गोंडा: किशोरी की मौत के मामले में शिथिल कार्रवाई के आरोप में चौकी प्रभारी लाइन हाजिर

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• 10:29 AM • 09 Apr 2022

उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के थाना कोतवाली नगर क्षेत्र अन्तर्गत किशोरी की मौत के मामले में शिथिल कार्रवाई के आरोप में चौकी प्रभारी को…

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उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के थाना कोतवाली नगर क्षेत्र अन्तर्गत किशोरी की मौत के मामले में शिथिल कार्रवाई के आरोप में चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है. मामले की विवेचना नए चौकी प्रभारी को सौंपी गई है.

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पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में किशोरी के साथ रेप न होने की बात सामने आने के उपरान्त मृत्यु के सही कारणों का पता लगाने के लिए विसरा की रिपोर्ट आने तक प्रतीक्षा करनी होगी.

पुलिस अधीक्षक (एसपी) संतोष कुमार मिश्र ने शनिवार को बताया कि मिश्रौलिया पुलिस चौकी के प्रभारी अवध बिहारी चौबे को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया है. चौबे पर घटना की जांच में अपेक्षित रुचि न लिए जाने का आरोप है.

एसपी ने बताया कि वीरेन्द्र श्रीवास्तव को नया चौकी प्रभारी बनाया गया है. उन्होंने बताया कि श्रीवास्तव ने कार्यभार संभालने के साथ ही मामले की विवेचना शुरू कर दी है. उन्होंने बताया कि प्रकरण में कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.

एसपी ने बताया कि मृतक किशोरी की मां की तहरीर पर कर्नलगंज कोतवाली के महेवा परसौरा के जगदीश दूबे, नगर कोतवाली के रुद्रपुर विशेन निवासी पप्पू और जानकी नगर निवासी सुरेंद्र पांडेय के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज किया गया है.

पुलिस के अनुसार, आरोपियों में से एक सुरेंद्र से किशोरी के परिवार का जमीन विवाद पहले से ही चल रहा है. पुलिस के अनुसार किशोरी के शव का पोस्टमॉर्टम चिकित्सकों की टीम द्वारा कराया गया है, जिसमें किशोरी की मृत्यु तीन से चार दिन पहले होना बताया गया है. पुलिस के अनुसार इसका मतलब यह है कि उसके लापता होने के दिन ही उसकी मौत हो चुकी थी.

पुलिस के अनुसार पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में किशोरी के साथ रेप किए जाने की पुष्टि नहीं हुई है. पुलिस ने बताया कि मृत्यु के कारणों का सटीक आंकलन के लिए बिसरा सुरक्षित करके फारेंसिक जांच के लिए भेजा गया है और उसकी रिपोर्ट आने पर जांच की दिशा स्पष्ट हो सकेगी.

पुलिस के अनुसार थाना कोतवाली नगर क्षेत्र के अन्तर्गत गोंडा-बहराइच राजमार्ग पर बिमौर गांव में स्थित आसाराम के आश्रम में खड़ी एक कार से शुक्रवार को तड़के चार दिन से लापता एक किशोरी का शव बरामद हुआ था. वर्ष 2004 में करीब एक एकड़ जमीन पर इस आश्रम का निर्माण आसाराम के भक्तों के सहयोग से कराया गया था. वर्तमान में वहां सेवादार के रूप में दयाराम व कुछ कर्मचारी कार्यरत हैं. पुलिस ने इन सभी को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. इसके अलावा कुछ अन्य लोगों से भी पूछताछ चल रही है.

एसपी ने बताया कि पुलिस कई कोणों से जांच कर रही है. प्रकरण की जांच के लिए पांच टीमें गठित की गई हैं. उन्होंने कहा कि जल्द ही पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा.

किशोरी की मां ने बताया है कि उनकी बच्ची मंगलवार रात से लापता हो गई थी. उन्होंने बताया कि परिवार ने आसपास के क्षेत्रों में ढूंढने का प्रयास किया, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला था. उन्होंने बताया कि इसके बाद इन लोगों ने पुलिस को मामले की सूचना दी थी. उन्होंने बताया कि करीब तीन साल पहले उनके पति भी अचानक लापता हो गए थे, तब से उनका पता नहीं चल सका है.

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