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‘अच्छा हुआ कट्टा नहीं मिला वरना...’, राजा भैया ने बताया महल से AK–47 मिलने का पूरा किस्सा

आयुष अग्रवाल

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Raja Bhaiya News: प्रतापगढ़ की कुंडा विधानसभा सीट से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की जिंदगी के कई किस्से-कहानियां हैं. भदरी रियासत से संबंध रखने वाले राजा भैया की पहचान जहां सिर्फ एक राजनेता के तौर पर है तो वही उनकी पहचान एक बड़े बाहुबली के तौर पर भी है. इसी वजह से राजा भैया हमेशा चर्चाओं में बने रहते हैं. 

आज हम आपको राजा भैया से जुड़ी एक ऐसी ही दिलचस्प कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं. दरअसल राजा भैया और बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती के बीच सियासी दुश्मनी किसी से छिपी नहीं है. कहते हैं कि मायावती के मुख्यमंत्री रहते राजा भैया के खिलाफ कई मुकदमें दर्ज किए गए थे और राजा भैया को गिरफ्तार करके उन्हें जेल भेजा गया था. मगर उस दौर में सिर्फ राजा भैया को ही जेल नहीं भेजा गया था. दरअसल राजा भैया के पिता और भदरी रियासत के पूर्व राजा उदय प्रताप सिंह को भी गिरफ्तार करके जेल भेजा गया था.

 

 


आखिर क्या है राजा भैया के पिता की गिरफ्तारी का किस्सा
 

हमारे सहयोगी The Lallantop से बात करते हुए राजा भैया ने अपने पिता की गिरफ्तारी से जुड़ा पूरा किस्सा बताया था. दरअसल ये बात उस दौरान की है जब मायावती उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री थीं. राजा भैया ने मायावती के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था. वह लगातार मायावती के खिलाफ सियासी भाषण दे रहे थे. कहा जाता है कि इसी को लेकर मायावती और राजा भैया के बीच अदावत शुरू हो गई थी. इसी दौरान राजा भैया के खिलाफ खूब मुकदमें दर्ज किए गए और उनके ऊपर ‘पोटा’ लगाकर उन्हें जेल भी भेज दिया गया था.

राजा भैया के मुताबिक, इस दौरान उन्हें उत्तर प्रदेश की कई जेलों के चक्कर लगवाए गए थे. आखिर में जाकर उन्हें बांदा जेल में उन्हें लंबे समय तक रखा गया. मगर इस राजनीतिक अदावत में नया मोड़ तक आया जब पुलिस ने राजा भैया के पिता को भी गिरफ्तार कर लिया और उन्हें जेल भेज दिया. 

 

 


जब गिरफ्तार हुए राजा भैया के पिता


हमारे सहयोगी The Lallantop से बात करते हुए राजा भैया ने अपने पिता की गिरफ्तारी से जुड़ा पूरा किस्सा बताया. राजा भैया ने बताया, हमें जेल भेजने के बाद मन बना लिया गया कि हमारे पिता को भी जेल भेजना है. एक दिन देर रात भारी संख्या में पुलिसकर्मी और पुलिस अधिकारी हमारे पिता के पास पहुंचे. पिता आराम कर रहे थे. पुलिस आई और इधर-उधर जांच करने लगी. 

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राजा भैया ने बताया, कुछ पुलिसकर्मी अपनी टीम बनाकर इधर-उधर कुछ खोजने लगे. इस दौरान एक AK-47 वहां रख दी गई. फिर कहा गया कि ये देखिए यहां AK-47 मिली हैं. कहा गया कि राजा भैया और उनके पिता के यहां से AK-47 बरामद की गई है. जब मेरे पिता जी को ये बात पता चली तो उन्होंने जो बोला, वह याद है.

 

 


राजा भैया ने बताया, जब पिता को पता चला कि पुलिस को AK-47 मिली है तो पिता ने पुलिस अधिकारियों से कहा, चलिए अच्छा किया की AK-47 दिखा दिया. अगर कट्टा-वट्टा दिखाते तो बढ़ी बेइज्जती होती. 


मुलायम के मुख्यमंत्री बनने के बाद मिली थी राजा भैया को राहत


कहा जाता है कि जब मुलायम सिंह यादव प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे, तब जाकर राजा भैया को राहत मिली थी. मुलायम सिंह के सीएम बनने के कुछ ही समय बाद राजा भैया जेल से बाहर आ गए थे और उनके खिलाफ दर्ज हुए कई केसों को भी वापस ले लिया गया था. बता दें कि मुलायम सिंह यादव ने राजा भैया को अपनी सरकार में मंत्री भी बनाया था. 

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राजा भैया के पिता रह चुके हैं नेशनल शूटर

 

राजा भैया के मुताबिक, उनके पिता को हथियारों का काफी शौक है और वह हथियारों के काफी जानकार भी हैं. वह नेशनल शूटर रहे हैं. उनकी वजह से मुझें भी हथियारों का शौक है और उनके बारे में जानकारी है. मेरी बेटी को भी हथियारों का शौक है. वह शूटर है और डबल ट्रैप खेलती है. 

 

 


फिलहाल राजा भैया ने अपनी खुद की पार्टी बनाई है. पार्टी का नाम जनसत्ता दल लोकतांत्रिक है. राजा भैया अपनी पार्टी से ही विधायक हैं. साल 1994 से राजा भैया लगातार कुंडा विधानसभा की सीट से अपने विजयी रथ पर सवार हैं और हर चुनावों में वह जीत का नया रिकॉर्ड भी बना रहे हैं.

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