कानपुर के इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर से मिले थे करोड़ों-अरबों रुपए, जानें इस मामले में क्या हुई कार्रवाई
Uttar Pradesh News : कांग्रेस सांसद धीरज प्रसाद साहू (Dhiraj Sahu) से जुड़ी एक डिस्टिलरी यूनिट से 300 करोड़ रुपये से अधिक रुपये बरामद हुए…
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Uttar Pradesh News : कांग्रेस सांसद धीरज प्रसाद साहू (Dhiraj Sahu) से जुड़ी एक डिस्टिलरी यूनिट से 300 करोड़ रुपये से अधिक रुपये बरामद हुए हैं और गिनती अब भी जारी है. ऐसे में लोगों को कानपुर वाला पीयूष जैन (Perfume Businessman Piyush Jain) का किस्सा याद आ रहा है जिसमें जीएसटी द्वारा मारी गई रेड में उसके घर से 197 करोड रुपए कैश 23 किलो सोना और अन्य बहुमूल्य चीज़ें बरामद हुई थी. आइए जानते हैं कि पीयूष जैन मामले में क्या स्टेटस है कितनी पेनल्टी लगाई जा चुकी है. कितना पैसा जमा हो चुका है और पीयूष जैन की क्या हालत है?
क्या हुआ था बरामद
डीजीजीआई की अहमदाबाद शाखा ने दिसंबर-2021 में कानपुर और कन्नौज में पीयूष जैन के ठिकानों से 196.54 करोड़ रुपये नकद, 23 किलो सोना और 600 किलो चंदन का तेल बरामद किया था. इस मामले में एजेंसी की तरफ से कानपुर कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी गई है और उच्च न्यायालय के आदेश पर पीयूष को सितंबर-2022 में जमानत मिल चुकी है.
"नोटबंदी की नाकामी का स्मारक बनवा देना चाहिए"
इन दिनों धीरज साहू चर्चा में हैं, इसी बीच अखिलेश यादव ने X पर यूपी Tak का एक पुराना वीडियो साझा करते हुए इत्र कारोबारी पीयूष जैन को याद किया और सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा: सरकार ये भी बताए कि कानपुर में उनके अपनों से पकड़ी गई… pic.twitter.com/6DEbj1e8hf
— UP Tak (@UPTakOfficial) December 11, 2023
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कहां तक पहुंची कार्रवाई
आपको बता दें की मई-2023 में डीजीजीआई ने अपनी जांच पूरी कर ली थी और पीयूष जैन पर 497 करोड रुपए की पेनल्टी लगा दी गई है. साथ ही साथ इस मामले में 11 अन्य लोगों को आरोपी बनाकर नोटिस जारी कर दिया गया है. इस मामले में एजेंसी द्वारा 160000 पन्नों की चार्ट शीट कोर्ट में लगाई गई है.
197 करोड़ रुपए का क्या हुआ
आपको बता दें जप्त हुए 197 करोड़ रूपों में से पीयूष जैन ने स्वयं आकलन कर 57 करोड़ रुपए जीएसटी सरकारी खाते में जमा कर दी गई थी. कोर्ट में पीयूष जैन की तरफ से पक्ष रखा गया कि उनके आकलन के अनुसार 57 करोड रुपए की टैक्स चोरी इनके द्वारा की गई है. जो उन्होंने सरकारी खाते में जमा कर दी गई है लेकिन जीएसटी विभाग ने अपनी जांच पूरी करके पीयूष जैन पर 497 करोड रुपए की पेनल्टी तोक डाली बाकी बचे. हुए 140 करोड रुपए की जीएसटी विभाग द्वारा भारत के राष्ट्रपति के नाम पर स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया में एफ डी कर दी गई थी.
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मिला था 23 किलों सोना
इसी के साथ 23 किलो जप्त किए गए सोना जिसकी कीमत लगभग 11 करोड रुपए है. उसे डी आर आई द्वारा जप्त कर लिया गया था. जो अभी भी उन्हीं के पास है. इस पर कस्टम विभाग ने 60 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया है. 30 लाख रुपए पीयूष जैन पर जबकि 30 लाख उसकी कंपनी odochem industries पर लगाया गया है. इस कंपनी में पीयूष जैन पार्टनर है. साथ ही पीयूष जैन को इस सोने पर 4.38 करोड़ रुपये की कस्टम ड्यूटी चुकानी होगी.
मिला इतने करोड़ का नोटिस
पीयूष जैन के यहां से जो पैसा और सोना जप्त किया गया था. उसमें से कुछ भी उन्हें वापस नहीं मिला बल्कि जीएसटी विभाग द्वारा 497 करोड रुपए का पेनल्टी नोटिस भी उन्हें थमा दिया गया. इतना ही नहीं इनकम टैक्स विभाग अलग से आए से ज्यादा स्रोत पर टैक्स न देने के मामले में पीयूष जैन की जांच कर रहा है और उनके द्वारा टैक्स लायबिलिटी का आकलन फिलहाल नहीं किया गया है. बताया जा रहा है कि इनकम टैक्स द्वारा भी सैकड़ो करोड़ की टैक्स लायबिलिटी पीयूष जैन पर लगाई जा सकती है.
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