UP: कहीं रेप के बाद फांसी पर लटकाया तो कहीं जिंदा जलाया, 10 दिन में 5 बेटियों से दरिंदगी!
उत्तर प्रदेश में पुलिस जहां एक ओर नारी सुरक्षा के तमाम दावे कर रही है, वहीं पिछले 10 दिनों में ऐसी जघन्य वारदातें सामने आई…
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उत्तर प्रदेश में पुलिस जहां एक ओर नारी सुरक्षा के तमाम दावे कर रही है, वहीं पिछले 10 दिनों में ऐसी जघन्य वारदातें सामने आई हैं, जो इन दावों की पोल खोलती हैं. कहीं बेटियों के साथ रेप कर उन्हें फांसी पर लटका दिया जा रहा है, तो कहीं दुष्कर्म कर मुंह में मिट्टी भरकर मार दिया जा रहा है. लखीमपुर खीरी से लेकर बदायूं तक अपराधों की ऐसी फेहरिश्त सामने आई है कि इंसानियत भी शर्मसार हो उठे. पुलिस और सरकार भले ही अपराध को लेकर जीरो टॉलरेंस के दावे कर रही हो पर इन अपराधों से ये साफ हो जाता है कि अपराधियों के हौसले किस हद तक हैं.
अभी लखीमपुर खीरी के निघासन का वो परिवार अपनी दो बेटियों के साथ हुए कुकर्म और हत्या के दर्द से उबर नहीं पाया था कि इसी जिले में 16 सितंबर को एक और बेटी से घर का आंगन सूना हो गया. इस बेटी ने दुष्कर्म की नीयत से आए आरोपियों का विरोध किया था. इधर पीलीभीत में गैंगरेप की शिकार नाबालिग ने 90 फीसदी तक जलने के बाद अस्पताल में दम तोड़ दिया. बंदायू में दलित नाबालिग से दुष्कर्म के बाद हत्या का मामला सामने आया है.
बदायूं में दुष्कर्म और मर्डर के मामले में पकड़े गए आरोपी ने पुलिस से कहा- वो पहचान गई थी. इसलिए मुंह में मिट्टी भरकर मार दिया. लखीमपुर खीरी में मृतका के परिजनों ने बताया कि दो आरोपी घर में घुसे और बिटिया को छेड़ने लगे. विरोध करने पर उसे बहुत पीटा. घटना के चौथे दिन उसकी मौत हो गई. पीलीभीत से जो घटना सामने आई उसने रुह कंपा दिया.
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आरोप है कि दलित नाबालिग को घर में अकेले पाकर आरोपियों ने गैंगरेप किया फिर डीजल छिड़ककर आग लगा दी और चले गए. पिता खेत से आए तो बिटिया को तड़पता देख अस्पताल में भर्ती कराया. 90 फीसदी जल जाने के कारण उसकी मौत हो गई. वहीं लखीमपुर खीरी मामले में आरोप है कि दो दलित नाबालिग बहनों को आरोपी घर से ले गए. रेप किया और गला दबाकर मारने के बाद गन्ने के खेत में पेड़ से लटका दिया.
पुलिस पर लगे गंभीर आरोप
लखीमपुर खीरी के दोनों मामलों में परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. दो बहनों की रेप और हत्या मामले में परिजनों का कहना है कि पुलिस ने मिसवहैव किया. आरोपी लड़कियों को घसीटकर ले गए वहीं पुलिस ने मामले में कहा कि लड़कियों को बहला-फुसलाकर ले गए. इधर लखीमपुर के मुसेपुर गांव में हुई घटना में परिजनों का आरोप है कि वे घायल लड़की को लेकर 3 जगह पुलिस से गुहार लगाई पर मदद नहीं मिली. शुक्रवार को पीड़िता की मौत के बाद पुलिस ने आनन-फानन में जेसीबी से गड्ढा खोदकर उसे दफना दिया. बदायूं मामले में भी परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया. परिजनों का कहना है कि बेटी के गुमशुदगी की शिकायत थाने दी गई, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई नहीं की. अगले दिन पुलिस ने बताया कि नाबालिग का एक्सीडेंट हो गया है. परिजनों के पहुंचने से पहले पुलिस शव लेकर बदायूं चली गई और वहीं परिजनों को पहचान कराने के लिए बुलाया.
महिलाओं के खिलाफ अपराध में यूपी नंबर वन?
एनसीआरबी (NCRB) के आंकड़ों पर नजर डालें तो महिलाओं के खिलाफ अपराध में यूपी नंबर वन पर है. वर्ष 2021 में यूपी में महिलाओं के खिलाफ दूसरे राज्यों की तुलना में सबसे अधिक 56083 मामले सामने आए थे. हालांकि आंकड़े ये भी बता रहे हैं कि यूपी पुलिस (UP Police) ने महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों में 59.1 फीसदी की दर से दोषियों को सजा दिलाई है. एनसीआरबी के आंकड़ों की मानें तो सजा दिलाने में यूपी पुलिस की छवि दूसरे राज्यों की तुलना में बेहतर है पर लखीमपुर खीरी, पीलीभीत और बदायूं मामले को लेकर पुलिस पर ही कई सवाल उठ गए हैं.
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ये हैं पांचों मामले
लखीमपुर खीरी में दो बहनों से रेप के बाद हत्या
लखीमपुर खीरी जिले के निघासन थाना क्षेत्र के एक गांव में बुधवार यानी 14 सितंबर को दो दलित नाबालिग बहनों का शव पेड़ से लटका मिला है. पीएम रिपोर्ट में मृतकाओं के साथ दुष्कर्म और हत्या की पुष्टि हुई है. मामले में 6 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं.
लखीमपुर में युवती की पिटाई के बाद मौत
लखीमपुर के मुसेपुर गांव में 12 सितंबर को युवती अपने घर पर अकेली थी. तभी गांव के ही रहने वाले करीमुद्दीन और यूसुफ घर में घुस आए और उसके साथ छेड़छाड़ करने लगे. उसने जब विरोध किया तो आरोपियों ने उसकी जमकर पिटाई कर दी. इस दौरान लड़की की मां मौके पर पहुंच गई. आरोपियों ने उसकी मां के साथ भी मारपीट की और मौके से फरार हो गए. पीड़िता की 16 सितंबर को इलाज के दौरान मौत हो गई.
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पीलीभीत में रेप के बाद जिंदा जलाया, मौत
जिले के माधोटांडा थाना इलाके के एक गांव में 7 सितंबर को जिला अस्पताल में एक दलित नाबालिग को जलने के बाद उसके परिजनों ने एडमिट कराया था. नाबालिग 90 फीसदी तक जल गई थी और बेसुध थी. 10 सितंबर को जब पीड़िता को होश आया तो उसने पुलिस को आपबीती बताई. उसने बताया कि माधोटांडा थाना इलाके के उसके गांव के ही दो युवक जबरदस्ती घर में घुस गए और दुष्कर्म किया. फिर डीजल डालकर जला दिया. पुलिस ने पीड़ता के बयान और पिता की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. इधर पीड़िता की 18 सितंबर की रात 3 बजे मौत हो गई.
बदायूं में युवती से दुष्कर्म, मुंह में मिट्टी भरकर हत्या
मामला फैजगंज बहेटा थाना इलाके के एक गांव का है. यहां एक दलित किशोरी का शव रेलवे स्टेशन के पीछे धूल-मिट्टी से सना मिला. किशोरी के परिजनों ने बताया कि वो मानसिक रूप से कमजोर थी. वो घर से कहीं भी निकल जाया करती थी. शुक्रवार की रात में लापता हो गई. नाबालिग का शव शनिवार सुबह 11 बजे मिला. प्रथम दृष्टया उसकी मौत श्वांस नली में मिट्टी जाने और दम घुटने से बताई गई. पुलिस ने आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया. आरोपी ने बताया कि वो नशे में था. उसने दुष्कर्म किया. पीड़िता पहचान गई थी इसलिए मुंह में मिट्टी भरकर हत्या कर दी.
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