हाल ही में टीवी के मशहूर शो कौन बनेगा करोड़पति (KBC) सीजन 17 में आदित्य कुमार ने 1 करोड़ रुपये जीतकर न केवल अपना बल्कि पूरे परिवार और जिले का नाम रोशन कर दिया है. आपको बता दें कि आदित्य उत्तराखंड के मूल निवासी हैं और गाजियाबाद में अपने परिवार के साथ रहते हैं. आदित्य ने अपनी मेहनत और दृढ़ संकल्प से न केवल UPSC जैसी कठिन परीक्षा को सफलता पूर्वक पार किया, बल्कि 'कौन बनेगा करोड़पति' (KBC) के मंच पर भी अपनी अलग पहचान बनाते हुए इतिहास रच दिया. आदित्य वर्तमान में CISF में डिप्टी कमांडेंट के पद पर तैनात हैं. उन्होंने शो में अपनी प्रेरणादायक यात्रा साझा की. उन्होंने बताया कि वह गुजरात के उकाई में एक थर्मल पावर स्टेशन पर पोस्टेड हैं और वे यह उपलब्धि अपनी यूनिट को समर्पित करना चाहते हैं.
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33 बार मिली असफलता, फिर भी नहीं मानी हार
आदित्य कुमार का सफर आसान नहीं था. उन्होंने विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में 33 बार असफलता झेली लेकिन कभी हार नहीं मानी. उनकी लगन और आत्मविश्वास ने उन्हें 2017 में UPSC परीक्षा पास करने में मदद की जिसमें उन्हें 630वीं रैंक मिली. 2018 के परिणामों के अनुसार, वह भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के लिए चुने गए.
KBC 17 में करोड़पति बनकर रचा इतिहास
KBC सीजन 17 में आदित्य कुमार ने केवल दो सप्ताह के भीतर ही ₹1 करोड़ का इनाम जीतकर इतिहास रच दिया. वे इस सीजन के पहले करोड़पति बने. खेल के दौरान उन्होंने बहुत कम लाइफलाइन्स का इस्तेमाल किया और अपनी तैयारी और समझदारी से प्रश्नों के उत्तर दिए जिससे अमिताभ बच्चन भी प्रभावित हुए. उन्होंने 7 करोड़ के सवाल तक जाने का जोखिम भी उठाया जो उनकी हिम्मत और आत्म-विश्वास को दर्शाता है.
पैसे से ज्यादा अहम पहचान
आदित्य कुमार ने बताया कि KBC पर आने और करोड़पति बनने से उन्हें जो पहचान और प्रेरणा देने का अवसर मिला, वह उनके लिए पैसे से कहीं अधिक मायने रखता है. उन्होंने कहा कि इस मंच पर आना उनके लिए एक सपने जैसा था और वह चाहते हैं कि उनकी कहानी उन युवाओं तक पहुँचे जो बार-बार असफलता मिलने से टूट जाते हैं.
कॉलेज के दिनों की एक मजेदार याद
KBC पर आने की एक दिलचस्प घटना साझा करते हुए आदित्य ने बताया कि कॉलेज के दिनों में वह अपने दोस्तों से मजाक में कहते थे कि एक दिन वह KBC पर आएंगे. उस समय यह एक मजाक था, लेकिन आज वह सपना हकीकत बन गया है. उनके वही दोस्त आज उन्हें टीवी पर देखकर गर्व महसूस कर रहे हैं.
संघर्ष से सफलता तक
आदित्य कुमार की कहानी एक ऐसे युवा की है जिसने बार-बार की असफलताओं से हार नहीं मानी, बल्कि उन्हें सीख बनाकर आगे बढ़ते रहे. आज वे न केवल एक सफल सरकारी अधिकारी हैं बल्कि लाखों युवाओं के प्रेरणास्रोत भी हैं. उनकी सफलता यह दिखाती है कि कड़ी मेहनत, आत्मविश्वास और धैर्य से कोई भी मंजिल पाई जा सकती है.
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