बांदा के प्रभारी मंत्री संजय निषाद अचानक जिला अस्पताल पहुंचे, जमीन पर लेटी मिली महिला मरीज

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बांदा के प्रभारी मंत्री संजय निषाद अचानक जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर का निरीक्षण करने पंहुचे जहां उन्हें भी सरकारी योजनाओं के जमीनी स्तर की हकीकत का पता चल ही गई. मंत्री के निरीक्षण में पूरे अस्पताल में हड़कम्प मच गया. मंत्री ने वार्ड से लगाकर, एक्सरे कक्ष, ऑपेरशन थिएटर सहित पूरे कैम्पस का बारीकी से निरीक्षण किया, जहां उन्हें एक महिला अस्पताल के गेट पर लेटी मिली और अस्पताल कैम्पस लाइट भी गुल रही.

ये सब देखकर मंत्री का पारा चढ़ गया. तत्काल स्ट्रेचर मंगवा कर उस महिला को वार्ड में शिफ्ट कराया और जनरेटर से बिजली दुरुस्त करने को कहा. मंत्री ने सीएमएस को फटकार लगाते हुए दोबारा ऐसा न दिखाई पड़ने की हिदायत दी.

करीब 12 बजे कैबिनेट मंत्री संजय निषाद अपनी टीम के साथ जिला अस्पताल के औचक निरीक्षण करने पंहुचे. हालांकि रविवार होने के चलते उन्हें भीड़ का सामना नहीं करना पड़ा, लेकिन सरकारी आदेशों की खुलेआम धज्जियां उड़ रही, ये जरूर देखने को मिली. जगह जगह गंदगी का अंबार, लाइट गुल, जमीन पर लेटी महिला मरीज को देखकर मंत्री भी गुस्से में आ गए. उन्होंने मौजूद सीएमएस डॉ. एसएन मिश्र की जमकर क्लास ली.

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मंत्री ने फटकार लगाते हुए कहा कि सरकार का उद्देश्य है हर मरीज को अच्छी चिकित्सा सुविधा दी जाए. अस्पताल कैम्पस को भी साफ सुथरा रखें. मंत्री ने बाकायदा वार्ड पहुंच मरीजों से हालचाल जाना, उनसे अस्पताल में हो रहे इलाज के बारे में जानकारी ली. मंत्री ने पूरे अस्पताल कैम्पस में मिली गंदगी देख नाराजगी जताई है.

उन्होंने अस्पताल प्रशासन को हिदायत दी कि सरकारी रूप रेखा के अनुरूप मरीजों का इलाज किया जाए. कोई भी मरीज अनावश्यक परेशान न हो, उसका त्वरित इलाज किया जाए. करीब एक घंटे बाद मंत्री अपनी टीम के साथ निरीक्षण कर लौटे. कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने बताया कि आज जिला अस्पताल का निरीक्षण किया है, मरीजों से बात की है, संतुष्ट दिखाई दिए. कुछ कमियां मिली हैं जिसे दुरुस्त करने के लिए निर्देश दिए हैं.

जमीन में लेटे मरीज के सवाल पर कहा कि मैने तुरंत उसके इलाज के लिए सीएमएस को निर्देश दिया है, साथ ही बिजली की समस्या पर जनरेटर से आपूर्ति देने के लिए निर्देश दिए हैं. चेतावनी दी है कि दोबारा ऐसा न हो. जैसे सरकार आपके द्वारा आ रही है, उसी प्रकार अस्पताल में आने वाले मरीजों का द्वार से इलाज शुरू हो, अच्छी सुविधा मिले यही सरकार का लक्ष्य है.

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