यादव कथावाचक की पिटाई वाले मामले में पूरे केस और अखिलेश को लेकर ये क्या बोल गए राजा भैया

अंकित मिश्रा

Raja Bhaiya on Akhilesh Yadav: इटावा कथावाचक अपमान मामले में अब राजा भैया की प्रतिक्रया सामने आई है. उन्होंने जो कहा उसे नीचे खबर में विस्तार से जानिए.

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Photo: Raja Bhaiya
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Raja Bhaiya on Akhilesh Yadav: उत्तर प्रदेश के इटावा जिले में यादव कथावाचकों संग हुई बदसलूकी का मामला अभी भी चर्चा के केंद्र में है. मालूम हो कि इटावा के दांदरपुर गांव में कथा सुनाने गए मुकुट मणि यादव और उनके सहायक संत यादव संग बदतमीजी का वीडियो वायरल होने के बाद राजनीति गर्मा गई थी. खुद सपा चीफ अखिलेश यादव ने यादव कथावाचकों को लखनऊ स्थित पार्टी कार्यालय में बुलाकर सम्मानित किया था. अब इसी मामले पर जनसत्ता दल (लोकतांत्रिक) के मुखिया और कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का बयान सामने आया है. जब राजा भैया से अखिलेश यादव को लेकर सवाल हुआ तब उन्होंने क्या कहा, उसे आगे खबर में विस्तार से जानिए.

'इतना हम जरूर कहेंगे कि...'

कथावाचकों को लेकर जब राजा भैया से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, "इतना हम जरूर कहेंगे कि हर जाति के व्यक्ति को भगवान की कथा कहने का अधिकार है. हालिया जो विवाद हुआ वो इस कारण से हुआ कि उसमें पहचान छिपाई गई... तो पहचान छिपाने की कोई जरुरत नहीं थी. ये दो लोगों का झगड़ा है एक वो कथावाचक और दूसरा वो जजमान परिवार जो कथा करा रहा था. लेकिन इसको लेकर पूरे प्रदेश में जातीय विष घोला जाए इसके हम खिलाफ हैं."

अखिलेश यादव को लेकर राजा भैया ने क्या कहा?

अखिलेश यादव द्वारा कथावाचकों का सम्मान करने पर राजा भैया ने कहा, "सम्मानित किया अच्छा करा, लेकिन फिर हम वही कहेंगे कि हर जात के व्यक्ति को भगवान की कथा कहने का अधिकार है. सनातन में जातिवाद था नहीं, किन्हीं कारणों से आ गया है.  हम सब लोगों को इसका विरोध करना चाहिए. इस समस्या का निदान होना चाहिए. जहां तक बात हमारी व्यक्तिगत है तो जातिवाद में हमारा कोई विश्वास नहीं है. 32 वर्ष हमें विधानसभा में हो गए हैं मैंने कोई भी निर्णय जाति आधारित नहीं लिया था."

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इटावा में क्या हुआ था?

यह पूरा मामला पिछले दिनों दांदरपुर गांव में हुई घटना से जुड़ा है, जहां यादव कथावाचक मुकुटमणि यादव और उनके सहयोगी संत कुमार यादव के साथ मारपीट की गई थी और संत यादव की चोटी भी काट दी गई थी. इस घटना का आरोप ब्राह्मण समाज के लोगों पर लगा था, जिसके बाद पुलिस ने चार युवकों को गिरफ्तार भी किया था. 

इस मामले में एक नया मोड़ तब आया जब कथावाचक और उनके सहयोगी के खिलाफ भी फर्जी आधार कार्ड और धोखेबाजी का केस दर्ज किया गया, जिसके बाद मामला और गहरा गया. 

इसी विरोध में, थाना बकेवर क्षेत्र के दांदरपुर गांव में बीते गुरुवार को भारी बवाल हुआ. गांव में घुसने से रोकने पर 'अहीर रेजीमेंट' और 'यादव महासभा' के लोगों ने पुलिसवालों पर पथराव किया, जिसके बचाव में पुलिस को हवाई फायरिंग करनी पड़ी. इस घटना के बाद इलाके का माहौल तनावपूर्ण हो गया है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, अब तक 19 बवालियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और 13 गाड़ियां सीज की गई हैं. इसके साथ ही, दांदरपुर गांव में कई थानों की फोर्स तैनात की गई है, और वीडियो में कैद हुए अन्य बवालियों की तलाश में जगह-जगह छापेमारी की जा रही है. बताया जा रहा है कि 26 जून को बकेवर थाना क्षेत्र इलाके में एकत्रित हुई हजारों की भीड़ में दूसरे जिलों से भी लोग आए थे.

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