लखनऊ जेल में पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति पर हमला, अलमारी की स्लाइडिंग से मारा गया! हमलावर कौन?
अखिलेश यादव सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रजापति पर लखनऊ जेल के अस्पताल में हमला हुआ। अलमारी की स्लाइडिंग से हमलावर कौन था? सिर में चोटें, अखिलेश यादव ने UP में सुरक्षा की स्थिति पर उठाए सवाल.
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अखिलेश यादव सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति पर लखनऊ जेल में हमला किया गया है. इस हमले में गायत्री प्रजापति को सर में चोटें आई हैं. इसके बाद उन्हें इलाज के लिए लखनऊ जेल से ट्रॉमा सेंटर लाया गया. इमर्जेंसी वॉर्ड में इलाज किया गया है. बताया जा रहा है कि गायत्री प्रजापति को इस हमले में सर्फेशियल (सतही) चोटें आई हैं. इलाज के बाद फिलहाल वो ठीक हैं. अखिलेश यादव ने इस पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग करते हुए कहा है कि उत्तर प्रदेश में कोई भी सुरक्षित नहीं है. आइए आपको विस्तार से इस पूरे मामले की जानकारी देते हैं.
जेल के अस्पताल में हुआ हमला
जेल अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति को जेल के अंदर मौजूद अस्पताल में भर्ती किया गया था. इसी दौरान जेल अस्पताल में जिस कैदी को सफाई का जिम्मा दिया गया था, उससे पूर्व मंत्री की कुछ कहासुनी हो गई. बताया जा रहा है कि कैदी ने अलमारी की स्लाइडिंग के हिस्से से गायत्री प्रजापति पर हमला कर दिया. इस अटैक से पूर्व मंत्री को सिर पर चोटें आईं. पहले तो जेल में ही गायत्री प्रजापति का प्राथमिक ट्रीटमेंट किया गया. इसके बाद उन्हें ट्रॉमा सेंटर लाया गया.
गायत्री प्रजापति पर हमले के बाद का वीडियो यहां नीचे देखिए
अखिलेश यादव ने वीडियो पोस्ट कर उठाए सवाल
समाजवादी पार्टी चीफ अखिलेश यादव ने घायल गायत्री प्रजापति को अस्पताल ले जाते समय का वीडियो पोस्ट किया है. अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर वीडियो पोस्ट कर अखिलेश ने लिखा है कि, 'भूतपूर्व विधायक व उप्र सरकार में मंत्री रहे गायत्री प्रजापति पर जेल में हुए जानलेवा हमले की निष्पक्ष न्यायिक जाँच हो. उप्र में कहीं भी, कोई भी सुरक्षित नहीं है.'
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कौन हैं गायत्री प्रसाद प्रजापति?
गायत्री प्रजापति अखिलेश यादव सरकार में खनन और परिवहन मंत्री रह चुके हैं. पद पर रहते हुए इनपर बेनामी संपत्ति अर्जित करने के आरोप हैं. इसके अलावा 2017 में एक महिला ने गैंग रेप और नाबालिग बेटी से रेप करने का प्रयास का आरोप लगाया था. इसके बाद गायत्री प्रजापति को अरेस्ट किया गया था. 2021 में इलाहाबाद हाई कोर्ट ने गायत्री प्रजापति को पांच साल की सजा सुनाई थी. गायत्री प्रजापति उत्तर प्रदेश के अमेठी के रहने वाले हैं.