UP News: बीते दिनों कुशीनगर की मदनी मस्जिद के खिलाफ बुलडोजर एक्शन हुआ किया गया था. प्रशासन के बुलडोजरों ने मदनी मस्जिद के अवैध हिस्सों को गिरा दिया था. इस घटना पर खूब हंगामा हुआ था और विपक्ष ने भी योगी सरकार के इस एक्शन का विरोध किया था. अब इस पूरे मामले पर उत्तर प्रदेश की योदी आदित्यनाथ सरकार का बयान सामने आया है. यूपी सरकार ने बताया है कि कुशीनगर की मदनी मस्जिद के खिलाफ ये बड़ी कार्रवाई क्यों की गई थी?
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क्यों हुआ था मदनी मस्जिद पर इतना बड़ा एक्शन?
योगी सरकार ने बयान जारी करते हुए कहा, कुशीनगर की मदनी मस्जिद ग्राम समाज-सरकारी की भूमि एवं थाने की भूमि पर अवैध रूप से अतिक्रमण करके बनाई गई थी. इसलिए इसके खिलाफ प्रशासन ने कार्रवाई की और इसे हटाया गया.
क्या है ये पूरा मामला?
कुशीनगर के हाटा नगरपालिका में स्थित मदनी मस्जिद पर बुलडोजर की कार्रवाई की गई थी. दरअसल मस्जिद के अवैध हिस्सों को लेकर विवाद चल रहा था. नगर पालिका ने 18 दिसंबर से जांच शुरू की, जो कि 23 दिसंबर के दिन पूरी हुई. इसके बाद मदनी मस्जिद के पक्षकारों को नगरपालिका ने नोटिस जारी कर दिया और मस्जिद इंतजामिया कमेटी से नक्शा और इससे जुड़ी पत्रावलियों को प्रस्तुत करने को कहा. इसको लेकर मस्जिद कमेटी को 3 बार समय भी दिया गया.
मगर मस्जिद कमेटी समय पर पत्रावली प्रस्तुत नहीं कर पाई. इसके बाद निर्माण को अवैध मानते हुए नगर पालिका एक्ट के तहत कार्रवाई शुरू की. तभी मस्जिद पक्षकारों ने हाई कोर्ट से 8 फरवरी तक स्टे ले लिया. अब जब स्टे खत्म हुआ तो प्रशासन बुलडोजर लेकर मौके पर पहुंच गया और मस्जिद के अवैध हिस्से को गिराना शुरू कर दिया.
साल 1999 में हुआ निर्माण
बताया जा रहा है कि इस मस्जिद का निर्माण साल 1999 में हुआ था. उस समय नियमों का उल्लंघन किया गया था. नक्शा सिर्फ 2 मंजिला ही था. मगर मस्जिद का निर्माण चार मंजिला किया गया था. सिर्फ यही नहीं बल्कि मस्जिद के भूतल का भी निर्माण करवाया गया था. इस अवैध अतिक्रमण की शिकायत लगातार हिंदू संगठन कर रहे थे.
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