Kanpur News: 11 अप्रैल यानी जुमे के दिन कानपुर के मछरिया इलाके में मुजाहिद्दीन अंजुमन कमेटी के नाम पर वक्फ बिल का विरोध करने वाले 5वें आरोपी वारिस को कानपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने वारिस को जेल भी भेज दिया है. इस मामले में पुलिस ने 8 नामजद समेत 15 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया था.
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बता दें कि इस मामले में कानपुर पुलिस मुख्य आरोपी सैफ उर्फ सुफियान समेत रेहान, साहिल और अदनान को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है और जेल भेज चुकी है. अब वारिस से पूछताछ करने पर कानपुर पुलिस बड़ी साजिश के बारे में पता चला है.
वक्फ बिल के विरोध को लेकर थी पूरी तैयारी
वारिस से पूछताछ में पता चला की इस बिल का विरोध करने के लिए उन्होंने सोशल मीडिया पर एक अकाउंट बनाया था. इसमें वक्फ बिल के विरोध की योजना बनाई गई थी और सभी से चंदा जमा किया गया था. इस दौरान इन सभी की तरफ से विरोध में बैनर भी छपवाए गए थे. जांच में ये भी सामने आया है कि इन सभी ने अपने-अपने परिवारों को इस बात की जानकारी नहीं दी थी कि ये लोग वक्फ बिल के विरोध की योजना बना रहे हैं.
जांच में सामने आया है कि ये सभी व्हाट्सएप्प कॉल पर ही आपस में बात करते थे और विरोध प्रदर्शन की योजना बना रहे थे. इन्होंने नई उम्र के लड़कों को भी इसमें शामिल किया था. सवाल ये है कि जब कानपुर पुलिस का खुफिया तंत्र वक्फ प्रदर्शनों को लेकर एक्टिव था तो आखिर वारिस और उसके साथी ये साजिश रचने में कैसे कामयाब रह गए?
सोशल मीडिया पर लाइव चला था विरोध प्रदर्शन
सबसे खास बात पुलिस को यह पता चली है की मुख्य आरोपी सैफ ने अपने इंस्टाग्राम पर विरोध का लाइव प्रसारण किया था. उसका वीडियो भी अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. बता दें कि इस प्रदर्शन में 20 के करीब लोग शामिल हुए थे. अब कानपुर पुलिस आरोपियों के सोशल मीडिया अकाउंट और उनके कॉल रिकॉर्ड भी खंगाल रही है.
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