तीन दिन तक चली इस प्रतियोगिता में 17 टीमों ने भाग लिया.
मगर इस बीच आरोप लगा कि स्टेडियम के शौचालय परिसर में बना हुआ खाना खिलाड़ियों को परोसा गया, जिसका वीडियो भी सामने आया है.
वहीं, यह भी आरोप है कि खाने में चावल की क्वॉलिटी अच्छी नहीं थी और वे अधपके थे.
दूसरी तरफ, सहारनपुर के क्रीड़ा अधिकारी अनिमेष सक्सेना ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि शौचालय परिसर में खाना नहीं पकाया गया था.
अब सवाल यह उठता है कि इतने बड़े आयोजन में खिलाड़ियों के स्वास्थ्य के साथ इस तरह से खुलेआम खिलवाड़ करने वाले अधिकारियों की किस हद तक जिम्मेदारी तय होगी?