IAS दुर्गा शक्ति नागपाल ने उड़ा दी थी मुख्तार अंसारी की ‘रातों की नींद’, यूं जिंदगी बना दी थी टफ

यूपी तक

मुख्तार अंसारी की बांदा जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई है. इस माफिया के कई किस्से-कहानियां हमेशा चर्चाओं में रहेंगे. मगर जिंदगी के आखिर दिनों में मुख्तार का सामना आईएएस दुर्गा शक्ति नागपाल से हुआ. बता दें कि आईएएस दुर्गा शक्ति नागपाल ने मुख्तार की रातों की नींद उड़ा दी थी.

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Mukhtar Ansari
मुख्तार अंसारी और आईएएस दुर्गा शक्ति नागपाल
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Mukhtar Ansari: माफिया मुख्तार अंसारी अब इस दुनिया में नहीं रहा. मुख्तार अंसारी की मौत हो चुकी है. मुख्तार की जिंदगी के आखिर साल बांदा जेल में गुजरे. बांदा की जेल मुख्तार अंसारी के लिए सबसे मुश्किल रही. दरअसल बांदा जिले की जिलाधिकारी आईएएस दुर्गा शक्ति नागपाल की सख्ती की वजह से मुख्तार अंसारी की रातों की नींद उड़ी रहती थी.  

आईएएस दुर्गा शक्ति नागपाल की गिनती उत्तर प्रदेश की सबसे तेज तर्रार आईएएस अधिकारियों में होती है. फिलहाल दुर्गा शक्ति नागपाल बांदा की डीएम हैं. मुख्तार अंसारी भी बांदा जेल में ही बंद था. मुख्तार की वजह से बांदा जेल की सख्ती अलग ही लेवल पर की जाती थी. आखिर यूपी का सबसे बड़ा माफिया डॉन इसी जेल में कैद था.

आपको बता दें कि बांदा डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल की सख्ती से मुख्तार अक्सर परेशान रहता था. प्रशासन के आदेश के बाद माफिया के बैरक की कभी भी तलाशी ले ली जाती थी. मगर मुख्तार अंसारी कुछ नहीं कह पाता और वह सब चुपचुप खड़ा होते देखता रहता. मुख्तार अंसारी इतना परेशान हो गया था कि उसने कोर्ट में भी कई बार बांदा प्रशासन और अधिकारियों के खिलाफ आवाज उठाई. मगर कोर्ट ने उसे कोई राहत नहीं दी और मुख्तार का हर कदम उसपर उल्टा ही पड़ गया.

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आखिर कौन हैं DM दुर्गा शक्ति नागपाल?

बता दें कि दुर्गा शक्ति नागपाल फिलहाल यूपी के बांदा की जिलाधिकारी हैं. वह 2010 बैच की आईएएस अधिकारी हैं. वह हमेशा अपने दबंग और सख्त अंदाज से चर्चांओं और सुर्खियों में रहती हैं. जहां भी वह तैनात रही हैं, वहां माफियाओं और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हुई है. इसलिए उनकी गिनती यूपी केतेज तर्रार आईएएस अधिकारियों में की जाती है. 

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