यूपी की सुर्खियां: एक शख्स 6 नौकरी के चक्कर में फंसे अखिलेश, 'बाबा वाला सिनेमा' और डिजिटल अरेस्ट में पूर्व IAS
यूपी में लैब टेक्नीशियन का पकड़ा गया फर्जीवाड़ा. सीएम योगी की बायोपिक 'अजय' का वायरल ट्रेलर और रिटायर्ड आईएएस अधिकारी से हुई डिजिटल ठगी की पूरी कहानी. जानें आज की सबसे बड़ी खबरें.
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UP News: यूपी Tak के 'Surkhiyan' शो में आइए आज हम आपको सूबे की उन खबरों सी रूबरू कराते हैं जिनकी खूब चर्चा है. आज की सबसे बड़ी खबरों में एक शख्स का छह जगहों पर नौकरी करने का चौंकाने वाला मामला शामिल है. यह फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद जहां सपा चीफ अखिलेश यादव ने सरकार पर हमला बोला, वहीं जांच में पता चला कि यह मामला उन्हीं के कार्यकाल का है. इसके अलावा, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीवन पर बनी फिल्म 'अजय' का ट्रेलर सोशल मीडिया पर धूम मचा रहा है. अंत में हम बात करेंगे एक रिटायर्ड आईएएस अधिकारी की जो डिजिटल ठगी का शिकार हुए हैं और उनसे 1 लाख रुपये ठग लिए गए. नीचे खबर में विस्तार से सभी मामलों को जानिए.
Surkhiyan नंबर 1: एक नाम, छह नौकरियां इस फर्जीवाड़े ने सबको चौंकाया
एक शख्स जिसका नाम अर्पित सिंह है वह उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में एक साथ छह जगहों पर लैब टेक्नीशियन के पद पर काम कर रहा था. वह छहों जगहों से सैलरी भी ले रहा था. यह बड़ा फर्जीवाड़ा तब सामने आया जब संविदा पोर्टल पर सभी कर्मचारियों की जानकारी अपलोड की गई. जांच में यह सामने आने के बाद अर्पित सिंह नाम का यह शख्स अचानक से गायब हो गया.
इस मामले पर सियासत भी शुरू हो गई है. अखिलेश यादव ने सरकार पर सवाल उठाए, लेकिन दो दिन की जांच के बाद योगी सरकार ने पाया कि अर्पित सिंह का अपॉइंटमेंट 2016 में यानी अखिलेश यादव की सरकार के दौरान हुआ था. अब योगी सरकार इस मुद्दे पर अखिलेश को घेर रही है कि उनके कार्यकाल में इतना बड़ा फर्जीवाड़ा कैसे हुआ?
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Surkhiyan नंबर 2: CM योगी की बायोपिक 'अजय' का ट्रेलर हुआ वायरल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जीवन पर बनी फिल्म 'अजय' का ट्रेलर रिलीज हो गया है. यह ट्रेलर सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रहा है और इसकी व्यूअरशिप करोड़ों में जा चुकी है. फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे अजय सिंह बिष्ट गोरखपुर आते हैं, कैसे वो यूनिवर्सिटी की राजनीति में हिस्सा लेते हैं और कैसे एक मां उनके गुरु पर आरोप लगाती है कि उन्होंने उसका बेटा छीन लिया.
Surkhiyan नंबर 3: रिटायर्ड IAS हुए डिजिटल ठगी के शिकार
डिजिटल ठगी का एक नया मामला सामने आया है, जिसमें रिटायर्ड आईएएस अधिकारी कृपा शंकर भी फंस गए है. वह केंद्रीय मंत्रालय में संयुक्त निदेशक के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं और लखनऊ के गोमती नगर में रहते हैं. ठगों ने उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाकर 'डिजिटल अरेस्ट' किया और उनसे 1 लाख रुपये वसूल लिए. रिटायर्ड आईएएस अधिकारी ने अब इस मामले में शिकायत दर्ज कराई है.