Chhath Puja 2022: सूर्य देव की उपासना के सबसे बड़े महापर्व छठ की आज यानी शुक्रवार से शुरुआत हो रही है. इस चार दिवसीय पर्व की शुरुआत नहाय-खाय से होती है. छठ का व्रत काफी कठिन माना जाता है, क्योंकि इस दौरान व्रत रखने वाले को लगभग 36 घंटे तक निर्जल रहना पड़ता है. आपको बता दें कि कार्तिक माह की चतुर्थी तिथि के पहले दिन नहाय खाय, दूसरे दिन खरना, तीसरे दिन डूबते सूर्य और चौथे दिन उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. इसके बाद व्रत की समाप्ति हो जाती है.
ADVERTISEMENT
राजधानी लखनऊ में है ये इंतजाम
आपको बता दें कि छठ के महापर्व के आयोजन के लिए राजधानी लखनऊ के गोमती किनारे बने छठ पूजा स्थल पर भी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. सुरक्षा के लिहाज से पुलिस की फ्लड कंपनी तैनात की गई है. घाट के किनारे ही भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के लिए रेलिंग लगा दी गई है, जाल लगा दिए गए हैं. ताकि लोग निश्चिंत होकर भगवान सूर्य को अर्घ दे सकें पूजा अर्चना कर सकें.
बता दें कि लोगों ने पूजा-अर्चना के लिए अपनी वेदी भी बनाना शुरू कर दिया है. गोमती किनारे छठ मेला मैदान पर दो तरह की पूजा वेदी बनाई गई हैं. एक स्थाई पूजा वेदी और दूसरी अस्थाई पूजा वेदी. जो लोग हर साल लखनऊ में ही छठी मैया की पूजा अर्चना करते हैं उनके द्वारा गोमती किनारे स्थाई वेदी बना ली गई हैं.
मगर जो लोग छठी मैया की पूजा के लिए व्रत तो रहते हैं लेकिन नौकरी के चलते शहर बदल जाता है उन लोगों ने भी अपने लिए अलग से वेदी बना रहे हैं. हर वेदी पर एक ही परिवार पूजा अर्चना करता है कोई दूसरा परिवार दूसरे की वेदी पर पूजा नहीं करता.
CM योगी ने दिया बड़ा तोहफा, लखनऊ में लगी एशिया की पहली पैथोजन रिडक्शन मशीन, ये होंगे फायदे
ADVERTISEMENT
