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गाजीपुर के मनोज ने इंजीनियरिंग और पत्नी रंजीता ने छोड़ी टीचर की नौकरी फिर केले की खेती से यूं कमाने लगे लाखों रुपये

यूपी तक

गाजीपुर के एक सिविल इंजीनियर और शिक्षिका पति-पत्नी ने अपनी अच्छी खासी नौकरी छोड़कर केले की खेती में मिसाल कायम की है.कैसे उन्होंने मात्र 2 लाख रुपये की लागत लगाकर एक एकड़ केले की खेती से सालाना लाखों रुपये की कमाई की उसकी कमाई जानिए.

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Manoj And Ranjita
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Banana Farming Success Story: क्या केले की खेती से सालाना लाखों रुपये की कमाई हो सकती है? इस बात को गाजीपुर स्थित गौरा बाजार गांव के रहने वाले सिविल इंजीनियर मनोज कुमार सिंह और उनकी शिक्षिका पत्नी रंजीता सिंह ने सच साबित किया है. दोनों ने अपनी नौकरी को छोड़ा और अब केले की खेती कर रहे हैं. मनोज सिंह ने बताया कि वर्ष 2024-2025 में एक एकड़ में लगे केले को गाजीपुर और वाराणसी की मंडी में 10-15 रुपए किलो के हिसाब से बेचा तो उन्हें लाखों में मुनाफा हुआ. 

हमारे सहयोगी किसान Tak से बातचीत में मनोज सिंह ने बताया कि साल 1998 में सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा करने के बाद वह एक निजी कंपनी में नौकरी कर रहे थे. उन्हें यहां 45 हजार रुपये प्रतिमाह मिलते थे. मनोज सिंह ने बताया कि उन्होंने 4 अगस्त 2024 को पहली बार एक एकड़ में केले की खेती शुरू की थी. मनोज ने बताया कि वर्ष 2024-2025 में एक एकड़ में लगे केले को गाजीपुर और वाराणसी की मंडी में 10-15 रुपए किलो के हिसाब से बेचा तो 10-12 लाख प्राप्त हुए. इस दौरान लागत दो लाख थी. इतनी अधिक आमदनी को देख इस बार वह 5 एकड़ में खेती कर रहे हैं. एक पेड़ से 27-28 किलो केले की फसल तैयार होती है. किसान ने बताया कि एक एकड़ में करीब 850 केले के पौधे लगाए थे. वहीं एक एकड़ में 1100-1200 केले के पौधे आते हैं.

मनोज की पत्नी रंजीता थीं शिक्षिका 

उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी रंजीता एक शिक्षिका थीं. वह गाजीपुर के मरदह एक डिग्री कॉलेज में पढ़ाती थीं. पिता के निधन के बाद मनोज और रंजीता ने कुछ अलग करने का फैसला किया. मनोज बताते हैं कि दोनों पति-पत्नी ने अपनी स्थायी नौकरियां छोड़कर ऑर्गेनिक खेती को अपनाया. अब दोनों मिलकर लाखों रुपये कमा रहे हैं. 

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रंजीता सिंह ने बताया कि वो जो केला उगाते हैं उनकी सप्लाई वाराणसी और गाजीपुर के मंडी में होती है. उन्होंने बताया कि कुछ जमीन लीज पर लेकर दोनों खेती कर रहे हैं.

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