योगी मंत्रिमंडल विस्तार: जिन 7 नेताओं ने मंत्री के तौर पर ली शपथ, जानें वे कौन हैं?

कुमार अभिषेक

• 12:43 PM • 26 Sep 2021

उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले 26 सितंबर को योगी आदित्यनाथ सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार हुआ. इसके तहत 7 नेताओं…

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उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले 26 सितंबर को योगी आदित्यनाथ सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार हुआ. इसके तहत 7 नेताओं ने मंत्री के तौर पर शपथ ली है. माना जा रहा है कि इस मंत्रिमंडल विस्तार के जरिए सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कई सामाजिक समीकरण साधने की कोशिश की है.

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बता दें कि 19 मार्च, 2017 को योगी आदित्यनाथ सरकार का पहला शपथ ग्रहण कार्यक्रम हुआ था. इसके बाद 21 अगस्त, 2019 को योगी सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार हुआ था. अब फिर से मंत्रिमंडल विस्तार किया गया है.

नए मंत्रिमंडल विस्तार में जितिन प्रसाद को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है, जबकि दिनेश खटीक, छत्रपाल गंगवार, संगीता बलवंत बिंद, पलटू राम, संजय गोंड और धर्मवीर प्रजापति को राज्य मंत्री बनाया गया है.

आइए योगी सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल नए मंत्रियों के बारे में जानते हैं.

जितिन प्रसाद

कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए जितिन प्रसाद ने योगी सरकार में मंत्री पद की शपथ ली है. वह ब्राह्मण समाज से आते हैं. जितिन प्रसाद के पिता जितेन्द्र प्रसाद (बाबा साहिब) भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी , पी.वी.नरसिम्हा राव के राजनीतिक सलाहकार, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के उपाध्यक्ष रह चुके हैं. जितिन प्रसाद ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा दून पब्लिक स्कूल (देहरादून, उत्तराखंड) और स्नातक में दिल्ली विश्विवद्यालय से बी.कॉम और अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन संस्थान (दिल्ली) से एमबीए किया है.

सबसे पहले जितिन प्रसाद साल 2001 में भारतीय युवा कांग्रेस में सचिव बने. उन्होंने साल 2004 में अपनी गृह लोकसभा सीट, शाहजहांपुर से लोकसभा चुनाव में किस्मत आजमाई और उन्हें जीत भी मिली. पहली बार जितिन प्रसाद साल 2008 में केन्द्रीय राज्य इस्पात मंत्री नियुक्त हुए थे.

साल 2009 में जितिन प्रसाद लोकसभा सीट धौरहरा से लड़े और 184,509 वोटों से विजयी भी हुए. 2009 में ही जितिन प्रसाद सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के मंत्री बने. साल 2011 में वह पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय और साल 2012 में मानव संशाधन और विकास मंत्रालय में कैबिनेट मंत्री रहे हैं.

जितिन प्रसाद शाहजहांपुर ,लखीमपुर और सीतापुर में काफी लोकप्रिय नेता हैं. 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में उनकी लखीमपुर खीरी की धौरहरा सीट से हार हुई थी. वहीं 2017 के विधानसभा चुनाव में शाहजहांपुर की तिलहर विधानसभा से चुनाव में उनकी हार हुई थी.

दिनेश खटीक

मेरठ की हस्तिनापुर विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक 47 वर्षीय दिनेश खटीक को भी योगी सरकार में मंत्री बनाया गया है. 2017 के विधानसभा चुनाव में दिनेश पहली बार बीजेपी के टिकट से चुनाव लड़े थे और उन्हें जीत मिली थी. उन्होंने बीएसपी प्रत्याशी योगेश वर्मा को हराया था. वह दलित समुदाय से आते हैं.

दिनेश खटीक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता रहे हैं. उनके पिता भी संघ के कार्यकर्ता रहे हैं. उनके भाई नितिन खटीक जिला पंचायत सदस्य रह चुके हैं.

छत्रपाल गंगवार

बरेली के बहेड़ी विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक छत्रपाल गंगवार को भी योगी मंत्रिमंडल में मंत्री बनाया गया है. कुर्मी समुदाय से आने वाले छत्रपाल गंगवार बहेड़ी विधानसभा से दूसरी बार विधायक बने हैं. वह साल 2007 के विधानसभा चुनाव में बहेड़ी सीट से चुनाव जीतकर पहली बार विधानसभा पहुंचे थे. 

छत्रपाल ने साल 2007 में समाजवादी पार्टी (एसपी) के अताउर्रहमान को हराया था. 2012 के विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. साल 2017 के विधानसभा चुनाव में वह बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) प्रत्याशी नसीम अहमद को हराकर दूसरी बार विधानसभा पहुंचे थे.

माना जा रहा है कि बीजेपी ने चुनाव से पहले मंत्रिमंडल विस्तार में छत्रपाल गंगवार को सरकार में शामिल करके बरेली से सांसद संतोष गंगवार की केंद्रीय मंत्रीमंडल से हुई छूटी की भरपाई करने की कोशिश की है, ताकि कुर्मी वोट बैंक को बीजेपी साध सके.

डॉ. संगीता बलवंत बिंद

बिंद समुदाय से आने वाली डॉ. संगीता बलवंत बिंद गाजीपुर की सदर सीट से बीजेपी विधायक हैं. उन्हें भी योगी मंत्रिमंडल में मंत्री बनाया गया है. वह बीजेपी के दिग्गज नेता मनोज सिन्हा की करीबी मानी जाती हैं. बताया जाता है कि मनोज सिन्हा के प्रयासों से उन्हें 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने टिकट दिया था. साल 2014 में उन्होंने बीजेपी ज्वॉइन की थी. बता दें कि वह जमानियां क्षेत्र से निर्दल जिला पंचायत सदस्य रह चुकी हैं.

पलटू राम

2017 के विधानसभा चुनाव में पहली बार बीजेपी के टिकट से पलटू राम विधायक बने. उन्हें भी योगी मंत्रिमंडल में मंत्री बनाया गया है. मूल रूप से गोंडा जिले के परेड सरकार गांव के रहने वाले पलटू राम अनुसूचित जाति से संबंध रखते हैं. उन्होंने पोस्टग्रेजुएशन तक शिक्षा हासिल की है. उन्होंने छात्र राजनीति से अपना राजनीतिक सफर शुरू किया है. उनकी पत्नी ज्ञानमती गोंडा जिला पंचायत के अध्यक्ष रह चुकी हैं.

संजय गोंड

योगी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में सोनभद्र के ओबरा से विधायक संजय गोंड को भी मंत्री बनाया गया है. संजय पहली बार बीजेपी से विधायक चुने गए हैं. संजीव गोंड अनुसूचित जनजाति से आते हैं. इस बिरादरी के लोग आसपास के जिलों में अच्छी तादाद में हैं.

माना जा रहा है कि इसका फायदा लेने के लिए इन्हें योगी मंत्रिमंडल में जगह दी गई है. 2017 के विधानसभा चुनाव में संजीव दिग्गज आदिवासी नेता और पूर्व मंत्री विजय सिंह गोंड के पुत्र वीरेंद्र को हराकर विधायक बने थे. संजीव की पत्नी लीला देवी जिले के चोपन से ब्लॉक प्रमुख हैं.

धर्मवीर प्रजापति

आगरा के एमएलसी धर्मवीर प्रजापति को भी योगी मंत्रिमंडल में मंत्री बनाया गया है. खंदौली के हाजीपुर खेड़ा निवासी धर्मवीर प्रजापति मूलरूप से हाथरस जिले के बहरदोई के रहने वाले हैं. वह उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य हैं. साथ ही माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं. प्रजापति बीजेपी के महत्वपूर्ण दायित्व संभाल चुके हैं. वह कुम्हार समुदाय से आते हैं.

धर्मवीर प्रजापति आरएसएस से स्वयंसेवक के रूप में जुड़े रहे हैं. उन्होंने बीजेपी से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की है. साल 2002 में पहली बार उन्हें प्रदेश का दायित्व मिला. तत्कालीन पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ में वह प्रदेश के महामंत्री बने. इसके बाद जनवरी 2019 में उन्हें माटी कला बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया. अयोध्या में श्रीराम के दीपोत्सव कार्यक्रम के लिए उन्होंने आगरा, एटा, कन्नौज सहित दूसरे जिलों से डिजाइनर दिये की व्यवस्था कराई थी. यूपी विधान परिषद के द्विवार्षिक चुनाव में बीजेपी ने धर्मवीर प्रजापति को उम्मीदवार बनाया था.

योगी मंत्रिमंडल विस्तार: जानिए जितिन प्रसाद समेत किन नामों को मिली जगह

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