लड़कियों, औरतों के वीडियो! बरेली के हैदरी दल-25 वॉट्सऐप ग्रुप के गंदे काम का पर्दाफाश

बरेली के ‘हैदरी दल-25’ WhatsApp ग्रुप में महिलाओं और लड़कियों के वीडियो बनाकर वायरल किए जाते थे. अब तक 4 गिरफ्तारी, पुलिस ने मोबाइल-डिजिटल सबूतों के आधार पर जांच शुरू की है.

Bareilly News

उत्तर प्रदेश के बरेली से एक बार फिर 'हैदरी दल-25' WhatsApp ग्रुप से जुड़ी चौंकाने वाली खबर सामने आई है. महिलाओं और लड़कियों के वीडियो बनाकर उन्हें वायरल करने वाले इस ग्रुप में शामिल एक और आरोपी को गिरफ्तार किया गया है. अब तक कुल चार लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं. पुलिस को आरोपियों के मोबाइल और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स से अहम सबूत मिले हैं, और बाकी सदस्यों की पहचान की जा रही है.

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WhatsApp ग्रुप से फैला था नेटवर्क, कई जिलों से जुड़े थे सदस्य

पुलिस के मुताबिक, 'हैदरी दल-25' नाम से बने WhatsApp ग्रुप में बरेली सहित कई जिलों से जुड़े युवक शामिल थे, जो पार्क, सड़क या अन्य सार्वजनिक जगहों पर लड़कियों और औरतों की वीडियो बनाते और उन्हें ग्रुप में वायरल करते थे. इनका मकसद डर फैलाना और धार्मिक दबाव बनाना था.

नबी हसन था ग्रुप का मास्टरमाइंड

इस ग्रुप की शुरुआत करने वाला व्यक्ति नबी हसन पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, वह शाहजहांपुर के एक मदरसे में पढ़ाई करता था और वहीं उसने एक नाबालिग छात्र के साथ गलत काम करके उसका वीडियो बना लिया था.  पुलिस पूछताछ में यह भी सामने आया कि आरोपी ने पीड़ित छात्र के मोबाइल से ही इंस्टाग्राम पर एक फर्जी आईडी 'हैदरी दल 25 बरेली' नाम से बनाकर सांप्रदायिक तनाव फैलाने वाली आपत्तिजनक सामग्री और टिप्पणियां शेयर की थीं. उसके मोबाइल से ‘हैदरी दल-25’ Instagram अकाउंट और कई अश्लील वीडियो भी बरामद हुए थे.

पार्कों में बनाते थे लड़कियों के वीडियो, करते थे 'धार्मिक पहरेदारी'

आरोप हैं कि इस ग्रुप से जुड़े युवक बरेली के गांधी उद्यान जैसे पार्कों में जाकर खासकर उन मुस्लिम लड़कियों से सवाल-जवाब करते थे जो गैर-मुस्लिम लड़कों के साथ पाई जाती थीं. वे वीडियो बनाकर धमकाते थे कि उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए. कई मामलों में वीडियो वायरल करने की धमकी देकर मानसिक दबाव भी डाला जाता था.

पुलिस ने जांच तेज की, डिजिटल सबूत खंगाले जा रहे

बरेली पुलिस ने अब तक चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है और अन्य सदस्यों की मोबाइल लोकेशन, चैट हिस्ट्री और सोशल मीडिया एक्टिविटी के जरिए पहचान की जा रही है. पुलिस ने बताया कि इस गिरोह में मेडिकल और इंजीनियरिंग छात्र भी शामिल थे. कुछ युवक पूर्व में भी गिरफ्तार हो चुके हैं.

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