चाची गीता ने अपने भतीजे विकास से 11 महीने में 1694 बार फोन पर की बात फिर इस रिश्ते ने लिया रॉन्ग टर्न!

लखनऊ के मलिहाबाद में 28 साल की युवती गीता और उसकी बिटिया के हत्याकांड का खुलासा हो गया है. इस हत्याकांड को गीता के रिश्ते के भतीजे ने ही अंजाम दिया है.

संतोष शर्मा

• 08:02 PM • 18 Jan 2025

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लखनऊ के मलिहाबाद में 28 साल की युवती गीता और उसकी बिटिया के हत्याकांड का खुलासा हो गया है. इस हत्याकांड को गीता के रिश्ते के भतीजे ने ही अंजाम दिया है. पुलिस के मुताबिक गीता का पति मुंबई में रहकर कमाता था. इसी बीच गीता का उसके परिवार के एक लड़के और रिश्ते में भतीजा लगने वाले विकास के साथ प्रेम संबंध बन गया. इस प्रेम संबंध ने बात में एक ऐसा टर्न लिया, जिसका अंजाम गीता और उसकी बच्ची को अपनी जान देकर चुकाना पड़ा. आइए आपको सिलसिलेवार इस घटना की जानकारी देते हैं.

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पहले जानिए कि मलिहाबाद में हुआ क्या था

बीते गुरुवार मलिहाबाद के ईसापुर गांव में 28 साल की गीता और उसकी 6 साल की बेटी की धारदार हथियार से गला काटकर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. दोनों मां बेटी के शव अंदर से बंद मकान के अपने कमरे में पड़े थे. बेटी के माथे पर चोट के निशान थे और 28 साल की गीता को भी किसी वजनदार चीज से मारकर फिर उसका गला काटा गया था. घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंची. शुरुआती जांच में पुलिस को दो चीज साफ हो गई पहले घर में कोई जबरन नहीं घुसा है, क्योंकि दरवाजा अंदर से बंद था. दूसरे घर में कोई लूट या चोरी की वारदात भी नहीं हुई है क्योंकि गीता ने जो जेवरात पहने थे या कमरे में जो अलमारी रखी थी, वह जस की तस थी.

पुलिस ने जांच के लिए पांच टीमें लगा दीं

घटना के खुलासे में पांच टीमें लगा दी गई. सर्विलांस टीम को मौके से दो स्मार्टफोन बरामद हुए. पुलिस ने जब दोनों ही फोन को परखना शुरू किया तो उसका माथा ठनक गया. गीता के एक फोन पर सिम लगा था जिस पर बात होती थी लेकिन दूसरे फोन पर कोई बातचीत नहीं थी. सिर्फ व्हाट्सएप और सोशल मीडिया अपलोड था. गीता की कॉल डिटेल खंगाली गई.  जैसे ही पुलिस के सामने गीता की फरवरी 2024 से 5 जनवरी 2025 तक, यानी बीते 11 महीने की कॉल डिटेल सामने आई, तो अफसर हैरान रह गए. 11 महीने में गीता ने एक नंबर पर 1694 बार बात की थी, लेकिन अचानक बीते 20 दिनों से उस नंबर पर गीता ने कोई बात नहीं की थी.

जिस नंबर पर गीता सुबह से लेकर आधी रात के बाद तक बात करती हो और उस पर 20 दिन में कोई बात ना हो, ये बात पुलिस को खटक गई. पुलिस ने उस मोबाइल नंबर पर काम करना शुरू किया, तो पता चला यह नंबर किसी विकास कनौजिया के नाम पर दर्ज है जो मलिहाबाद में ही प्रेम वस्त्रालय पर नौकरी करता है. पुलिस ने मुखबिरों को सक्रिय किया, तो पता चला जिस विकास पर शक है वह गीता के पति प्रकाश का रिश्ते में भतीजा लगता है और गीता उसकी चाची. जैसे ही गीता और उसकी बेटी का शव पोस्टमॉर्टम के बाद घर पहुंचा तो पारिवारी जनों ने अंतिम संस्कार कर दिया और पुलिस ने शक के दायरे में आए विकास को हिरासत में ले लिया.

 

 

पुलिस ने पूछताछ शुरू की, तो रोने लगा विकास

पुलिस में जैसे ही विकास से पूछताछ शुरू की विकास रोने लगा विकास ने पूरी कहानी अफसर के सामने बयां कर दी. बताया गया कोरोना के दौरान ही विकास की अपनी रिश्ते में चाची गीता से प्रेम प्रसंग चल रहा था. शुरुआत घर पर आने जाने और फोन पर बातचीत से हुई बाद में यह बातचीत अवैध संबंधों में तब्दील हो गई. 2 साल पहले विकास ने 3.50 लाख का कर्जा वीजा पर कुवैत गया लेकिन कुवैत पहुंचने के 2 महीने में ही गीता ने विकास को वापस बुला लिया. विकास पर 3 लाख का कर्जा हो गया. वापस लखनऊ लौटा तो वह मलिहाबाद के मिर्जागंज में स्थित प्रेम वस्त्रालय पर काम करने लगा. 

चाची विकास से मांगने लगी पैसे और जेवर 

चार बहनों में सबसे बड़ा भाई और घर में अकेला कमाने वाला विकास एक तरफ पारिवारिक जिम्मेदारी तो दूसरी तरफ गीता के खर्चों से परेशान होने लगा. कभी पैसे तो कभी जेवरात की डिमांड की जाने लगी. बीते करवा चौथ पर गीता ने विकास से मनपसंद साड़ी दिलाने को कहा. विकास ने मना कर दिया तो कई दिनों तक दोनों के बीच बातचीत नहीं हुई. बीते 20 दिनों से गीता ने विकास का फोन उठाना बिल्कुल बंद कर दिया था. इससे परेशान विकास बीते 15 और 16 जनवरी की आधी रात में घर के पीछे स्थित बिजली के खंभे से घर में घुसा. वह जानता था कि गीता उसकी आवाज सुनेगी तो दरवाजा खटखटाने पर भी कमरे का दरवाजा नहीं खोलेगी जिसकी वजह से उसने किचन में रखे बर्तन खड़ा-खड़ा दिए. 

गीता को लगा बिल्ली आ गई और उसने दरवाजा खोल दिया तो सामने विकास खड़ा था. विकास कमरे में गया उसने बात करने की दुहाई दी, माफी मांगी और रोने लगा और कहा कि मुझसे बात किया करो नहीं तो मर जाऊंगा. लेकिन गीता ने साफ कह दिया मरना हो तो तुम अपने घर में जाकर मरो. बस गीता के यही शब्द सुनकर विकास बेकाबू हो गया. तैश में आकर उसने पास में रखे डंडे से पहले गीता के सिर पर वार किया और फिर किचन में रखें चाकू से गीता को मौत के घाट उतार दिया. इसी बीच उसकी 6 साल की बच्ची दीपिका जग गई, तो उसे भी क्रोध के आवेश में गोद डाला. मां बेटी की हत्या के बाद विकास ने बाथरूम में रखे टब में ही खून से सने अपने हाथ धोएं और फिर पीछे से ही कूद कर भाग गया.  फिलहाल पुलिस ने विकास कनौजिया की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त डंडा और चाकू भी बरामद कर लिया है.

 

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