा और पीछे से आ रहे एक ट्रक ने उसकी जान ले ली. जिम्मेदार अफसर और नेता हर साल गड्ढा मुक्त सड़कों का दावा करते रहे और एक चिराग बुझ गया. पढ़िए हरदोई जिले से यह खास रिपोर्ट:
यूपी तक की टीम जब हरदोई शहर के लखनऊ रोड से कन्हई पुरवा होते हुए बिलग्राम चुंगी रोड पर पहुंची तो सड़क के बीच बड़े-बड़े गड्ढे दिखे. जब हमने इन गड्ढों को लेकर वहां के स्थानीय लोगों से बातचीत की तो एक मार्मिक घटना के बारे में पता चला. स्थानीय लोगों ने बताया कि कुछ दिन पहले इन्हीं गड्ढों में एक बाइक सवार युवक गिर गया था और उसके गिरते ही पीछे से आ रहे एक ट्रक ने उसे कुचल दिया, जिससे उसकी मौत हो गई.
मृतक युवक के बारे में जब हमने जानकारी जुटाई तो पता चला कि युवक शहर की आवास विकास कॉलोनी के रहने वाले लेखपाल अवधेश सिंह का बेटा हिमांशु (28) था. हिमांशु एक निजी वाहन कंपनी में सेल्स एजेंट था.
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इसके बाद हम शहर की बिलग्राम चुंगी पर राधा नगर पुलिस चौकी के पास पहुंचे तो राधा नगर चौकी के समीप सड़क के बीच में एक गड्ढा था, जिसमें भारी मात्रा में पानी भरा हुआ था. इस दौरान यह भी पता चला कि पिहानी चपरतला मार्ग और अतरौली भटपुर ऐसे प्रमुख मार्ग हैं, जो अब सड़क नहीं गड्ढों में तब्दील हो गए हैं.
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“रोड नहीं तो वोट नहीं”
हम हरदोई से 30 किलोमीटर दूर बघौली से प्रतापनगर चौराहे होते हुए नैमिषारण्य तीर्थ जाने वाली सड़क पर पहुंचे तो यहां की सड़कें भी खस्ताहाल दिखीं. सड़क की बदहाली को लेकर इस इलाके की आक्रोशित जनता ने इस बार मतदान का बहिष्कार करने का ऐलान किया है और बघौली इलाके में ‘रोड नहीं तो वोट नहीं’ के पोस्टर लगा रखे हैं.
बघौली से प्रतापनगर जाने वाली 20 किलोमीटर सड़क पूरी गड्ढों में तब्दील हो चुकी है. बारिश के दिनों में सड़क पर ऐसा पानी भरता है कि जैसे सड़क न हो तालाब हो. यहां के लोगों का कहना है कि प्रदेश में कई सरकारें तो बदलीं, लेकिन सड़कों के हालात में कोई सुधार नहीं हुआ. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस सड़क के हालात आज कल से ऐसे नहीं हैं, अखिलेश सरकार में भी यह सड़क ऐसी थी और अब बीजेपी सरकार में भी ऐसी ही है.
सड़क के निर्माण की मांग को लेकर स्थानीय लोगों ने बताया कि सड़क पर धान की बेड तक रोपी, विधायक-सांसद-मंत्री से लिखित शिकायत की, लेकिन नतीजा कोई नहीं निकला. इतना ही नहीं, स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी शिकायत की, लेकिन वहां से भी निराशा हाथ लगी. जब सड़क के निर्माण पर कोई काम नहीं हुआ, तब थक हारकर यहां के लोगों ने 2022 के चुनाव में मतदान का बहिष्कार करने का फैसला लिया है.
16 सितंबर को हरदोई पहुंचे प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने 48 करोड़ रुपये की लागत से इस सड़क के निर्माण की घोषणा की, पर इस पर कब काम शुरू होगा, इसके बारे में यहां के लोगों को नहीं पता है.
यह सड़क सांडी विधानसभा के विधायक प्रभाष कुमार और सांसद जयप्रकाश के क्षेत्र में आती है. जब हमने सड़क की बदहाली को लेकर सांसद से बात करने की कोशिश की तो पता चला कि वह कुछ दिनों के लिए परिवार के साथ देश से बाहर गए हैं, जबकि विधायक ने खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर बात करने से इनकार कर दिया. उसके बाद हमने लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता ऐके दिवाकर से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने भी बात करने से इनकार कर दिया और अपना दफ्तर छोड़कर चले गए.
’20 नवंबर तक सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त कर लिया जाएगा’
गड्ढा मुक्ति अभियान को लेकर हरदोई के जिलाधिकारी अविनाश कुमार ने बताया, “देखिए शासन के निर्देश पर हम लोग डिस्ट्रिक्ट के अंतर्गत गड्ढा मुक्ति अभियान चला रहे हैं, जिसमें पीडब्ल्यूडी विभाग की लगभग 1398 किलोमीटर की सड़क को गड्ढा मुक्ति के अंतर्गत लिया गया है. इसमें 12 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च की जा रही है. प्रथम चरण के खर्च की धनराशि प्राप्त हो गई है, उसमें कई प्रमुख मार्ग भी हैं, जिनको हम लोग गड्ढा मुक्ति अभियान में ले रहे हैं.”
अविनाश कुमार ने आगे कहा, “इसके अलावा मंडी परिषद की 2 सड़कें, जो साढ़े 6 किलोमीटर की हैं, उनको भी हमने गड्ढा मुक्ति अभियान में लिया है. जिला पंचायत की 18 सड़कों को भी गड्ढा मुक्ति अभियान में लिया गया है.”
बघौली-प्रतापनगर की खस्ताहाल सड़क को लेकर जिलाधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग कानपुर के सहायक अभियंता से हम लोगों ने इस बारे में पत्राचार भी किया था. उन्होंने ये भी बताया कि इस सड़क के चौड़ीकरण और सुदृढ़ीकरण का कार्य कराया जाएगा.
हरदोई के डीएम अविनाश कुमार ने कहा, “20 नवंबर तक सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त कर लिया जाएगा, उसके लिए हम लोग पूरा प्रयास कर रहे हैं और मैं उसकी खुद समीक्षा कर रहा हूं.”
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