Lucknow News: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से मंगलवार को एक दिल दहला देने वाली सड़क हादसे की खबर सामने आई. दरअसल, लखनऊ में तैनात एडिशनल एसपी श्वेता श्रीवास्तव के बेटे नैमिश श्रीवास्तव को तेज रफ्तार कार ने रौंद दिया. वहीं इस मामले में एक्शन लेते हुए पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई है. पुलिस ने इस मामले में सार्थक सिंह और देवश्री वर्मा नामक युवकों को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं सुबूत छिपाने के आरोप में पुलिस ने बाराबंकी से समाजवादी पार्टी के नेता और मुख्य आरोपी सार्थक सिंह के पिता रविंद्र सिंह उर्फ पप्पू को भी गिरफ्तार कर लिया है.
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किस स्पीड से कार चला रहा थे आरोपी?
बताया जा रहा है कि दोनों ही आरोपी सार्थक सिंह और देवश्री वर्मा गाड़ी से रेस लगा रहे थे. सबसे पहले देवश्री वर्मा ने गाड़ी 100 से ऊपर चलाई. उसके बाद जब गाड़ी की स्टेरिंग सार्थक सिंह ने संभाली तो रफ्तार 120 तक पहुंचा दी. इसी बीच G20 तिराहे पर स्केटिंग की प्रैक्टिस कर रहे नैमिश को को कार ने टक्कर मार दी.
आरोपी पुलिस को नहीं दिखा सके अपना लर्निंग लाइसेंस
पकड़े गए दोनों आरोपियों से पुलिस ने लाइसेंस मांगा तो उन्होंने पुलिस को बयान में लर्निंग लाइसेंस होने की बात तो कही लेकिन उसे दिखा नहीं पाए. पूछताछ के दौरान गाड़ी चला रहे सार्थक सिंह और देवश्री वर्मा ने माना की टक्कर इतनी जोरदार थी कि वह जान गए कि बच्चा बचेगा नहीं, इसलिए भाग खड़े हुए. जिस जगह पर घटना हुई वहां कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं था. पुलिस ने थोड़ी दूर पर टी स्टॉल के पास लगे सीसीटीवी कैमरे के जरिए गाड़ी को चिह्नित किया. उसका रूट तैयार किया. गाड़ी का नंबर मिला और इसके बाद दोनों ही आरोपी अपने-अपने घरों से पकड़े गए.
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