लखीमपुर खीरी: रेप कर मारी गईं दलित बच्चियों के परिवार को ये सब देने का आश्वासन, देखें लेटर
लखीमपुर खीरी में दो दलित बहनों के दुष्कर्म और हत्या के बाद पिता ने वो लेटर दिखाया है जो प्रशासन की तरफ से मिला है.…
ADVERTISEMENT
लखीमपुर खीरी में दो दलित बहनों के दुष्कर्म और हत्या के बाद पिता ने वो लेटर दिखाया है जो प्रशासन की तरफ से मिला है. लेटर में लिखा गया है कि एससी/एसटी एक्ट के तहत दोनों मृत बालिकाओं की मां को 8-8 लाख यानी 16 लाख रुपए मिलेंगे जिनकी पहली किश्त 16 को बैंक खाते में भेजी जाएगी.
लेटर में लिखा गया है कि रानी लक्ष्मीबाई योजना के तहत अनुमन्य धनराशि अभियोग की विवेचना के समाप्ति पर तत्काल देय होगी. प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आवास प्रदान करने हेतु ब्लॉक के माध्यम से शीघ्र कार्रवाई की जाएगी. नौकरी एवं अनुमन्य अन्य आर्थिक सहायता प्रदान किए जाने हेतु आवेदन प्राप्त कर जरिए उचित माध्यम प्रस्ताव शासन को प्रेषित किया जाएगा. घटना संलिप्त अभियुक्तों को शीघ्र कठोरतम सजा फांसी कराने हेतु फास्ट ट्रैक कोर्ट में पैरवी की जाएगी.
ये लेटर एक सादे पेज पर लिखा गया है. ये लेटर किसके तरफ से जारी हुआ है ये इसमें नहीं लिखा गया है. नीचे किसके सिग्नेचर हैं ये भी क्लीयर नहीं है.
यह भी पढ़ें...
ADVERTISEMENT
गौरतलब है कि पोस्टमार्टम के बाद दो नाबालिगों के शव उनके घर पहुंचे. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. पूरे गांव में मातम के साथ गुस्से का माहौल है. पुलिस और गांव वालों की मौजूदगी में परिजनों के सामने दोनों बालिकाओं के शवों को दफनाया गया.
ये है पूरा मामला
लखीमपुर खीरी के निघासन थाना क्षेत्र में बुधवार शाम दोनों दलित बहनों के शव उनके घर से करीब एक किलोमीटर दूर गन्ने के एक खेत में पेड़ से लटके हुए मिले थे. मां का कहना है कि उनके सामने दोनों बेटियों को आरोपी घसीटकर ले गए. वहीं पुलिस का दावा है कि दोनों नाबालिग आरोपियों को पहले से ही जानती थीं. आरोपियों ने उन्हें बरगलाया और वे उनके कहे में आकर चली गईं. आरोपियों को कहना है कि दुष्कर्म के बाद वे शादी का दबाव बनाने लगीं इसलिए उन्होंने मार दिया. मामले में सभी 6 आरोपी गिरफ्तार हो गए हैं. एक आरोपी में को पुलिस एनकाउंटर में गिरफ्तार किया गया है.
ADVERTISEMENT
मामले में एक लोकल पत्रकार ने बताया- असल में ये हुआ था
मामले में एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में स्थानीय पत्रकार नंद किशोर आर्या को पुलिस धकेलते हुए ले जा रही है. यूपी तक ने जब नंदकिशोर से बात की तो उन्होंने बताया कि पुलिस बिना बताए दोनों शवों को लेकर चली गई. तो परिवार और गांव वालों में आक्रोश हो गया कि ऐसे कैसे बिना पंचनामा किए शव लेकर चले गए.
नंद किशोर ने कहा- वहां पुलिस परिजनों पर जबरदस्ती तहरीर लिखवाने का दबाव बना रही थी. कोई मृतकाओं की मां का हाथ खींच रहा है. कोई बाल खींच रहा है. कोई साड़ी खींच रहा है. मैंने देखा कि मेल पुलिस फीमेल से इस तरह बिहेव कर रही है वो भी तब जब उनकी दो बेटियों को मारा जा चुका है. मैंने इसका विरोध किया तो पुलिस मेरा गला और मुंह दबाते वहां से धक्का देते दूर ले गई.
ADVERTISEMENT
लखीमपुर खीरी: दलित बहनों को अगवा कर दरिंदगी? पेड़ से लटकी मिलीं, जानिए कब क्या हुआ?
ADVERTISEMENT