मोटर व्हीकल एक्ट के ‘हिट एंड रन’ नियम को लेकर यूपी में ड्राइवरों का विरोध प्रदर्शन, किया चक्का जाम
मोटर व्हीकल एक्ट के अंतर्गत हिट एंड रन केस के मामलों के लिए नए कानून को लेकर यूपी में ड्राइवरों ने जगह-जगह जमकर विरोध प्रदर्शन किया है.
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नए मोटर व्हीकल एक्ट को लेकर पूरे देश समेत यूपी में भी वाहन चालकों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. नए मोटर व्हीकल एक्ट के अंतर्गत हिट एंड रन के नियमों के खिलाफ वाहन चालक गुस्से में हैं. मोटर व्हीकल एक्ट के नए नियमों के मुताबिक, अगर सड़क दुर्घटना में किसी की मौत हो जाती है और ड्राइवर फरार हो जाता है तो ऐसी स्थिति में उसे 10 साल की सजा के साथ-साथ भारी जुर्माना भी भरना पड़ सकता है.
इस दौरान कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों और पुलिस में झड़प की भी खबरें आई हैं. गोंडा में विरोध प्रदर्शन कर रहे वाहन चालकों ने जमकर हंगामा किया.
वहीं, दूसरी तरफ फिरोजाबाद में इस कानून के विरोध में नेशनल हाईवे जाम कर रहे हैं वाहन चालकों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. आगे जानते हैं कि इस नए कानून को लेकर उत्तर प्रदेश के किन-किन जगहों पर कल विरोध प्रदर्शन हुए.
फिरोजाबाद में पुलिस को करना पड़ा लाठीचार्ज
फिरोजाबाद जिले के थाना मक्खनपुर क्षेत्र के गांव रूपसपुर के पास हिट एंड रन कानून के विरोध में विरोध प्रदर्शन करते हुए सोमवार को ट्रक और बस चालकों ने नेशनल हाईवे नंबर 2 पर प्रदर्शन करते हुए जाम कर दिया. बस और ट्रक को सड़क के दोनों ओर इस तरह खड़ा कर दिया कि कोई भी वाहन निकल ही नहीं सके. सड़कों पर बस के रुकते ही बसों के यात्री अपना सामान लेकर पैदल ही नेशनल हाईवे नंबर दो पर बेहद ठंड के बीच निकल पड़े. यहां तक कि एक यात्री तो अपने 6 महीने के बच्चे को गोद में लिए हुए बेहद ठंड में पैदल ही चलते रहे.
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नेशनल हाईवे नंबर 2 पर कई किलोमीटर लंबा जाम लगने की सूचना पुलिस अधिकारियों तक पहुंची तो एसडीएम विवेक मिश्रा मौके पर आए.
उन्होंने पहले ट्रक ड्राइवरों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन जब ट्रक ड्राइवर नहीं मानें तो अधिकारियों ने हल्का बल प्रयोग कर जाम खुलवाया. मौके पर पहुंचे एसडीएम विवेक मिश्रा का कहना है कि एक-दो ट्रक वालों ने जाम लगा दिया था, जिसे खुलवा दिया गया है.लेकिन अब किसी भी हालत में कानून का उल्लंघन नहीं करने दिया जाएगा.
गोंडा में हुआ विरोध प्रदर्शन और चक्का जाम
हिट एंड रन केस में प्रस्तावित कानूनों के विरोध के चलते गोंडा में भी बस ट्रक के पहिये थम गए हैं, जिससे साल के पहले दिन ही यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. दूसरी तरफ गोरखपुर-लखनऊ रेलमार्ग के दुरस्तीकरण होने से इंटरसिटी समेत कई गाड़ियों के रद्द रहने से यात्रियों को दोहरी मार झेलनी पड़ी.
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हालांकि, रोडवेज इस हड़ताल में शामिल नहीं है. लेकिन बसों में तोड़फोड़ होने की आशंका के चलते चालक बेचैन दिखाई दिए. हड़ताल के चलते छोटी गाड़ियों की चांदी रही. वह मुंह मांगे किराए पर यात्रियों को गंतव्य तक ले गए.
बुलंदशहर में वाहन चालकों ने किया हड़ताल
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में हिट एंड रन मामले को लेकर वाहन चालकों ने हड़ताल रखी और रोडवेज बसों का भी संचालन जनपद में बंद रहा. ट्रक चालकों ने एन एक 34 पर ट्रैकों को रोककर चक्का जाम किया और प्रदर्शन किया. ट्रक चालकों ने निजी गाड़ियां चला रहे वाहन चालकों को भी रोक कर हड़ताल में शामिल होने का आह्वान किया.
बुलंदशहर रोडवेज डिपो की 60 बसों से मात्र 15 बसें संचालित हुईं, जबकि खुर्जा रोडवेज की 75 बसों में से केवल एक ही बस रूट पर चली. इसके अलावा अन्य स्थानों पर भी रोडवेज बसों का संचालन नहीं हो सका. इस दौरान यात्रियों को आवागमन में काफी परेशानी हुई और अपने गंतव्य में जाने के लिए यात्री भटकते हुए दिखाई दिए.
गाजीपुर में भी हड़ताल पर रहे चालक
नए मोटर व्हीकल एक्ट को लेकर निजी बस और ट्रक संचालकों ने आस्तीन चढ़ा ली है. सोमवार को बड़े कमर्शियल वाहनों के चालकों और परिचालकों ने चक्का जाम कर हड़ताल कर दिया. स्थानीय कोतवाली क्षेत्र के लंका और रोजा बस स्टैंड से चलने वाले प्राइवेट बस स्टैंड से कोई भी यात्री बस सोमवार को नहीं चली, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा.
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एक आंकड़े के अनुसार, गाजीपुर में लगभग सवा दो सौ से ज्यादा प्राइवेट बसों का संचालन विभिन्न रूटों के लिए होता है और वे सभी हड़ताल पर रहे. कुछ रूटों पर रोडवेज बसों को भी रोका गया. बाद में पुलिस के हस्तक्षेप के बाद रोडवेज की बसों का संचालन कराया गया, जिससे रोडवेज बसों को भी काफी नुकसान हुआ.
ड्राइवरों का कहना है कि रोड एक्सीडेंट कोई जानबूझ कर नहीं करता, लेकिन हमेशा ड्राइवर को ही दोषी बनाया जाता है. गलती दूसरे पक्ष की भी होती है, इसलिए दुर्घटनाएं होती हैं. उनकी दलील थी कि ड्राइवर कमजोर वर्ग से आता है. इतना ज्यादा जुर्माना कहां से देगा और हमारे परिवार का क्या होगा. इस हड़ताल के बाद यात्रियों को परेशान देखा गया. छोटे वाहन, जीप, ऑटो के साथ रेलवे स्टेशन पर भी ठंड में यात्री भटकते दिखे.
हमीरपुर में जाम रहा नेशनल हाईवे
हमीरपुर जिले में मोटर व्हीकल एक्ट को लेकर वाहन चालकों ने नेशनल हाईवे में आड़े तिरछे वाहन खड़े कर हाईवे में जाम लगा दिया और जमकर हंगामा करते हुए प्रदर्शन किया. इस दौरान कई किलोमीटर लंबे जाम में सैकड़ों वाहन फंसे रहे. जिले के मौदहा कस्बे से गुजरने वाले नेशनल हाईवे-34 में अचानक से ड्राइवरों ने अपने ट्रक आई वाहनों को आड़ा तिरछा खड़ा कर जाम लगा दिया और हंगामा करते हुए जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी. जिससे हाईवे में अफरा-तफरी मच गई थी.
जाम की सूचना पर पहुंची पुलिस ने चालकों को समझा-बुझाकर जाम खुलवाने की कोशिश की, पर चालक नहीं माने. तब एसडीएम और सीओ मौके पर पहुंचे, जिनसे चालकों की तीखी बहस हुई. कई घंटो की मशक्कत के बाद प्रशासन और पुलिस जाम खुलवा सके तब तक नेशनल हाईवे में कई किलोमीटर लंबा जाम लग चुका था, जिसमें सैकड़ों छोटे बड़े वाहन फंसे हुए थे.
झांसी में भी ट्रक ड्राइवरों का विरोध प्रदर्शन
उत्तर प्रदेश के झांसी में भी हिट एंड रन कानून के विरोध में ट्रक ड्राइवरों ने चक्का जाम किया. चक्का जाम होने से वाहनों की लंबी-लंबी लाइनें लग गईं.फिर चाहे झांसी-शिवपुरी हाईवे हो या फिर झांसी-कानपुर हाईवे सभी जगह जाम की स्थिति नजर आई. वाहनों की लंबी-लंबी लाइनों के कारण कई राहगीर इसमें फंसे हुए नजर आए. जानकारी होते ही सम्बधित थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और किसी प्रकार जाम को खुलवाया. चक्का जाम किए हुए ड्राइवरों ने हिट एंड रन कानून को अंधा और कलंक बताया है.
ड्राइवरों का कहना है कि अगर इतना पैसा उनके पास होता वह ड्राइवरी ही क्यों करते. हम लोग भी घर पर बैठते हैं. हम लोग 300 रुपये की नौकरी करते हैं. 300 रुपये की नौकरी से हम लोग 50 लाख का जुर्माना कहां से भरेंगे. अगर हम 10 साल की सजा काटने जाएंगे तो हमारे बच्चे हमें भूल जाएंगे. इसलिए यह कानून गलत है, इसे वापस लिया जाए.
चंदौली में टैंकर चालकों ने किया प्रदर्शन
पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली में भी नए मोटर अधिनियम कानून के विरोध में टैंकर चालकों ने विरोध प्रदर्शन किया. इस विरोध प्रदर्शन के चलते कई घंटे तक आयल डिपो से निकासी प्रभावित रही. बताते चलें कि चंदौली के दीनदयाल नगर में इंडियन मिल भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम का डिपो है. यहां से पूर्वांचल के साथ-साथ नेपाल तक में पेट्रोलियम पदार्थों की सप्लाई की जाती है.
नए मोटर अधिनियम के विरोध में यहां पर टैंकर चालकों ने हड़ताल कर दिया और कई घंटे तक जमकर नारेबाजी की. यहां पर मौजूद सैकड़ों की तादाद में टैंकर चालकों ने इस कानून को वापस लिए जाने की मांग की. उधर जैसे ही टैंकर चालकों के खिलाफ प्रदर्शन की खबर पुलिस को मिली तो पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंचे और वाहन चालकों को समझा-बूझाकर हड़ताल समाप्त कराई.
भदोही में भी हुआ प्रदर्शन
मोटर वाहन एक्ट संशोधन के विरोध में भदोही से गुजरने वाली नेशनल हाईवे-19 पर ट्रक चालकों ने चक्का जाम कर दिया, जिससे लगभग 10 किलोमीटर तक लंबा जाम लग रहा. सोमवार को लगे जाम से राहगीरों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. राहगीरों की बढ़ती दिक्कतों को देखते हुए सक्रिय हुई पुलिस ने चालकों को समझा-बुझाकर जाम समाप्त कराया.
अधिनियम के संशोधन के खिलाफ वाहन चालक बेहद अक्रोशित दिखाई पड़े और नए साल की सुबह ही औराई थाना क्षेत्र के इटावा के पास नेशनल हाईवे-19 का उत्तरी लेन जाम करना शुरू कर दिया. इस दौरान ट्रक चालकों ने अधिनियम के विरोध में नारेबाजी भी की और संशोधन को वापस लिए जाने की मांग की. ट्रक चालकों के चक्का जाम से प्रयागराज-वाराणसी के राहगीरों वाले राहगीरों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
(फिरोजाबाद से सुधीर शर्मा, बुलंदशहर से मुकुल शर्मा, हमीरपुर से नाहिद अंसारी,गोंडा से अंचल श्रीवास्तव, झांसी से प्रमोद गौतम,गाजीपुर से विनय सिंह, और भदोही से महेश जायसवाल के इनपुट्स के साथ)
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