छोटे से गांव से निकलकर वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा बनना अर्चना देवी के लिए आसान नहीं रहा.
उन्होंने बताया कि छोटी उम्र में पिता की मौत हो गई थी. इसके बाद मां ने ही उन्हें खेलने के लिए प्रोत्साहित किया.
उन्होंने कहा कि लोग मेरे खेलने को लेकर काफी बातें करते थे लेकिन मां कभी मुझें कुछ नहीं बताती थी.
अर्चना देवी, सचिन तेंदुलकर से मिलकर और उनसे बातें करके भी काफी खुश हैं.
उन्होंने कहा कि गांव में टीवी नहीं था. सभी फोन पर मैच देखते थे. हमारे जीतने के बाद पूरा गांव खुश है. अब मेरा लक्ष्य IPL खेलना और नेशनल टीम में जगह बनाना है.