यूपी में अब स्कूलों में छात्रों को फोन लाना हो जाएगा बैन? सरकार से की गई ये बड़ी मांग

शिल्पी सेन

Uttar Pradesh News : स्कूलों में बच्चों के मोबाइल फोन इस्तेमाल को लेकर उत्तर प्रदेश में बड़ी मांग उठी है. ‘एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट स्कूल्स उत्तर…

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Uttar Pradesh News : स्कूलों में बच्चों के मोबाइल फोन इस्तेमाल को लेकर उत्तर प्रदेश में बड़ी मांग उठी है. ‘एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट स्कूल्स उत्तर प्रदेश’ स्कूलों में छात्रों के मोबाइल लाने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है. एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट स्कूल्स उत्तर प्रदेश ने ने शिक्षा विभाग को चिट्ठी लिख कर ये कहा है कि वर्तमान में स्कूलों में हो रही बहुत सी घटनाओं की वजह मोबाइल फ़ोन है. इसलिए स्कूलों में छात्रों के मोबाइल लाने को बैन किया जाए.

 स्कूलों छात्रों को फोन लाना हो जाएगा बैन?

एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट स्कूल्स उत्तर प्रदेश ने ये भी मांग की है कि अभिभावकों के लिए गाइडलाइंस बनायी जाए. जिनका पालन न करने कर स्कूल छात्र या अभिभावक के ख़िलाफ़ अनुशासनात्मक कार्यवाही कर सके. ये भी माँग की गयी है कि अगर स्कूल में कोई घटना होती है तो DCP या ADCP रैंक के अधिकारी से ही जांच करायी जाए.उससे नीचे के अधिकारी से जांच न करायी जाए. साथ ही पत्र में ये भी कहा गया है कि अगर कोई घटना होती है तो जांच में सरकार द्वारा गठित कमेटी में से भी एक सदस्य मौजूद रहेगा.

सरकार से की गई ये बड़ी मांग

गौरतलब है कि आजमगढ़ शहर स्थित ‘चिल्ड्रन गर्ल्स कॉलेज’ में कक्षा 11 की छात्रा की 31 जुलाई को संदिग्ध हालात में विद्यालय की छत से गिरने से मौत हो गयी थी. इस घटना को लेकर छात्रा के परिजन के साथ-साथ कई सामाजिक तथा महिला संगठनों ने सड़क पर उतरकर विरोध जताया था. पुलिस ने इस मामले में स्कूल की प्रधानाचार्या और कक्षा अध्यापक के खिलाफ हत्या और खुदकुशी के लिये उकसाने के आरोपों में मामला दर्ज कर पांच अगस्त को उन्हें गिरफ्तार कर लिया. गिरफ़्तारी के विरोध में निजी स्कूलों ने 8 अगस्त को पूरे उत्तर प्रदेश में स्कूलों को बंद करके विरोध जताया था. उत्तर प्रदेश सरकार ने उसके बाद एक कमेटी का गठन कर दिया था. ये कमेटी जल्द ही गाइडलाइंस बनाने वाली है.

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